ये सात रंग है - बैंगनी(Voilet) ,जामुनी(Indigo), आसमानी(Blue), हरा(Green), पीला(Yellow), नारंगी(Orange), तथा लाल(Red) निचे से ऊपर तक क्योंकि बैंगनी रंग में विक्षेपण सबसे अधिक व लाल रंग में सबसे कम होता है। Show
इसे आप ट्रिक रोय(ROY) जी(G) की बीवी(BIV) से याद रख सकते हैं जो कि ऊपर से निचे है।
आपतित किरण को आगे बढ़ाने पर तथा निर्गत किरण को पीछे बढ़ाने पर उनके मध्य जो कोण बनता है उसे प्रिज्म कोण कहते है। यह परावर्तन, अपवर्तन, पूर्ण आन्तरिक परावर्तन और वर्ण विक्षेपण की घटना होती है। प्रथम - लाल - हरा - बैंगनी द्वितिय - बैंगनी - हरा - लाल रंगवस्तुओं का अपना कोई रंग नहीं होता। प्रकाश का कुछ भाग वस्तुएं अवशोषित कर लेती हैं। जबकि कुछ भाग परावर्तित करती है। परावर्तित भाग ही वस्तु का रंग निर्धारित करता है। सफेद प्रकाश में कोई वस्तु लाल इसलिए दिखाई देती है क्योंकि वह प्रकाश के लाल भाग को परावर्तित करती है। जबकि अन्य सभी को अवशोषित करती है। अपादर्शी वस्तुओं का रंग परावर्तित प्रकाश के रंग पर निर्भर करता है। जबकि पारदर्शी वस्तु का रंग उनसे पार होने वाले प्रकाश के रंग पर निर्भर करता है। जो वस्तु सभी प्रकाशीय रंगों को परावर्तित करती है सफेद दिखती है तथा जो सभी रंगों को अवशोषित कर लेती है काली दिखती है। प्रकाश का विक्षेपण किसे कहते हैं Questions › Category: Questions › प्रकाश का विक्षेपण किसे कहते हैं 0 Vote Up Vote Down Questins Staff asked 3 years ago प्रकाश का विक्षेपण किसे कहते हैं वर्ण विक्षेपण क्षमता किसे कहते हैं वर्ण विक्षेपण का चित्र प्रकाश के वर्ण विक्षेपण से आप क्या समझते हैं वर्ण विक्षेपण क्षमता का सूत्र वर्ण विक्षेपण क्षमता से क्या तात्पर्य है वर्ण विक्षेपण क्षमता की परिभाषा वर्ण विक्षेपण छमता वर्ण विक्षेपण क्षमता क्या है Question Tags: Science 1 Answers 0 Vote Up Vote Down Rohit Verma Staff answered 3 years ago जब काँच की प्रिज्म से प्रकाश का पुंज गुज़ारा जाए तो यह सात रंगों में बंट जाता है जिसे प्रकाश का विक्षेपण कहते हैं। इन सात रंगों को बैंगनी (Vioet), हल्के नीला (Indigo), नीला (Blue), हरा (Green), पीला (Yellow), संतरी (Orange) और लाल (Red) वर्ण क्रम में व्यवस्था प्राप्त होती है। ये सभी रंग अलग-अलग कोण पर मुड़ते हैं। लाल रंग सबसे कम मुड़ता है और बैंगनी सबसे अधिक। वर्णक्रम को VIBGYOR के द्वारा याद रखा जा सकता है। प्रकाश का विक्षेपण प्रकाश के अपवर्तन के कारण होता है। प्रकाश के विभिन्न रंगों के द्वारा निर्वात या हवा में समान वेग से दूरी तय की जाती है। वे काँच, पानी आदि भिन्न अपवर्तनांक माध्यमों में अलग-अलग गति से बढ़ती हैं। बैंगनी रंग के प्रकाश की गति लाल रंग के प्रकाश की अपेक्षा कम होती है। जब श्वेत प्रकाश की किरण किसी पारदर्शी प्रिज्म पर डाली जाती है तो वह प्रकाश की किरण अपने अवयवी रंगो मे विभक्त हो जाती है इस घटना को प्रकाश वर्ण विक्षेपण कहते है इस घटना को सबसे पहले सर आईजैक न्यूटन ने देखा था न्यूटन ने यह देखा की जब सूर्य के श्वेत प्रकाश को प्रिज्म मे से गुजारा जाता है तो प्रिज्म के दूसरी ओर रखे सफेद पर्दे पर प्रकाश की रंगीन पट्टी (band) बन जाती है इस पट्टी का एक सिरा लाल व दुसरा बैंगनी है तथा इसके बीच मे असंख्य रंग अविरवता से फैले रहते है इन्ही रंगों की इस बैंड को स्पेक्ट्रम (spectrum) कहते है तथा सात रंगों से बनने वाले order ऑफ़ कलर को अगर नीचे से उनके कलर अनुसार पड़े तो वह VIBGYOR बनता है इन सात रंगों को याद करने के लिए VIBGYOR शब्द का निर्माण करते है जिसमें से लाल प्रकाश की किरण मे विचलन सबसे कम तथा बैंगनी की सबसे ज्यादा होती है , प्रकाश की किरण मे विचलन भिन्न-भिन्न होता है न्यूटन के बाद कई वैज्ञानिकों ने यह पता लगाया की सूर्य का प्रकाश केवल लाल रंग तक ही सीमित नही है बल्कि लाल रंग के ऊपर तथा बैंगनी रंग के नीचे भी काफी विस्तार से फैला है इन्हे प्रकाश न कहकर अवरक्त विकिरण ( intra-red-radiation) तथा पराबैंगनी विकिरण (ultraviolet radiationl) कहते है प्रकाश के वर्ण विक्षेपण के कारण-जिस प्रकार हम जानते है कि प्रकाश का वर्ण विक्षेपण एक सफ़ेद रंग के अंदर होने वाले सात अलग अलग रंग होते है हर रंग जब किसी कांच के prism से गुजरता है तो उनका जो विचलन के कोण(angle of deviation) अलग अलग होते है इन्ही सात रंगों में विचलन के कोण ( angle of deviation) की वजह से सबसे ऊपर जो रंग होता है वो है लाल ( red) और जो सबसे नीचे होता है वो है बैंगनी ( violet) क्योंकि लाल (red) रंग की जो चिरने की क्षमता होती है वह सारे रंगों में सबसे ज्यादा होती है वही बैंगनी (violet) रंग हलके से अँधेरे में भी नहीं दिखता इसलिए लाल रंग को ऊपर और बैंगनी को सबसे नीचे रखा है प्रकाश के वर्ण विक्षेपण का उदाहरणप्रकाश के वर्ण विक्षेपण का सबसे अच्छा उदाहरण आकाश में बनने वाला इंद्रधनुष (rainbow) होता है यह nuture अपने आप बनाती है जब वर्षा और सूरज एक साथ होते है जैसे के वर्षा होने के बाद पानी की बूंदे nuture में रह जाती है और ऐसे में जब सूर्य की किरणें उसके पार निकलती है तो वह बूंदे prism का काम करती है और सूर्य से आने वाली किरण साथ अलग अलग रंगों में बट जाती है इसी वजह से इंद्रधनुष(rainbow) नजर आता है प्रकाश का वर्ण विक्षेपण से आप क्या समझते हैं?प्रकाश का वर्ण विक्षेपण (Dispersion Of Light)
सूर्य के प्रकाश (श्वेत प्रकाश) को प्रिज्म से गुजारने पर यह प्रकाश सात अवयवी रंगों में विभक्त हो जाता है। प्रकाश से जुड़ी इस घटना को 'प्रकाश का वर्ण विक्षेपण' कहते हैं। अतः श्वेत प्रकाश का सात अवयवी रंगों में विभक्त हो जाने की घटना को 'वर्ण विक्षेपण' कहा जाता है।
प्रकाश का वर्ण विक्षेपण से आप क्या समझते हैं इन्द्रधनुष की व्याख्या करें?Solution : वर्षा होने के बाद जब सूर्य चमकता है और हम सूर्य की ओर पीठ करके खड़े होते हैं, तो हमें कभी-कभी आकाश में अर्धवृत्ताकार रंगीन पट्टी दिखाई पड़ती है। इस अर्धवृत्ताकार रंगीन पट्टी को इंद्र-धनुष कहते हैं। श्वेत प्रकाश के इसके विभिन्न रंगों में विभक्त होने की घटना को प्रकाश का वर्ण-विक्षेपण (dispersion) कहते हैं।
प्रकाश का विक्षेपण अर्थात् क्या प्रिज्म के द्वारा प्रकाश का विक्षेपण की घटना आकृति बनाकर समझाइए?प्रकाश का विक्षेपण एक प्रिज्म से गुजरने पर अपने घटक रंगों में सफेद प्रकाश की किरण के विभाजन की घटना है। सात रंगों के बैंड को प्राप्त (दृश्यमान) स्पेक्ट्रम कहा जाता है। सफेद प्रकाश का विक्षेपण इसलिए होता है क्योंकि सफेद प्रकाश के रंग कांच के प्रिज्म के माध्यम से विभिन्न गति से यात्रा करते हैं।
प्रकाश के विचलन एवं वर्ण विक्षेपण में क्या अंतर है?जब श्वेत प्रकाश को प्रिज्म में से गुजारा जाता है तो वह सात रंगों में विभक्त हो जाता है। इस घटना को वर्ण विक्षेपण कहते है तथा प्राप्त रंगों के समुह को वर्ण क्रम कहते है। अधिक तरंग दैध्र्य वाले प्रकाश अर्थात लाल रंग का विचलन कम तथा कम तरंगदैध्र्य वाले प्रकाश अर्थात बैंगनी का विचलन अधिक होता है।
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