प्रेगनेंसी में दूध पीने का सही समय क्या है? - preganensee mein doodh peene ka sahee samay kya hai?

बचपन से ही माएं बच्चों को दूध पीने के लिए डांटती भी हैं और इसके फायदे बता कर समझाती भी हैं. दूध में विटामिन ए, के और बी 12, थाइमिन और निकोटिनिक एसिड, मिनरल जैसे- कैल्शियम, फास्फोरस, सोडियम और पोटेशियम पाए जाते हैं, जो हड्डियों के लिए बहुत फायदेमंद है और इससे हमें ताकत मिलती है.

अक्सर देखा गया है कि बच्चों को तो हम दूध पीने पर बहुत जोर देते हैं लेकिन घर के अन्य सदस्यों को पर दूध के मामले में उतना ध्यान नहीं देते. जबकि बढ़ती उम्र में भी दूध पीना उतना ही जरूरी है जितना बचपन में. वहीं लोग अपने कंफर्ट के हिसाब से दूध पीते हैं जैसे बच्चों को दूध नाश्ते में दिया जाता है तो बड़े-बुजुर्ग दूध रात में सोने से पहले पीना पसंद करते हैं.

दूध पीने का सही समय क्‍या है, इस बात को लेकर हर किसी के मन में दुविधा रहती है. कई लोग कहते हैं दूध नाश्ते के साथ पीना अच्छा होता है तो कई लोग इसे रात में पीना सही समझते हैं. हालांकि अगर दूध का सेवन दिन में किया जाए तो यह हमें दिनभर एनर्जी देता है और रात में लिया जाए तो यह दिमाग को शांत करके अच्छी नींद लाने में सहायक होता है. 

वहीं आयुर्वेद रात में दूध पीने को प्राथमिकता देता है. अगर दूध पीने के सही समय को लेकर आप भी हैं दुविधा में तो जानिए ये कुछ जरूरी बातें...

क्या होता जब आप अलग-अलग समय पर दूध पीते हैं...
सुबह: पचाने में भारी होने के कारण सुबह दूध पीने से मना किया जाता है, लेकिन माना जाता है कि इस समय दूध पीने से दिनभर शरीर में एनर्जी बनी रहती है.
दोपहर: दोपहर के समय दूध पीना बुजुर्गों के लिए फायदेमंद होता है क्‍योंकि इससे शरीर को ताकत मिलती है.
शाम: शाम के समय दूध पीना आंखों के लिए बहुत अच्‍छा माना जाता है.
रात: रात को दूध पीना सबसे अच्‍छा माना जाता है क्‍योंकि इससे शरीर की दिन भर की थकान मिटती है और नींद अच्‍छी आती है.

ये हैं रात को दूध पीने के लाभ
- दूध में ट्रीप्‍टोफन नामक अमीनो एसिड की मौजूदगी से नींद के हार्मोन स्‍तर को बढ़ाने में मदद मिलती है. इसी कारण से रात को दूध पीने से अच्‍छी नींद आती है.
- दूध कैल्शियम का अच्छा स्रोत है, जो हड्डियों को मजबूत बनाने में मदद करता है.
- दूध में प्रोटीन होता है जो कि मांसपेशियों के विकास के लिए लाभदायक होता है.

दूध पीने से पहले जान लें कुछ जरूरी बातें
- कमजोर पाचन, त्वचा संबंधी समस्‍याओं, खांसी, अपच और पेट में कीड़े जैसी समस्‍याओं से परेशान लोगों को दूध के सेवन से बचना चाहिए.
- दूध को कभी भी भोजन के साथ नहीं पीना चाहिए क्‍योंकि यह जल्‍द हजम नहीं हो पाता. इसे हमेशा अलग से गर्म करके पीना चाहिए.
- आयुर्वेद के अनुसार रात को सोने से पहले दूध पीने के लिए जरूरी है कि आप शाम के भोजन के दो घंटे बाद ही इसे पि‍एं ताकि आपको रात को दूध पीने का लाभ मिल सके.

प्रेगनेंसी में दूध कब पीना चाहिए?

जैसे ही आपको पता चलता है कि आप गर्भवती हैं, मातृ दूध का सेवन किया जा सकता है। यह आपको आपकी गर्भावस्था के लिए आवश्यक आवश्यक पोषक तत्व प्रदान करेगा। दूध एक सामान्य पेय है जिसे आप सुबह पी सकते हैं और इसे गर्भावस्था के दौरान अपने आहार में शामिल करना संभव है।

सुबह दूध कब पीना चाहिए?

आयुर्वेद हर किसी को दूध पीने की सलाह देता है, लेकिन जिन लोगों को इससे एलर्जी उन्हें इसके सेवन से बचना चाहिए, लेकिन इसका सेवन करने का सबसे अच्छा समय शाम से लेकर सोने तक का समय होता है। सुबह के समय दूध का सेवन करने से बचना चाहिए क्योंकि प्राचीन मान्यताओं के अनुसार सुबह दूध का सेवन शरीर को पचाने में भारी हो सकता है।

क्या प्रेगनेंसी के दौरान रात में दूध पीना अच्छा है?

दूध। सोने से पहले एक गर्म दूधिया पेय एक पुराना पसंदीदा है , और अच्छे कारण के लिए। “दूध, सभी डेयरी के साथ, एक महत्वपूर्ण अमीनो एसिड होता है जिसे ट्रिप्टोफैन कहा जाता है। ट्रिप्टोफैन मेलाटोनिन के उत्पादन को बढ़ाने में मदद करता है, एक नींद-प्रेरक हार्मोन, "पोषण चिकित्सक क्लो बॉलर (chloebowler.com) बताते हैं।

गर्भवती महिला को सुबह उठकर क्या खाना चाहिए?

प्रेगनेंसी के दौरान महिलाएं खाली पेट प्रोटीन से भरपूर चीजों का सेवन कर सकती हैं. इससे ना केवल शिशु का शारीरिक विकास हो सकता है बल्कि मानसिक विकास होने में भी मदद मिल सकती है. प्रेगनेंसी के दौरान महिलाओं को डेरी उत्पाद चीजें जैसे दूध, दही, छाछ आदि का सेवन जरूर करना चाहिए.