प्राचीन इतिहास जानने के स्रोत कौन कौन हैं?हिन्दू धर्म में अनेक ग्रन्थ, पुस्तकें तथा महाकाव्य इत्यादि की रचना की गयी हैं, इनमे प्रमुख रचनाएँ इस प्रकार से है – वेद, वेदांग, उपनिषद, स्मृतियाँ, पुराण, रामायण एवं महाभारत। इनमे ऋग्वेद सबसे प्राचीन है। इन धार्मिक ग्रंथों से प्राचीन भारत की राजव्यवस्था, धर्म, संस्कृति तथा सामाजिक व्यवस्था की विस्तृत जानकारी मिलती है।
इतिहास जानने के साधन क्या क्या है?इतिहास जानने के स्रोत अथवा साधन. (2)विदेशी यात्रियों के विवरण. (3) पुरातत्व संबंधी साक्ष्य. साहित्यिक साक्ष्य -. धार्मिक साहित्य - धार्मिक साहित्य में ब्राम्हण तथा ब्रम्हणेत्तर साहित्यों की चर्चा की जाती है. ब्राह्मण ग्रंथों में वेद ,उपनिषद, रामायण ,महाभारत ,पुराण, स्मृती ग्रंथ आते हैं जबकि. इतिहास क्या है इतिहास के स्रोतों का वर्णन करें?इतिहास के स्रोत (History ke srot) : पुरातात्विक स्रोत
प्राचीन भारत के अध्ययन के लिए पुरातात्विक सामग्रियाँ सर्वाधिक प्रमाणिक हैं। इसके अन्तर्गत मुख्यतः अभिलेख, सिक्के, स्मारक, भवन, मूर्तियाँ, चित्रकला आदि आते हैं। अभिलेख:- पुरातात्विक स्रोतों के अन्तर्गत सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण स्रोत अभिलेख है।
प्राचीन भारतीय इतिहास के पुरातात्विक स्रोत क्या है?प्राचीन भारतीय इतिहास को जानने के लिए पुरातात्विक स्रोतों के अंतर्गत अभिलेख, सिक्के, मूर्तियां, चित्रकला, मृदभांड एवं मोहरें आते है।
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