Show संवाददाताओं के बीच काम का विभाजन आमतौर पर उनकी दिलचस्पी और ज्ञान को ध्यान में रखते हुए किया जाता है मीडिया की भाषा में इसे बीट कहते हैं। बीट की रिपोर्टिंग के लिए संवाददाता में उस क्षेत्र के बारे में जानकारी और दिलचस्पी का होना पर्याप्त है। एक बीट रिपोर्टर को आमतौर पर अपनी बीट से जुड़ी सामान्य खबरें ही लिखनी होती हैं। लेकिन विशेषीकृत रिपोर्टिंग का तात्पर्य यह है कि आप सामान्य खबरों से आगे बढ़कर उस विशेष क्षेत्र या विषय से जुड़ी घटनाओं, मुद्दों और समस्याओं का बारीकी से विश्लेषण करें और पाठकों के लिए उसका अर्थ स्पष्ट करने की कोशिश करें। बीट रिपोर्टिंग और विशेष सीक्रेट रिपोर्टिंग में क्या अंतर है?एक बीट रिपोर्टर को आमतौर पर अपनी बीट से जुड़ी सामान्य खबरें ही लिखनी होती हैं। लेकिन विशेषीकृत रिपोर्टिंग का तात्पर्य यह है कि आप सामान्य खबरों से आगे बढ़कर उस विशेष क्षेत्र या विषय से जुड़ी घटनाओं, मुद्दों और समस्याओं का बारीकी से विश्लेषण करें और पाठकों के लिए उसका अर्थ स्पष्ट करने की कोशिश करें।
प्र 20 बीट रिपोर्टिग और विशेषीकृत रिपोर्टिंग में क्या अन्तर होता है लिखिए?बीट रिपोर्टिंग - अपने बीट में जो कुछ दिखता है, जिस में कोई खबर है, वह देना बीट रिपोर्टिंग। आम तौर पर यह सर्वसाधारण खबरें होती है, जो कई समाचारपत्रों में प्रकाशित हुई दिखती है। विशेषीकृत रिपोर्टिंग स्पष्ट करता है कि, इस रिपोर्ट के लिए पत्रकार ने कुछ ज़्यादा मेहनत और अभ्यास किया हो। वह उसकी विशेष खबर होती है।
विशेष रिपोर्ट से क्या समझते हैं?इसे सुनेंरोकेंअखबारों और पत्रिकाओं में सामान्य समाचारों के अलावा गहरी छानबीन, विश्लेषण और व्याख्या के आधार पर विशेष रिपोर्ट भी प्रकाशित होती हैं। ऐसी रिपोर्टों को तैयार करने के लिए किसी घटना, समस्या या मुद्दे की गहरी छानबीन की जाती है। उससे संबंधित महत्त्वपूर्ण तथ्यों को इकट्ठा किया जाता है।
रिपोर्टिंग देने वाले रिपोर्टर को क्या कहते हैं?उस क्षेत्र में रिपोर्टिंग करने वाले रिपोर्टर को ही विशेष संवाददाता कहते हैं। संवाददाता का साधारण अर्थ है संवाद देने वाला।
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