प्रोटीन की कमी से क्या नुकसान होता है? - proteen kee kamee se kya nukasaan hota hai?

सावधान: ये लक्षण दिखें तो समझ जाइए शरीर में है प्रोटीन की कमी, नजरअंदाज करना पड़ सकता है भारी

हेल्थ डेस्क, अमर उजाला, नई दिल्ली Published by: सोनू शर्मा Updated Sun, 01 Aug 2021 12:58 PM IST

Medically Reviewed by Dr. Parvesh Malik

डॉ. परवेश मलिक 
फिजिशियन, उजाला सिग्नस हॉस्पिटल
डिग्री- एम.बी.बी.एस, एमडी (जनरल मेडिसिन)

प्रोटीन हमारे शरीर के लिए बहुत ही जरूरी होता है, क्योंकि शरीर में मौजूद हर जीवित कोशिका को प्रोटीन की जरूरत होती है। वैसे तो प्रोटीन की जरूरत हर किसी को होती है, लेकिन खासकर बच्चों और किशोरों को अधिक मात्रा में प्रोटीन की आवश्यकता होती है। इससे उनके शरीर का विकास ठीक तरह से हो पाता है। प्रोटीन शरीर में नई कोशिकाओं को बनाने और उनमें सुधार लाने का भी काम करता है। यानी कुल मिलाकर त्वचा से लेकर बालों, नाखूनों, हड्डियों, शरीर की कोशिकाओं, मांसपेशियों और अंगों को स्वस्थ रखने के लिए प्रोटीन अति आवश्यक है। इसलिए यह जरूरी है कि इस बात का ध्यान रखा जाए कि शरीर में प्रोटीन की कमी न होने पाए, क्योंकि प्रोटीन की कमी से कई प्रकार की गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। आइए जानते हैं प्रोटीन की कमी के लक्षणों के बारे में, जिनपर ध्यान देना जरूरी है... 

प्रोटीन की कमी से होने वाले नुकसान 

  • अवसाद 
  • शारीरिक विकास में कमी 
  • बच्चों में कुपोषण जैसी बीमारी 
  • दिमाग का कमजोर होना 
  • अनिद्रा 
  • वजन का बढ़ना 

शरीर में प्रोटीन की कमी के लक्षण 

  • बार-बार भूख लगना 
  • चिड़चिड़ापन 
  • नाखूनों का नाजुक होना
  • पतले बाल या बालों का झड़ना 
  • घाव भरने में अधिक समय लगना 
  • जोड़ों और मांसपेशियों में दर्द 
  • बार-बार बीमार पड़ना 
  • नींद न आना 

प्रोटीन के स्रोत क्या हैं? 

  • हम अपने खानपान के माध्यम से शरीर में प्रोटीन की कमी को दूर कर सकते हैं। दाल, रोटी, कच्ची सब्जियां, दूध, दही, राजमा, सोयाबीन, मूंगफली, मेवा, अंडा, चिकन और मछली आदि प्रोटीन के अच्छे और प्राकृतिक स्रोत हैं। नियमित रूप से इनके सेवन से शरीर में कभी भी प्रोटीन की कमी नहीं होगी। कई लोग प्रोटीन की कमी को दूर करने के लिए दवाइयों का भी सेवन करते हैं। 

प्रोटीन की अधिकता के नुकसान 

  • ध्यान रखें कि प्रोटीन का अधिक मात्रा में सेवन नुकसानदायक भी हो सकता है। विशेषज्ञ कहते हैं कि प्रोटीन के अधिक सेवन से किडनी में पथरी, हृदय और लिवर संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। इसलिए हमेशा प्राकृतिक रूप से ही शरीर में प्रोटीन की मात्रा को पूरा करें, अधिक दवाइयों के सेवन से बचें। 

नोट: डॉ. परवेश मलिक एक फिजिशियन हैं और वर्तमान में पानीपत के उजाला सिग्नस महाराजा अग्रसेन अस्पताल में कार्यरत हैं। डॉ. मलिक ने हरियाणा के महर्षि मार्कंडेश्वर इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ साइंसेज एंड रिसर्च मुल्लाना, से अपना एबीबीएस पूरा किया है। इन्होंने जनरल मेडिसिन में एमडी भी किया। पानीपत के उजाला सिग्नस महाराजा अग्रसेन अस्पताल में काम करने से पहले डॉ. परवेश ने एम.एम इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज एंड रिसर्च महर्षि मार्कंडेश्वर यूनिवर्सिटी में जूनियर रेजिडेंट के तौर पर काम किया है।

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प्रोटीन की कमी क्या है?

प्रोटीन की कमी आपके शरीर में तब होती है, जब आपके शरीर को पर्याप्त प्रोटीन नहीं मिल पाता है। प्रोटीन आपकी मांसपेशियों के लिए, त्वचा के लिए, एंजाइम के लिए, हार्मोंस के लिए बेहद आवश्यक होता है। इसके अलावा यह शरीर के ऊतको के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण है।

शरीर की विभिन्न गतिविधियों के लिए आपकी बॉडी प्रोटीन का इस्तेमाल रोजाना करती है। शरीर के विकास और हर हिस्से को संतुलित बनाए रखने में प्रोटीन का इस्तेमाल होता है। त्वचा, बाल, पाचन क्रिया और रोग प्रतिरोधक क्षमता सब के लिए प्रोटीन आवश्यकता होता है। प्रोटीन एक रूप से दूसरे रूप में परिवर्तित होता है।

आपको पता होना चाहिए कि गर्भावस्था के दौरान और छोटे बच्चों के लिए प्रोटीन की बहुत अधिक आवश्यकता होती है। यदि आपके शरीर में प्रोटीन की कमी है तो शरीर ठीक ढ़ंग से काम करना बंद कर देता है।

पोषक तत्व की कमी प्रोटीन की कमी का एक मुख्य कारण है। यह उन बच्चों में होता है, जो पर्याप्त मात्रा में प्रोटीन, कैलोरी, कार्बोहाईड्रेट्स और अन्य पोषक तत्व नहीं खाते हैं। ऐसा अक्सर गरीबी और भोजन की कमी की वजह से होता है। इसके अलावा पोषक तत्वों के बारे में कम जानकारी भी प्रोटीन की कमी का कारण बनता है।

प्रोटीन की कमी की वजह से सूजन, वजन कम होना, घाव को ठीक होने में अधिक वक्त लगना, सिर दर्द और नींद न आना आदि परेशानियां हो सकती हैं। प्रोटीन के सबसे अच्छे स्त्रोत हैं मीट, डेरी, अंडा और मछली। इसके अलावा बीन्स और बीज में भी प्रोटीन्स मौजूद होते हैं।

प्रोटीन की कमी की वजह से स्वास्थ्य से संबंधित कई परेशानियां हो सकती हैं। इसके साथ ही साथ प्रोटीन कम मात्रा लेना भी आपके लिए नुकसानदायक साबित होता है क्योंकि इससे आपके शरीर में परिवर्तन होता है। प्रोटीन की कमी की वजह से पित्त में पथरी, गठिया, मांसपेशियों में कमजोरी और हृदय से संबंधित परेशानियां भी होती है।

प्रोटीन की कमी का इलाज बहुत आसान है। लेकिन डॉक्टर के माध्यम से इस बात का पता जरूर लगाएं कि आपको प्रोटीन की कमी है या नहीं। एक बार जब पता चल जाए कि आपको प्रोटीन की कमी है तब जल्द से जल्द अपना इलाज करवाएं। साथ ही वह उपाय काम लें जिससे आपकी प्रोटीन की कमी को दूर हो।

प्रोटीन की कमी से होने वाले रोग कौन से हैं?

1- चेहरे, त्वचा, पेट में सूजन है शरीर में प्रोटीन की कमी से हो सकती है..
2- बाल रूखे, बेजान होना, झड़ना भी प्रोटीन की कमी की वजह से हो सकते हैं..
3- प्रोटीन की कमी होने पर मांसपेशियां हड्डियों से प्रोटीन सोख लेती हैं. ... .
4- मांसपेशियों में प्रोटीन की कमी से मसल्स पेन की शिकायत हो सकती है..

प्रोटीन की कमी से शरीर पर क्या प्रभाव पड़ता है?

प्रोटीन की कमी से हड्डियों में कमज़ोरी आ जाती हैं। प्रोटीन की कमी से मसूड़ों में सूजन आ सकती हैं। प्रोटीन की कमी से खून में व्हाइट ब्लड सेल्स की कमी हो जाती हैं। प्रोटीन की कमी से नाखून और बाल कमजोर हो जाते हैं और टूटने लगते हैं।

शरीर में प्रोटीन की कमी कैसे होती है?

प्रोटीन की कमी के लक्षण:.
शरीर में प्रोटीन की कमी होने पर उसके लक्षण स्किन पर सबसे पहले दिखते हैं। स्किन में सूजन आने लगती है।.
पेट में सूजन आना भी प्रोटीन की कमी के लक्षण हैं।.
बाल रूखे, बेजान होकर झड़ना.
हड्डियों का कमजोर होना.
मसल्स पेन की शिकायत होना शामिल है।.

प्रोटीन की कमी हो तो क्या खाना चाहिए?

Protein-Rich Food: बात जब भी प्रोटीन की कमी को पूरा करने की आती है तो लोग एक दूसरे को चिकन- अंडे खाने की सलाह देने लगते हैं। यह सही है कि मीट में प्रोटीन की मात्रा बहुत अधिक होती है। लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि शाकाहारी भोजन खाने से शरीर में प्रोटीन की कमी को दूर नहीं किया जा सकता।