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मध्यप्रदेश की फसलें Major Crops of MPमौसम के आधार पर फसल का वर्गीकरणरबी की फसलें- गेहूँ , चना, मटर, राई, सरसों, मसूर खरीफ की फसलें- चावल, सोयाबीन, कपास, गन्ना, मूंगफली, तिल, तुअर, ज्वार, मक्का, सूर्यमुखी जायद की फसलें- लोकी, ककड़ी, खीरा, तरबूज, खरबूज उपयोग के आधार पर फसल वर्गीकरणव्यापारिक फसलें- कपास, गन्ना, तम्बाकू, अफीम, पटसद, अलसी, तिल, सोयाबीन, आदि। खाद्यान्न फसलें- गेहूं, चावल, ज्वार, मक्का, बाजरा, चना, दालें, तिलहन मध्यप्रदेश में कृषि की जलवायुविक भौगोलिक दशायें
म.प्र. की प्रमुख चारा फसलमक्का, ज्वार, बाजरा, बरसीम, जई, ग्वार आदि चारा फसलों के अंतर्गत आती हैं। मध्यप्रदेश के कुल फसल क्षेत्र का 35 प्रतिशत क्षेत्रफल चारा फसलों का है। कुकरू खामला- कॉफी उत्पादक क्षेत्रम.प्र. का एकलौता कॉफी उत्पादक क्षेत्र ‘कुकरू खामला‘ (भैंसदेही जिला बैतूल) है। यहाँ एक ब्रिटिश नागरिक द्वारा 110 हेक्टेयर क्षेत्र में कॉफी के बागान लगाए गए थे। अब यह क्षेत्र सिमटकर 22 हेक्टेयर रह गया है। फसलों में म.प्र. का स्थानगेेहूं, दलहन एवं तिलहन उत्पादन में मध्यप्रदेश का देश में प्रथम स्थान है।
मध्यप्रदेश से कृषि निर्यातउत्पादउत्पादक जिले एवं आयातक देश आलू, प्याज, लहसून जिले- मालवा क्षेत्र, उज्जैन, इंदौर, देवास, धार, शाजापुर, रतलाम, नीमच मंदसौरआयातक देश- मलेशिया, श्रीलंका, दुबई, मारीशस, बांग्लादेश मसाले जिले- गुना, मंदसौर, उज्जैन, राजगढ़, रतलाम, शाजापुर, नीमचआयातक देश- मध्यपूर्व दुबई, कनाड़ा, यूके, दक्षिण अफ्रीका, मलेशिया, मारीशस गेहूॅ जिले- उज्जैन, रतलाम, मालवा क्षेत्र, महाकौशल क्षेत्रआयातक देश- मध्यपूर्व दुबई, मलेशिया दालें जिले- शिवपुरी, गुना, विदिशा, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ाआयातक देश- मध्यपूर्व दुबई, मलेशिया संतरे जिले- छिंदवाड़ा, होशंगाबाद, बैतूलआयातक देश-मध्यपूर्व दुबईमध्यप्रदेश की प्रमुख फसलेंगेहूँ
चावल
मक्का
ज्वार
बाजरा
दलहन
चना
अरहर
तिलहन
सोयाबीन
राई-सरसो
अलसी
तिल
जौ
मध्यप्रदेश की प्रमुख वाणिज्यिक फसलेंप्रदेश की प्रमुख वाणिज्यिक फसलें कपास एवं गन्ना हैं । इसमें कपास सर्वाधिक महत्वपूर्ण है जो निमाड़ में सर्वाधिक होती है। इसके अलावा मालवा में भी कपास का उत्पादन होता है। गन्ना दूसरी नगद फसल है जो मालवा में मुख्यतः होती है। मूंगफली राज्य की एक अन्य नगदी फसल है। गन्ना- प्रदेश में गन्ना मुख्य रूप से नरसिंहपुर जिले में पैदा किया जाता हैं। मूंगफली- मूंगफली का सर्वाधिक उत्पादन शिवपुरी, छिंदवाड़ा, बड़वानी, टीकमगढ़, झाबुआ, और खरगौन जिलों में किया जाता है। इसके अलावा धार, रतलाम, बालाघाट, सिवनी तथा अलीराजपुर जिलों में भी मूंगफली का उत्पादन होता है। कपास- कपास कर रकबा 6.03 लाख हेक्टेयर के आसपास है। मध्यप्रदेश में बी.टी काटन के अंतर्गन 5.72 लाख हेक्टेयर क्षेत्र है। कपास मुख्य रूप से मालवा एवं निमाड़ क्षेत्र में उगाया जाता है। मसाले- उत्पादन की दृष्टि से प्रदेश के प्रमुख मसाले लहसून एवं धनिया है। मध्यप्रदेश का मसाला उत्पादन में देश में चौथा स्थान है। भारत विश्व का सबसे बड़ा मसाला उत्पादक, उपभोक्ता और निर्यातक देश है। तंबाकु- निकोटियाना अर्थात तंबाकु का उत्पादन रीवा-पन्ना पठार की लाल-पीली मिट्टी में होता है। रीवा में सर्वाधिक तंबाकु होती है। अफीम एवं गांजा- म.प्र. मेंदेश की सर्वाधिक अफीम होती है। नीमच सबसे बड़़ा उत्पादक जिला है। जबकि मंदसौर दूसरा है। गंाजा खंडवा जिले में होता है, जिसके रस से ‘चरस‘ बनती है। गांजा केनेबिस पौधे का उत्पाद है। इस पौध के पुष्प से गांजा पत्तियों से भांग तथा तने से चरस प्राप्त की जाती है। अफीम का उपयोग औषधि मे होता है। और इससे ब्राउन शुगर और हैरोइन भी बनती है। अफीम का सर्वाधिक निर्यात जापान तथा इसके बाद अमेरिका को होता है। जूट-जूट एक रेशेदार पौधा है। इसकी खेती प्रदेश में सतना, रीवा, मंडला एंव डिंडोरी जिलों में की जाती है। जूट आधारित उद्योग मुख्यतः मंडला तथा डिंडोरी जिलों में स्थित हैं। गेस्टा- जूट के विकल्प के रूप में इस रेशेदार फसल का उत्पादन गुना, भिण्ड, अशोकनगर, रीवा, शिवपुरी में होता है। सनई- एक रेशेदार पौधा है जो मध्य पूर्वी जिलों में मुख्य रूप से तथा निमाड़ क्षेत्र ें मामूली रूप से उत्पादित होता है। MP में सबसे ज्यादा फसल किसकी होती है?सोयाबीन फसल, खरीफ मौसम में हमारे प्रदेश में सर्वाधिक बोई जाने वाली फसल है, जो वर्तमान में लगभग 62 लाख हैक्टर में बोई जा रही है। इसके अलावा खरीफ में हमारी प्रमुख फसलें सोयाबीन, धान, मक्का, अरहर, मूंग उड़द, ज्वार, बाजरा, कोदों, कुटकी, तिल, कपास आदि हैं।
मध्य प्रदेश की मुख्य फसल कौन सी है?प्रदेश की प्रमुख खरीफ फसलें सोयाबीन, धान, मक्का, तुअर ''अरहर'' मूंग, उड़द, ज्वार, बाजरा, तिल, कपास है साथ ही प्रमुख रबी फसलें गेहूं, चना, मटर, मसूर, सरसों, अलसी है जबकि प्रमुख उद्यानिकी फसलों में, फलों में आम, अमरुद, केला, संतरा, पपीता वहीं सब्जीयों में आलू, प्याज, टमाटर, मटर और मसालों में धनिया, मिर्च, लहसून के ...
मध्य प्रदेश में कुल कितने फसल क्षेत्र हैं?मध्य प्रदेश में 11 कृषि-जलवायु क्षेत्र हैं। राज्य को 11 कृषि-जलवायु क्षेत्रों और 5 फसल क्षेत्रों में विभाजित किया गया है।
मध्यप्रदेश की प्रमुख व्यापारिक फसल कौन सी है?प्रदेश की प्रमुख वाणिज्यिक फसलें कपास एवं गन्ना हैं । इसमें कपास सर्वाधिक महत्वपूर्ण है जो निमाड़ में सर्वाधिक होती है। इसके अलावा मालवा में भी कपास का उत्पादन होता है। गन्ना दूसरी नगद फसल है जो मालवा में मुख्यतः होती है।
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