पंडित सुनील शर्मा के अनुसार शास्त्रों में दीपक जलाने के एक नहीं बल्कि बहुत से फायदे बताए गए हैं। धर्म शास्त्रों के अनुसार अग्नि पृथ्वी पर सूर्य का बदला हुआ रूप है। ऐसा माना जाता है कि अग्निदेव को साक्षी मानकर उनकी मौजूदगी में किए गए कार्यों में सफलता अवश्य प्राप्त होती है। प्रकाश को ज्ञान का प्रतीक भी माना जाता है। Show
माना जाता है प्रकाश से केवल मन के सभी प्रकार के विकार ही दूर नहीं होते, बल्कि जीवन के कष्ट भी समाप्त होते हैं। अगर आप सुबह-शाम दीपक जलाते हैं तो इससे आपको कई प्रकार के लाभ मिलते है। ऐसे में आज हम आपको दीपक जलाने के नियम, फायदे और कुछ उपायों के बारे में जानकारी देने जा रहे हैं। पूर्णिमा पर दीपदान.. दीपक जलाने के फायदे... दीपक जलाने के नियम... दीपक के उपाय... दीपकों का अपना अलग-अलग महत्व : कैसा दीपक माना जाता है शुभ... हिंदू धर्म में पूजा पाठ के दौरान दीपक जरूर जलाया जाता है. इसे जलाना काफी शुभ माना गया है. लेकिन दीपक जलाने के कुछ नियम होते हैं, जिनके बारे में जानकारी होना बहुत जरूरी है. यहां जानिए इसके नियमों के बारे में.दीया Image Credit source: file photo हिंदू धर्म (Hindu Religion) में अग्नि को बहुत पवित्र और पूज्यनीय माना गया है. देवी देवताओं को प्रसन्न करने के लिए हवन करके भक्तगण बड़े बड़े अनुष्ठान करते हैं. वहीं रोजाना पूजन के समय सुबह और शाम को दीपक (Deepak) जरूर जलाते हैं. दीपावली, जन्मदिन आदि किसी त्योहार या शुभ अवसर पर भी लोग दीपक जलाते हैं. वहीं अखंड रामायण का पाठ करते हुए, नवरात्र आदि मौकों पर तो अखंड दीपक जलाया जाता है. माना जाता है कि दीपक का प्रकाश व्यक्ति के जीवन का अंधकार (Darkness) दूर कर देता है और उसके विचारों को सकारात्मक बनाता है. दीपक जलाने से घर की नकारात्मकता दूर हो जाती है और उस घर में रहने वाले सदस्यों का मन शांत होता है. लेकिन दीपक जलाने के भी कुछ नियम हैं, जिनके बारे में अक्सर लोग नहीं जानते. आइए आपको बताते हैं इस बारे में. कहां रखना चाहिए दीपकपूजा के समय दीपक जलाते समय ये जानना बहुत जरूरी है कि दीपक कहां रखना चाहिए और दीपक में किस तरह की बाती का इस्तेमाल करना चाहिए. अगर आप घी का दीपक जला रहे हैं तो इसे अपने बाएं हाथ की ओर भगवान के समक्ष रखें और तेल का दीपक दाएं हाथ की ओर रखें. घी के दीपक में हमेशा रुई की बाती का इस्तेमाल करना चाहिए. लेकिन तेल के दीपक में लाल धागे की बाती का इस्तेमाल करना बेहतर माना जाता है. दीपक जलाने का सही समय और दिशा क्या हैपूजा जितनी जल्दी की जाए, उतना शुभ माना जाता है क्योंकि सुबह के समय ध्यान अच्छी तरह से केंद्रित होता है. पूजा के दौरान दीपक जलाने के लिए सर्वोत्तम समय सुबह 5 बजे से 10 बजे तक और शाम को 5 बजे से 7 बजे के बीच में जलाना शुभ है. दीपक पूर्व दिशा की ओर या उत्तर दिशा की ओर रखना शुभ माना जाता है. पश्चिम दिशा की ओर रखने से आर्थिक संकट बढ़ता है और दक्षिण दिशा की ओर पितरों के निमित्त जलाया जाता है. खंडित न हो दीपकदीपक जलाने के लिए धातु का दीपक इस्तेमाल करें. अगर मिट्टी का कर रहे हैं, तो ये खंडित नहीं होना चाहिए. इसके अलावा दीपक जलने के बाद न बुझे, इसका खयाल रखें. इसके लिए आप कांच की चिमनी से दीपक को कवर कर सकते हैं. अगर किसी कारण दीपक बुझ जाए, तो उसे फौरन जलाकर परमेश्वर से क्षमा याचना कर लेनी चाहिए. (यहां दी गई जानकारियां धार्मिक आस्था और लोक मान्यताओं पर आधारितहैं, इसका कोई भी वैज्ञानिक प्रमाण नहीं है. इसे सामान्य जनरुचि को ध्यान में रखकर यहां प्रस्तुत किया गया है.) दीपक जलाने का सही टाइम क्या है?दीपक जलाना का सबसे उत्तम समय शाम 5 से 7 बजे के बीच का सही माना जाता है।
रात में दीपक जलाने से क्या होता है?दीपक के धुएं से वातावरण में मौजूद हानिकारक सूक्ष्म कीटाणु भी नष्ट हो जाते हैं। दीपक अंधकार खत्म करता है और प्रकाश फैलाता है। मान्यता है देवी-देवताओं को दीपक की रोशनी विशेष प्रिय है, इसीलिए पूजा-पाठ में दीपक अनिवार्य रूप से जलाया जाता है। रोज शाम के समय मुख्य द्वार के पास दीपक लगाना चाहिए।
शाम को दीपक कितने बजे लगाना चाहिए?पूजा जितनी जल्दी की जाए, उतना शुभ माना जाता है क्योंकि सुबह के समय ध्यान अच्छी तरह से केंद्रित होता है. पूजा के दौरान दीपक जलाने के लिए सर्वोत्तम समय सुबह 5 बजे से 10 बजे तक और शाम को 5 बजे से 7 बजे के बीच में जलाना शुभ है. दीपक पूर्व दिशा की ओर या उत्तर दिशा की ओर रखना शुभ माना जाता है.
शाम को दीपक कैसे लगाना चाहिए?इसलिए भगवान से मांगे क्षमा
घी के दीपक को हमेशा अपने लेफ्ट हाथ की ओर लगाना चाहिए और तेल का दीपक को राइट हाथ की ओर। अगर पूजा करते समय दीपक बुझ जाता है तो भगवान से भूल के लिए क्षमा याचना मांगनी चाहिए।
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