रात को दीपक जलाने से क्या होता है? - raat ko deepak jalaane se kya hota hai?

पंडित सुनील शर्मा के अनुसार शास्त्रों में दीपक जलाने के एक नहीं बल्कि बहुत से फायदे बताए गए हैं। धर्म शास्त्रों के अनुसार अग्नि पृथ्वी पर सूर्य का बदला हुआ रूप है। ऐसा माना जाता है कि अग्निदेव को साक्षी मानकर उनकी मौजूदगी में किए गए कार्यों में सफलता अवश्य प्राप्त होती है। प्रकाश को ज्ञान का प्रतीक भी माना जाता है।

माना जाता है प्रकाश से केवल मन के सभी प्रकार के विकार ही दूर नहीं होते, बल्कि जीवन के कष्ट भी समाप्त होते हैं। अगर आप सुबह-शाम दीपक जलाते हैं तो इससे आपको कई प्रकार के लाभ मिलते है। ऐसे में आज हम आपको दीपक जलाने के नियम, फायदे और कुछ उपायों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं।

रात को दीपक जलाने से क्या होता है? - raat ko deepak jalaane se kya hota hai?

पूर्णिमा पर दीपदान..
: अग्नि पुराण के अनुसार यदि कोई मनुष्य या ब्राह्मण घर में 1 वर्ष तक दीप दान करता है तो उसको अपने जीवन में वह सब कुछ मिलता है, जिसका या तो वह अभिलाषी है या जिसका वह अधिकारी है ।
: चार्तुमास, पूरे अधिकमास, अधिकमास की पूर्णिमा के दिन मंदिर या पवित्र नदियों के किनारे दीपदान करने वाले मनुष्य को विष्णु लोक की प्राप्ति होती है।
: मान्यता अनुसार दीपदान करते वक्त भगवान स्वयं उपस्थित रहते हैं, इस वजह से अगर उस दौरान आप अपने मन की कोई भी मुराद मांगते हैं तो वह पूरी जरूर होती हैं।

दीपक जलाने के फायदे...
: यदि आप रोजाना सुबह-शाम दीपक जलाते हैं तो दीप की ज्योति से समस्त पाप नष्ट हो जाते हैं और जीवन में सुख-समृद्धि, आयु, सुखमय जीवन में वृद्धि होती है।
: गाय के घी का दीपक जलाने से वातावरण में मौजूद सभी रोगाणु नष्ट हो जाते हैं।
: दीपक जलाने से हमें अपने जीवन में हमेशा ऊंचा उठने की प्रेरणा मिलती है। जीवन का अंधकार दूर हो जाता है।

रात को दीपक जलाने से क्या होता है? - raat ko deepak jalaane se kya hota hai?

IMAGE CREDIT: Surefire solution: Take away all the misery and troubles

दीपक जलाने के नियम...
: मान्यता के अनुसार अगर दीपक की लौ उत्तर दिशा की तरफ रखा जाए तो इससे स्वास्थ्य और प्रसन्नता में बढ़ोतरी होती है।
: वहीं अगर आप दीपक की लौ पूर्व दिशा की तरफ रखते हैं तो इससे आयु की वृद्धि होती है।
: अगर आप मिट्टी का दीप जला रहे हैं तो आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि दीपक साफ और साबुत होना चाहिए। पूजा में टूटा हुआ दीपक अशुभ माना जाता है।
: इसके अलावा वास्तु नियम के अनुसार अखंड दीपक पूजा स्थल के आग्नेय कोण में रखना चाहिए, इससे शत्रु पर विजय हासिल होती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
: माना जाता है कि विषम संख्या में दीपक जलाने से वातावरण में सकारात्मक ऊर्जा का निर्माण होता है, इसी कारण धार्मिक कार्यों में हमेशा विषम संख्या में दीप जलाए जाते हैं।

दीपक के उपाय...
: यश-वैभव की प्राप्ति करने के लिए आप दिवाली के दिन माता लक्ष्मी जी के समक्ष सात मुखी दीपक जरूर जलाएं, इससे माता लक्ष्मी जी प्रसन्न होंगी और जीवन में कभी भी धन की कमी उत्पन्न नहीं होगी।
: यदि आप आर्थिक तरक्की प्राप्त करना चाहते हैं तो पूजा के दौरान गाय के घी का दीपक जलाएं।
: अगर आप दिवाली के दिन घी के दीपक के साथ-साथ तिल के तेल का अखंड ज्योत जलाते हैं, तो इससे देवी-देवता प्रसन्न होते हैं।
: राहु-केतु को शांत करने के लिए अलसी के तेल का दीपक जलाएं।
: अगर आप भगवान विष्णु जी को प्रसन्न करना चाहते हैं तो इसके लिए गोल और गहरा दीपक जला सकते हैं।

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दीपकों का अपना अलग-अलग महत्व : कैसा दीपक माना जाता है शुभ...
एक मुखी दीपक हर पूजा-विधान में जला सकते हैं। दूसरा दो मुखी दीपक होता है। यह तब जलाया जाता है जब शत्रु परेशान कर रहे हों या ऑफिस में माहौल ठीक नहीं है। माना जाता है कि ऐसा दीपक जलाने से शत्रु और विरोधी शांत हो जाते हैं। साथ ही तीन मुखी दीपक भी कई बार जलाया जाता है। कहते हैं कि लगातार तीन माह तक इसे जलाने से संतान से संबंधी समस्या दूर हो जाती है। इसके अलावा एक चौमुखी दीपक भी होता है। इस चार मुखी दीपक का धन के मामले में खास महत्व है। माना जाता है कि यदि चौमुखी (चार मुंह वाला) दीपक घी के बाती में रोज शाम को माता लक्ष्मी के सामने जलाया जाए तो धन से संबंधित परेशानी दूर हो जाती है। इस दीपक को लंबे समय तक भी जलाया जा सकता है।

हिंदू धर्म में पूजा पाठ के दौरान दीपक जरूर जलाया जाता है. इसे जलाना काफी शुभ माना गया है. लेकिन दीपक जलाने के कुछ नियम होते हैं, जिनके बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है. यहां जानिए इसके नियमों के बारे में.

रात को दीपक जलाने से क्या होता है? - raat ko deepak jalaane se kya hota hai?

दीया

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हिंदू धर्म (Hindu Religion) में अग्नि को बहुत पवित्र और पूज्यनीय माना गया है. देवी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए हवन करके भक्तगण बड़े बड़े अनुष्ठान करते हैं. वहीं रोजाना पूजन के समय सुबह और शाम को दीपक (Deepak) जरूर जलाते हैं. दीपावली, जन्मदिन आदि किसी त्योहार या शुभ अवसर पर भी लोग दीपक जलाते हैं. वहीं अखंड रामायण का पाठ करते हुए, नवरात्र आदि मौकों पर तो अखंड दीपक जलाया जाता है. माना जाता है कि दीपक का प्रकाश व्यक्ति के जीवन का अंधकार (Darkness) दूर कर देता है और उसके विचारों को सकारात्मक बनाता है. दीपक जलाने से घर की नकारात्मकता दूर हो जाती है और उस घर में रहने वाले सदस्यों का मन शांत होता है. लेकिन दीपक जलाने के भी कुछ नियम हैं, जिनके बारे में अक्सर लोग नहीं जानते. आइए आपको बताते हैं इस बारे में.

कहां रखना चाहिए दीपक

पूजा के समय दीपक जलाते समय ये जानना बहुत जरूरी है कि दीपक कहां रखना चाहिए और दीपक में किस तरह की बाती का इस्तेमाल करना चाहिए. अगर आप घी का दीपक जला रहे हैं तो इसे अपने बाएं हाथ की ओर भगवान के समक्ष रखें और तेल का दीपक दाएं हाथ की ओर रखें. घी के दीपक में हमेशा रुई की बाती का इस्तेमाल करना चाहिए. लेकिन तेल के दीपक में लाल धागे की बाती का इस्तेमाल करना बेहतर माना जाता है.

दीपक जलाने का सही समय और दिशा क्या है

पूजा जितनी जल्दी की जाए, उतना शुभ माना जाता है क्योंकि सुबह के समय ध्यान अच्छी तरह से केंद्रित होता है. पूजा के दौरान दीपक जलाने के लिए सर्वोत्तम समय सुबह 5 बजे से 10 बजे तक और शाम को 5 बजे से 7 बजे के बीच में जलाना शुभ है. दीपक पूर्व दिशा की ओर या उत्तर दिशा की ओर रखना शुभ माना जाता है. पश्चिम दिशा की ओर रखने से आर्थिक संकट बढ़ता है और दक्षिण दिशा की ओर पितरों के निमित्त जलाया जाता है.

खंडित न हो दीपक

दीपक जलाने के लिए धातु का दीपक इस्तेमाल करें. अगर मिट्टी का कर रहे हैं, तो ये खंडित नहीं होना चाहिए. इसके अलावा दीपक जलने के बाद न बुझे, इसका खयाल रखें. इसके लिए आप कांच की चिमनी से दीपक को कवर कर सकते हैं. अगर किसी कारण दीपक बुझ जाए, तो उसे फौरन जलाकर परमेश्वर से क्षमा याचना कर लेनी चाहिए.

(यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारितहैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.)

दीपक जलाने का सही टाइम क्या है?

दीपक जलाना का सबसे उत्तम समय शाम 5 से 7 बजे के बीच का सही माना जाता है।

रात में दीपक जलाने से क्या होता है?

दीपक के धुएं से वातावरण में मौजूद हानिकारक सूक्ष्म कीटाणु भी नष्ट हो जाते हैं। दीपक अंधकार खत्म करता है और प्रकाश फैलाता है। मान्यता है देवी-देवताओं को दीपक की रोशनी विशेष प्रिय है, इसीलिए पूजा-पाठ में दीपक अनिवार्य रूप से जलाया जाता है। रोज शाम के समय मुख्य द्वार के पास दीपक लगाना चाहिए।

शाम को दीपक कितने बजे लगाना चाहिए?

पूजा जितनी जल्दी की जाए, उतना शुभ माना जाता है क्योंकि सुबह के समय ध्यान अच्छी तरह से केंद्रित होता है. पूजा के दौरान दीपक जलाने के लिए सर्वोत्तम समय सुबह 5 बजे से 10 बजे तक और शाम को 5 बजे से 7 बजे के बीच में जलाना शुभ है. दीपक पूर्व दिशा की ओर या उत्तर दिशा की ओर रखना शुभ माना जाता है.

शाम को दीपक कैसे लगाना चाहिए?

इसलिए भगवान से मांगे क्षमा घी के दीपक को हमेशा अपने लेफ्ट हाथ की ओर लगाना चाहिए और तेल का दीपक को राइट हाथ की ओर। अगर पूजा करते समय दीपक बुझ जाता है तो भगवान से भूल के लिए क्षमा याचना मांगनी चाहिए