सन 1911 में स्थापित सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया पहला भारतीय वाणिज्यिक बैंक था जिसका पूर्ण स्वामित्व और प्रबंधन भारतीयों के हाथ में था. बैंक के संस्थापक सर सोराबजी पोचखानावाला ने इस बैंक की स्थापना करते हुए अपने स्वप्न को साकार किया. सही अर्थों में स्वदेशी बैंक के पहले अध्यक्ष सर फिरोजशाह मेहता थे. वास्तव में सर सोराबजी पोचखानावाला इस बैंक की स्थापना से इतने गौरवान्वित हुए कि उन्होंने सेन्ट्रल बैंक को राष्ट्र की संपत्ति और देश की
संपदा घोषित कर दिया. उन्होंने यह भी कहा कि सेन्ट्रल बैंक जनता के विश्वास पर टिका है और यह जनता का अपना बैंक है. पिछले 109 वर्षों के इतिहास में बैंक ने कई उतार चढाव देखें और अनगिनत चुनौतियों का सामना किया. बैंक ने प्रत्येक आशंका को सफलतापूर्वक व्यावसायिक अवसर में बदल दिया और बैकिंग उद्योग करके अपने समकक्षों से उत्कृष्ट रहा. सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने कइ अभिनव और अनुपम बैंकिंग गतिविधियों का शुभारंभ किया और ऐसी ही कुछ सेवाओं का संक्षिप्त विवरण निम्नानुसार है :
तत्पश्चात वर्ष 1969 में बैंक का राष्ट्रीयकरण होने के बाद भी सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया ने विभिन्न अभिनव बैंकिंग सेवाएं आरंभ करना जारी रखा.
साथ ही, भारतीय रिजर्व बैंक और भारत सरकार के दिशानिर्देशों के अनुरुप कृषि तथा लघु उद्योग जैसे प्रमुख क्षेत्रां के साथ-साथ मध्यम एवं बडे उद्योगों को प्रोत्साहित करने में सेन्ट्रल बैंक लगातार सक्रिय भूमिका निभा रहा है. शिक्षित युवाओं में रोजगार को प्रोत्साहित करने के लिए बैंक ने कई स्वरोजगार योजनाएं आरंभ की है. सार्वजनिक क्षेत्रा के बैंकों में से सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया को वास्तविक अर्थों में अखिल भारतीय बैंक कहा जा सकता है क्योंकि सभी 28 राज्यों में तथा 8 में से 7 केन्द्रशासित प्रदेशों में इसकी शाखाओं का विस्तृत नेटवर्क है. देश के एक छोर से दूसरे छोर तक स्थित अपनी 4594 शाखाओं 1 विस्तार पटल एवं 10 सैटिलाइट शाखाओ के विस्तृत नेटवर्क के कारण सार्वजनिक क्षेत्रा के बैंकों में सेन्ट्रल बैंक का एक अपना विशिष्ट स्थान है. सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया की विस्तृत सेवाओं के प्रति ग्राहकों के विवास का अनुमान आई.सी.आई.सी.आई., आई.डी.बी.आई., यू.टी.आई., एफ.आई.सी., एच.डी.एफ.सी. जैसे कार्पोरेट गाहकों की सूची और देश के प्रमुख कार्पोरेट घ्ररानों से लगाया जा सकता है जो बैंक के ग्राहक है. सेंट्रल बैंक का दूसरा नाम क्या है?बैंक का इतिहास. सेंट्रल बैंक का पूरा नाम क्या है?सेन्ट्रल बैंक ऑफ इंडिया (अंग्रेजी: Central Bank of India) भारत में सार्वजनिक क्षेत्र का प्रमुख बैंक है जिसकी स्थापना स्वदेशी आन्दोलन से प्रभावित होकर एक पारसी बैंकर सर सोराबजी पोचखानवाला द्वारा 1911 में की गयी थी।
सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया कौन सी बैंक है?सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया (CBI) की स्थापना वर्ष 1911 में हुई थी, यह भारत के सबसे पुराने बैंकों में से एक है। मुंबई में स्थित, यह एक सरकारी स्वामित्व वाला बैंक है जिसकी देश भर में 4600 से अधिक शाखाएँ हैं। सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया विभिन्न शाखाओं में सभी खाताधारकों को नेट बैंकिंग सेवाएं प्रदान करता है।
भारत में कितने सेंट्रल बैंक है?खराब है बैंक की वित्तीय हालत
सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को कुछ अन्य सरकारी बैंकों के साथ 2017 में रिजर्व बैंक (RBI) के पीसीए (PCA) के दायरे में डाला गया था. हालांकि तब से अब तक सिर्फ सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया को छोड़ बाकी के सारे बैंकों ने अपनी फाइनेंशियल कंडीशन ठीक कर ली और लिस्ट से बाहर आ गए.
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