कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

आप सभी इस बात को जानते ही होंगे कि हर धर्म के अपने कुछ रीति-रिवाज होते हैं। हर धर्म अपने भगवान को पूजता है। हर धर्म के अलग-अलग पर्व होते हैं। एक तरफ हिंदुओं में दिवाली, होली का पर्व मनाया जाता है तो वहीं दूसरी तरफ मुसलमानों में ईद, मुहर्रम, रमजान। सिख धर्म के भी अपने अलग त्यौहार होते हैं और इस तरह जितने धर्म है उतने त्यौहार मनाए जाते हैं। अब आज हम आपको बताने जा रहे हैं कुरान के बारे में, जो इस्लाम धर्म का सबसे महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ है। जी दरअसल हर धर्म के कुछ ग्रंथ होते हैं और उनमे बहुत सी बातें लिखी होती हैं जो लोगों को माननी होती है। अब आज हम आपको कुरान में लिखी कुछ खास बातों को बताने जा रहे हैं जिन्हे सुनकर आपको आश्चर्य होगा। कुरान की कुछ आयतें ऐसी हैं जो दंगे, लड़ाई, झगड़े को भड़कातीं हैं और उन आयतों को ही आज हम आपको बताने जा रहे हैं। खैर उसके अलावा भी कुछ चौकाने वाली बातें हम आपको बताएंगे जो कुरान में लिखीं हैं।

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

कुरान में लिखा है 'मूर्तिपूजको' को जहाँ पाओ कत्ल कर दो- कुरान में मूर्ति पूजने वालों के लिए यह लिखा गया है कि जब पवित्र महीने बीत जाए तो वह जहाँ मिले उन्हें पकड़ो और उन्हें घेरो। इसी के साथ हर घात की जगह उनकी ताक में बैठो और उनका कत्ल करो। जहाँ कहीं भी मूर्ति पूजक मिले उन्हें मार दो। ( कुरान मजीद, सूरा 9, आयत 5) (कुरान 9:5)

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

कुरान में लिखा है केवल अल्लाह को मानो- कुरान में यह भी लिखा गया है कि केवल अल्लाह को मानना चाहिए क्योंकि मूर्तियों को पूजने वाले नापाक (अपवित्र) हैं। (कुरान सूरा 9, आयत 28)

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

कुरान में लिखा है गैर-मुस्लिम तुम्हारे दुश्मन - कुरान के सूरा 4, आयत 101 में लिखा हुआ है कि काफिर यानी गैर-मुस्लिम तुम्हारे खुले दुश्मन हैं, और उन 'काफिरों' से लड़ो जो तुम्हारे आस पास हैं। (कुरान सूरा 9, आयत 123)

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

कुरान में लिखा है 'काफिरों' के साथ जिहाद करो - कुरान में लिखा हुआ है जो काफिर हैं यानी गैर मुस्लिम उनके साथ जिहाद करो। उन पर जितना हो सके सख्ती करो क्योंकि उनका ठिकाना ‘जहन्नम’ है, और बुरी जगह है जहाँ वह पहुँच जाए। (कुरान सूरा 66, आयत 9)

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

कुरान में लिखा है मूर्तिपूजा समाप्त करो- कुरान सूरा 2 आयत 193 में लिखा है उनके विरूद्ध तब तक लड़ते रहो जब तक मूर्तिपूजा खत्म न हो जाए। इसके अलावा सूरा 26 आयत 94 में लिखा है सभी मूर्तिपूजकों को अल्लाह औंधे मुँह नर्क की आग में डालकर जला देगा।

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

कुरान में लिखा है मूर्तीपूजक नापाक है- कुरान सूरा 9 आयत 28 में लिखा है 'हे इमां वालों (मुसलमानों) मुशरिक (मूर्ती पूजक) नापाक है।'' 

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

कुरान में लिखा है काफिरों का क़त्ल करने के बाद उनकी सम्पत्ति, बीवी, बच्चों का क्या करें- कुरान में लिखा गया है- 'यह लूट अल्लाह ने दी है।' (कुरान सूरा 48 आयत 20 में) उन चीजों का भोग करो क्योंकि उन्हें तुमने युद्ध में प्राप्त किया है। (कुरान सूरा 8 आयत 69)

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

कुरान में लिखा है काफिरों की बीवी से विवाह करो - कुरान में लिखा हुआ है विवाहित औरतों के साथ विवाह हराम है लेकिन जब युद्ध में माले-गनीमत के रूप में औरतें मिले तो वह तुम्हारी गुलाम है इसलिए उनके साथ विवाह करना जायज है।" (कुरान सूरा 8 आयत 69) 

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

कुरान में लिखा है काफिरों का क़त्ल अल्लाह करता है- कुरान आयत 8/17 और 18 दोनो में लिखा है तुम्हे काफिरों का क़त्ल नहीं किया है अल्लाह ने उन्हें क़त्ल किया है

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

तो क्या मूर्तिपूजक नापाक हैं- कुरान में लिखा है मुशरिक, काफिर लेकिन ये लोग कौन है।।।? आपको बता दें कि मुशरिक का अर्थ मूर्तिपूजक होता है जो कुरान में लिखा हुआ है। अब बात करें मूर्ति पूजक की तो वह हिन्दू धर्म और सनातन धर्म के लोग है जो मूर्ति की पूजा करते हैं। जो लोग ईश्वर को मानते हैं उनकी हमेशा यही दलील होती है कि वह मूर्ति को नहीं बल्कि उसमे अपने ईश्वर को बसाकर उनकी पूजा करते हैं। वैसे केवल सनातन धर्म ही नहीं बल्कि अन्य धर्म भी जैसे यहूदी, इसाई, सिख (केवल फोटो ), जैन, बोद्ध सभी मूर्ति पूजा करते है, तो अब सबसे बड़ा सवाल जो सामने आता है वह यह है कि क्या अल्लाह के लिए सारे मूर्तिपूजक नापाक है?? अल्लाह के अनुसार क्या केवल मुसलमान या इस्लाम को मानने वाले ही पाक है?? क्या अल्लाह यानी ईश्वर ऐसा फैसला कर सकता है। हम सभी ने पढ़ा है ईश्वर-अल्लाह एक है तो क्या वह मनुष्यों के धर्म के अनुसार उनमे फर्क करता है।।।? 

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

क्या सीखेंगे कुरान पढ़ने वाले बच्चे- कुरान की कुछ आयतें जब दंगे, लड़ाई, झगड़े को भड़काती है तो ये इन सभी के बीच में सबसे बड़ा सवाल है कि जिन बच्चों को बचपन से कुरान पढ़ने के लिए कहा जाता है वह क्या पढ़ेंगे और क्या सीखेंगे...? कुरान में मूर्तिपूजकों को मारने के बारे में लिखा है तो इस तरह तो बच्चे कभी मूर्तिपूजकों से बात ही नहीं करेंगे क्योंकि बचपन से मूर्तिपूजकों के लिए उनके मन में केवल नफरत होगी। जिस तरह कुरान में लिखा है 'वह (मूर्तिपूजक) जहाँ मिल जाए उनका कत्ल कर दो।' इन बातों को अगर बच्चे अपने मन में बचपन से बैठा लेंगे तो वह बड़े होकर दंगे, लड़ाई, झगड़े का ही हिस्सा बनेंगे ना कि शान्ति का समर्थन करेंगे। आप खुद सोचिये और बताइए यह जो भी कहा गया है यह गलत है...?

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

इन आयतों पर दिल्ली हाईकोर्ट का फैसला- 31 जुलाई 1976 को मैट्रोपोलिटिन मजिस्ट्रेट श्री जेड़ एस. लोहाट ने एक फैसला सुनाया था और यह कहा था कि, ''मैंने सभी आयतों को कुरान मजीद से मिलान किया और पाया कि सभी अधिकांशतः आयतें वैसे ही उधृत की गई हैं जैसी कि कुरान में हैं। लेखकों का सुझाव मात्र है कि यदि ऐसी आयतें न हटाईं गईं तो साम्प्रदायिक दंगे रोकना मुश्किल हो जाऐगा। मैं ए.पी.पी. की इस बात से सहमत नहीं हूँ कि आयतें 2,5,9,11 और 22 कुरान में नहीं है या उन्हें विकृत करके प्रस्तुत किया गया है।” उस दौरान दोनों महानुभावों को बरी करते हुए निर्णय दिया गया कि- ''कुरान मजीद की पवित्र पुस्तक के प्रति आदर रखते हुए उक्त आयतों के सूक्ष्म अध्ययन से यह स्पष्ट होता है कि ये आयतें बहुत हानिकारक हैं और घृणा की शिक्षा देती हैं, जिनसे एक तरफ मुसलमानों और दूसरी तरफ देश के शेष समुदायों के बीच मतभेदों की पैदा होने की सम्भावना है।'' यह सब तब हुआ था जब कुरान की आयतों को लेकर एक पोस्टर छापा था जिसके कारण दो लोगों पर इण्डियन पीनल कोड की धारा 153ए और 265ए के अन्तर्गत (एफ.आई.आर. 237/83यू/एस, 235ए, 1 पीसी होजकाजी) पुलिस स्टेशन दिल्ली में मुकदमा चलाया गया था।

ये भी लिखा है कुरान में- 

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

क्यों पहनती है मुस्लिम महिलाएं बुर्का- कुरान में लिखा गया है मुस्लिम महिलाओं को ऐसे कपड़े पहनने चाहिए जिसमें उनकी आंखें, चेहरा, उनके हाथ-पैर किसी अनजान आदमी को ना दिखाई दें। बस यही वजह है कि मुस्लिम महिलाएं बुर्का पहनकर अपना सारा शरीर ढंक लेती है, हालाँकि आज के समय में बुर्के भी नए-नए स्टाइल के आने लगे हैं।

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

कुरान में है दज्जाल का जिक्र- अब आप सोच रहे होंगे दज्जाल कौन है। तो हम आपको बता दें कि दज्जाल एक शैतान है। जी दरअसल कुरान में 'कयामत' (प्रलय) आने की निशानी ‘दज्जाल’ को बताया गया है। दज्जाल के बारे में कुरान में लिखा हुआ है- 'वह काना होगा। उसकी दोनों आंखों के बीच ‘काफिर’ लिखा होगा, जिसे वह मुसलमान भी पढ़ लेगा जो पढ़ना नहीं जानता होगा। जिस दिन दज्जाल इस धरती पर आएगा उस दिन दुनिया में बुराई ही बुराई नजर आएगी। सभी जगह कत्ल होंगे। गंदे सोच वाले लोग होंगे और बहुत ही बुरा-बुरा होगा। जैसे ही दज्जाल इस दुनिया में आएगा वैसे ही यह बुरे काम और बढ़ जाएंगे। उस दज्जाल को खत्म ईसा अलैहिस्सलाम करेंगे जो एक बार फिर से धरती पर आएंगे।

कुरान शरीफ की पहली आयत कौन सी है? - kuraan shareeph kee pahalee aayat kaun see hai?

कुरान में लिखा है महिलाएं मस्जिद में जा सकती हैं- कुरान में यह लिखा हुआ है कि महिलाएं मस्जिद में नमाज अदा कर सकती हैं। वहीं यह लिखा होने के बावजूद महिलाओं का मस्जिद में जाना मना है। 

Disclaimer: (यह सभी जानकारियां इंटरनेट पर मौजूद तथ्यों पर आधारित है 'NEWS TRACK LIVE'  इनकी पुष्टि नहीं करता है)

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कुरान की पहली आयत में क्या लिखा है?

इस रामायण की खासियत यह है कि इसकी शुरूआत पवित्र कुरान की सबसे पहली आयात 'बिस्मिल्लाह अर्रहमान-अर्रहीम' (अल्लाह के नाम से शुरूआत जो अत्यंत दयालु और कृपालु है ) से शुरू होती है.

कुरान की पहली सूरत कौन सी है?

असूराह इक़रा (अलक़) की क़ुरान की सबसे पहली सूरत नाज़िल हुई, जो मक्की है और इसमें 19 आयते हैं।

कुरान की पहली आयत कब नाजिल हुई?

अल्लाह ने जिब्राइल के जरिए पहली बार कुरान को पैगंबर हजरत मुहम्मद पर नाजिल (अवतरित) किया. जब पैगंबर पहाड़ों में हिरा की गुफा में इबादत कर रहे थे. इसके बाद कुरान को पैगंबर हजरत मुहम्मद पर अल्लाह ने थोड़ा-थोड़ा करके 23 सालों में नाजिल किया.

कुरान के लेखक कौन हैं?

कुरआन किसी मानव की ना रचना है. और ना कुरआन के जैसा ग्रंथ मानव के द्वारा रचना करना संभव है. कुरआन तो हज़रत मुहम्मद (SAW)के पास सर्व शक्तिमान ईश्वर -अल्लाह का अपने फरिश्ते जिब्राईल AS के माध्यम से भैजा हुआ ईश्वरीय कलाम है. आज से लगभग 1450 साल पूर्व भी लोगों ने इस तरह के विचार व्यक्त किए थे.