सुबह उठते ही क्या करना चाहिए - subah uthate hee kya karana chaahie

Morning Tips for Success: सुबह उठने का समय बहुत ही संवेदनशील होता है। इस समय यदि आपने खुद को संभाल लिया तो सेहत के साथ ही आपको जीवन में सफलता भी अवश्य मिलेगी। आओ जानते हैं कि सुबह उठते ही आपको सबसे पहले क्या करना चाहिए।


1. शुभ तस्वीर देखें : नींद से जागते ही आप एकदम से आंखें न खोलें। धीरे-धीरे आंखें खोलें और यह सुनिश्चित करें कि आंखें खुलते ही आपको अच्छी तस्वीर के दर्शन हो। अत: हमारी सुबह यदि शुभ दर्शन और शुभ कार्यों के साथ शुरू होगी तो संपूर्ण दिन भी शुभ ही होगा। अच्छा ये है कि आप अपने बेडरूम में अच्छी तस्वीरें लगाएं। आंख खुलते ही आप किसी का भी चेहरा देखने से बचें, खासकर किसी ऐसे व्यक्ति, पशु या अन्य का जिसे देखकर आपके मन में अचानक से बुरे भाव आते हो या आपको अच्छा न लगता हो।

2. हथेली दर्शन करें : सुबह उठते ही सबसे पहले अपनी हथेली के दर्शन करें और भगवान का ध्यान करें। ऐसा करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है। धर्मग्रंथों और ऋषि-मुनियों के अनुसार ऐसा माना जाता है कि हमारे हाथों की हथेलियों में दैवीय शक्तियां निवास करती हैं।

3. स्वर जानकर ही उठें : बिस्तर छोड़ते ही हमारी यात्रा प्रारंभ हो जाती है। अत: जो भी स्वर चल रहा हो उसी साइड का पैर निकालकर उठें। उठने के कम से कम एक घंटे तक चुप रहें और इस दौरान शौचादि से मुक्त होने का कार्य ही करें।

4. प्राथमिक कार्य पर ध्यान दें : सुबह उठने के बाद सबसे पहले उन कामों के बारे में सोचे जो आपको प्राथमिक रूप से करना है। इस आदत से आप सबसे जरूरी कार्य को निपटाने की क्षमता साहिल करेंगे। जीवन में सफलता हेतु सबसे पहले वही कार्य करना चाहिए जो आपने जीवन में खास है।


5. प्रार्थना करें : यदि आप पूजा पाठ करते हैं तो शौचादि से मुक्त के बाद ये कार्य करें या प्रार्थना करें या भजन सुनें। दरअसल, हम जब सो रहे होते हैं या सोकर उठ रहे होते हैं तो वह काल संधि का काल होता है। जैसे सूर्योदय या सूर्यास्त या जैसे रात और दिन या दिन और रात जहां मिल रहे होते हैं, उसे संधि कहते हैं। ऐसे काल में हमारा मस्तिष्क बहुत ही संवेदनशील होता है। ऐसे में यदि वह सकारात्मक बातें ग्रहण करता है, तो जीवन में सकारात्मक घटनाएं ही घटती हैं, लेकिन यदि वह लगातार नकारात्मकता ग्रहण करता है तो जीवन में नकारात्मकता ही घटित होती है।

6. ध्यान करें : जो लोग देर से सोते हैं, वे देर से ही उठते हैं या उन्हें मजबूरीवश देर से सोना और जल्दी उठता पड़ता है। ऐसे लोगों की सेहत दिन-ब-दिन गिरती जाती है जिसका उन्हें पता नहीं चलता। वे चिढ़चिढ़े हो जाते हैं और उनके संबंधों पर भी गहरा असर होता है। ऐसे में जरूरी है कि सुबह उठकर शौचादि के बाद 5 मिनट का ध्यान करें या अपने ईष्टदेव की पूजा या प्रार्थना करें। इसके बाद ही कोई दूसरा कार्य करें। सुबह उठ कर चाहे 10 मीनिट ही सही लेकिन मेडिटेशन जरूर करें। इससे आपके विचार संतुलित हो जाएंगे और दिमाग शांत रहेगा।

सुबह के समय कौन से 5 काम नहीं करने चाहिए?

यदि आप ऐसा करते हैं तो आप सुबह सुबह तनाव मोल लेते हैं..
नाश्‍ता स्‍क‍िप: अगर आप जल्‍दबाजी में सुबह नाश्‍ता नहीं करते हैं तो भी आपका पूरा दिन बेकार हो सकता है. ... .
बिस्‍तर से तुरंत उठ खडे होना: ... .
एक्‍सरसाइज ना करना: ... .
बिना प्‍लानिंग दिन की शुरुआत:.

सबसे पहले सुबह उठकर क्या करना चाहिए?

नींद से जागते ही आप एकदम से आंखें न खोलें। धीरे-धीरे आंखें खोलें और यह सुनिश्चित करें कि आंखें खुलते ही आपको अच्छी तस्वीर के दर्शन हो या आप सबसे पहले अपनी हथेली के दर्शन करें और भगवान का ध्यान करें। ऐसा करने से आत्मविश्वास में वृद्धि होती है।

सुबह उठते ही किसका चेहरा देखना चाहिए?

कई लोगों का सवाल होता है कि अगर आईने में अपना नहीं तो किसका चेहरा देखना चाहिए। इस सवाल का जवाब है कि व्यक्ति को सुबह उठकर अपने ईष्ट देव का चेहरा देखना चाहिए क्योंकि सुबह सोकर उठने के वक्त हर व्यक्ति के चेहरे पर अलग-अलग भाव होते हैं। ऐसे में जब किसी का चेहरा देखकर हमारे अंदर भी उसकी नकारात्मकता आ सकती है।

सुबह कितने बजे उठना चाहिए और क्या करना चाहिए?

सुबह इस बीच जागने की कोशिश करें इसलिए ब्रह्म मुहूर्त में जागना हो सकता है उनके लिए मुमकिन न हो। डॉ. भवसार कहती हैं कि ऐसे में सुबह 6:30 बजे से 7 बजे के बीच जागने की कोशिश करनी चाहिए