हम लोग आज के आर्टिकल में “Vano Se labh” वनों से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी को नीचे डिटेल से समझने वाले हैं- Show
तो जैसे आप लोग वन का नाम तो सुना ही होगा तो वन के द्वारा मानव को कई सारी वस्तु प्राप्त होती हैं जैसे की इमारती लकड़ी, और जानवरों के लिए चारा आदि तरह के लाभ मानव को वन के द्वारा मिलता है तो चलिये हम लोग नीचे डिटेल से समझते हैं- वनों से होने वाले प्रत्यक्ष लाभ :वनों से लकड़ी की प्राप्ति :तो हम लोग और आप लोगों ने लकड़ी का उपयोग करते ही आ रहे हैं| आज भी लकड़ी का यूस कर रहे हैं तो ये लकड़ी मानव ने जंगल या वन के द्वारा ही प्राप्त करता है और अपना आजीविका चलते हैं | जैसे की वनों से मानव ने इमारती लकड़ी भी प्राप्त करते हैं और लकड़ी को जंगल से लेयाकर के बाज़ारों में बेंच देते हैं और अपनी रोजी रोटी चलाते हैं तो आप लोगों को जानकारी समझ में आ गई होगी | ये भी पढ़िये ↓
जानवरों के लिए चरागाह :तो वनों से जानवरों के लिए चारा मिलता है क्योंकि उस जगह पर खाली स्थान रहता है तो चारा बहोत ही अच्छा होता है तो जानवर जंगल जाते हैं और चारा चरते हैं अपना भूंख मिटाते हैं| ये भी पढ़िये↓
रोजगार की प्राप्ति :तो जंगल से मानव को रोजगार भी बहोत ही अच्छा मिल जाता है जैसे की मानव ने जंगल जाते हैं और वहाँ से इमारती लकड़ी को ले आते हैं और उसी लकड़ी को बाजार में बेंच देते हैं और बेंचने के बाद कुछ पैसे मिल जाते है तो इसी तरह मानव का जंगल या वन के द्वारा रोजगार चलता है|
लघु उद्योग में सहायता मिलती हैं :तो वन के द्वारा मानव को लघु यानि की छोटे-छोटे उद्योग धंधे मिल जाते हैं जैसे की वन में कई तरह के फल फूल के पेढ रहते हैं तो मानव ने वही फल फूल को इकट्ठा करके बाजार में बेंच देते हैं और तेंदू के पत्ते को इकट्ठा करके मानव ने बेंचते हैं| तो इसी तरह के कई सारे उद्योग वनों में मिल जाते हैं | ये भी पढ़िये -↓
वनों से प्राप्त इमारती धन :जैसे की मान लीजिये की वनों से कई तरह के खनिज प्राप्त होते है जैसे बाँक्साइड, तांबा, तेल आदि तरह के खनिज वनो से प्राप्त होते हैं | वनों से होने वाले अप्रत्यक्ष लाभ :“Vano Se labh” बाढ़ से बचने में सहायक :तो वनों के पेढ अचानक आई हुई बाढ़ और सुनामी को नियंत्रण करते हैं | वृक्ष बाढ़ के वेग को कम कर देते हैं और जो नुकसान होने वाला होता है वो नुकसान बच जाता है| यदि ये जानकारी पता नहीं है तो नीचे दी गई लिंक पे क्लिक करके पढ़ लीजिए ♦
वर्षा में सहायता प्रदान करना :तो वनों के पेढ़ बादलों के अपनी तरफ खीचते है या आकर्षित करते है, तो वनों के कारण वर्षा होने की संभवना बढ़ जाती है| प्रदूषण को रोंकने के लिए सहायता :तो पर्यावरण में जो भी प्रदूषण हो रहा है तो उसे वन रोकने में सहायता करते हैं | जैसे की मान लीजिये की वाहन के द्वारा जो धुआँ निकलता है तो निकाला हुआ धुआँ हमारे पर्यावरण को प्रदूषित करता है | तो जो पेड़ पौधे होते हैं वो धुआँ को खींचकर अपना भोजन बना लेते है तो जिसके कारण प्रदूषण नहीं फैल पाता है |
वनों के द्वारा भूमि की सहायता :वन के द्वारा भूमि की सहायता होती है| जैसे की जब अधिक तेज बारिश होती है तब मिट्टी का कटाव होने लगता है | तो इस स्थिति में वन के पेढ़ की जड़ें मिट्टी को जकड़े हुई होती हैं जिस कारण से मिट्टी का कटाव नहीं हो पाता है| तो इस तरह से मिट्टी की सुरक्षा होती है| तो हमे उम्मीद है की आप लोगों को वनों से होने वाले लाभ समझ में आ गया होगा| यदि मन में कोई तरह का सवाल हो तो कॉमेंट बॉक्स के माध्यम से मेरे से संपर्क जरूर करिए | और अपने दोस्तों के साथ भी ये जानकारी को शेयर करिए धन्यवाद | “Vano Se labh” और पढ़ें
वनों के प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष लाभ कौन कौन से हैं?वनों से हम प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप में अनेक लाभ प्राप्त करते हैं, जैसे - प्रत्यक्ष लाभ स्वरूप हम वनों से इमारती काष्ठ, जलाऊ ईंधन, पशुओं के लिए चारा, गोंद, लाख, फल, जड़ी - बूटियाँ आदि प्राप्त करते हैं तो अप्रत्यक्ष रूप में वन वर्षा, बाढ़ की रोकथाम करते हैं, सुन्दर अभयारण्य एवं आकर्षक पर्यटक स्थल देते हैं ।
वनों के लाभ क्या क्या है?वनों से होने वाले प्रत्यक्ष लाभ :. वनों से लकड़ी की प्राप्ति :. जानवरों के लिए चरागाह :. रोजगार की प्राप्ति :. लघु उद्योग में सहायता मिलती हैं :. वनों से प्राप्त इमारती धन :. बाढ़ से बचने में सहायक :. वर्षा में सहायता प्रदान करना :. वनों के द्वारा भूमि की सहायता :. वनों को काटने से क्या हानि होती है?जब वन कम हो जाते हैं तब उस क्षेत्र में वर्षा कम होती है। इससे वृक्ष कम संख्या में उग पाते हैं। इस प्रकार एक दुष्चक्र आरंभ हो जाता है और वह क्षेत्र रेगिस्तान भी बन सकता है। वृक्षों के बहुत अधिक मात्रा में कटने से जैव पदार्थों से समृद्ध मिट्टी की सबसे ऊपरी परत वर्षा के पानी के साथ बहकर लुप्त होने लगती है।
भारत में वनों का क्या महत्व है?वन आर्थिक रूप से काफी महत्त्वपूर्ण है। भारतीय वनों से जहाँ पाँच सौ प्रकार की महत्त्वपूर्ण लकड़ियाँ प्राप्त होती है वहीं भारतीय वनों से चन्दन की लकड़ी, बीड़ी के पत्ते, लाख, गोंद, रेशम, मधु, कत्था, कुनैन, चिरौंजी, दालचीनी, चर्म शोधन की वस्तुएँ, सेमल रंग-रोगन के सामान और अनेक प्रकार की जड़ी-बूटियाँ प्राप्त होती हैं।
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