मगध का अंतिम साम्राज्य कौन था? - magadh ka antim saamraajy kaun tha?

इसे सुनेंरोकेंबिम्बिसार को मगध साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक/राजा माना जाता है। बिम्बिसार ने गिरिव्रज (राजगीर) को अपनी राजधानी बनायी।

कर्नाटक वंश का अंतिम राजा कौन था?

इसे सुनेंरोकेंसही उत्तर हरिसिंह है। हरिसिंहदेव को हरि सिंह देव भी कहा जाता है जो कर्नाट वंश के अंतिम शासक थे।

पाल वंश के राजा कौन थे?

इसे सुनेंरोकेंपाल वंश का संस्थापक गोपाल था जिसने 750-770 तक शासन किया। उनके उत्तराधिकारी, धर्मपाल ने 770-781 से शासन किया और राजवंश को उत्तरी भारत की एक प्रमुख शक्ति बना दिया।

अनंगपाल तोमर कौन सी जाति से थे?

इसे सुनेंरोकेंअनंगपाल द्वितीय , जिसे अनंगपाल तोमर के नाम से जाना जाता है, तोमर वंश के क्षत्रिय शासक थे। उन्हें 11वीं शताब्दी में दिल्ली की स्थापना और आबाद करने के लिए जाना जाता है। उसके शासनकाल में तोमर साम्राज्य अपने चरम पर पहुंच गया था।

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मगध का अंतिम महान शासक कौन था?

इसे सुनेंरोकेंप्रश्न : मगध साम्राज्य का अंतिम शासक कौन था? बिम्बिसार को मगध साम्राज्य का वास्तविक संस्थापक माना जाता है। मौर्य साम्राज्य (Maurya Empire) का अंतिम शासक बृहद्रथ मौर्य था।

अजातशत्रु नाटक में मगध का सम्राट कौन है?

इसे सुनेंरोकेंबिम्बिसार 544 ईसा पूर्व से 492 ईसा पूर्व तक 52 वर्षों तक शासन किया. वह अपने बेटे अजातशत्रु ( 492-460 ईसा पूर्व )के द्वारा कैद में डाल दिया गया था और बाद बाद में उसकी हत्या कर दी गयी थी. बिम्बिसार मगध का शासक था.

सातवाहन वंश का अंतिम शासक कौन था?

इसे सुनेंरोकेंव्याख्या: वायुपुराण के अनुसार सातवाहनों ने 411 वर्षों तक शासन किया जबकि विष्णुपुराण उनकी शासन अवधि 300 वर्ष मानता है। सातवाहन राजवंश का अंतिम शासक विजय था।

पाल कहाँ शासन करते थे?

इसे सुनेंरोकेंपाल साम्राज्य मध्यकालीन “उत्तर भारत” का सबसे शक्तिशाली और महत्वपूर्ण साम्राज्य माना जाता है, जो कि 750-1174 इसवी तक चला। “पाल राजवंश” ने भारत के पूर्वी भाग में एक विशाल साम्राज्य बनाया।

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पाल वंश का सबसे महान शासक कौन था?

इसे सुनेंरोकेंदेवपाल (810-850 ईo) – यह पाल वंश का सबसे प्रतापी शासक था।

तोमर ठाकुरों का गोत्र क्या है?

इसे सुनेंरोकेंतोमर राजपूत क्षत्रियो में चन्द्रवंश की एक शाखा है और इन्हें पाण्डु पुत्र अर्जुन का वंशज माना जाता है. इनका गोत्र अत्री एवं व्याघ्रपद अथवा गार्गेय्य होता है।

मगध साम्राज्य ने भारत में 684 BC – 320 BC तक शासन किया | मगध साम्राज्य का दो महान काव्य रामायण और महाभारत में उल्लेख किया गया है | मगध साम्राज्य पर 544 BC से 322 BC तक शासन करने वाले तीन राजवंश थे | पहला था हर्यंका राजवंश (544 BC से 412 BC ), दूसरा था शिशुनाग राजवंश (412 BC से 344 BC ) और तीसरा था नन्दा राजवंश (344 BC से 322 BC )|

मगध का अंतिम साम्राज्य कौन था? - magadh ka antim saamraajy kaun tha?

मगध साम्राज्य ने भारत में 684 BC – 320 BC तक शासन किया | मगध साम्राज्य का दो महान काव्य रामायण और महाभारत में उल्लेख किया गया है | मगध साम्राज्य पर 544 BC  से 322 BC तक शासन करने वाले  तीन राजवंश थे |  पहला था हर्यंका राजवंश (544 BC से 412 BC ), दूसरा था शिशुनाग राजवंश (412 BC से 344 BC ) और तीसरा था नन्दा राजवंश (344 BC से 322 BC )|

हर्यंका  राजवंश:

हर्यंका राजवंश में तीन महत्वपूर्ण राजा थे बिंबिसार, अजातशत्रु और उदयीन

बिंबिसार  (546-494 BC )

बिंबिसार ने 52 साल तक 544 BC से 492 BC तक शासन किया | इसको इसी के ही पुत्र अजातशत्रु (492-460 BC ) ने बंदी बना लिया और हत्या कर दी | बिंबिसार मगध का शासक था | वह हर्यंका राजवंश से था |

वैवाहिक गठबंधन के माध्यम से इसने अपनी स्थिति और समृद्धि को मजबूत किया | इसका पहला विवाह कोशल  देवी नामक महिला से कोशल  परिवार में हुआ | बिंबिसार को दहेज में काशी प्रांत दिया गया |

बिंबिसार ने वैशाली के लिच्छवि परिवार की चेल्लाना नामक राजकुमारी से विवाह किया |अब इस वैवाहिक गठबंधन ने इसे उत्तरी सीमा में सुरक्षित कर दिया | बिंबिसार ने दुबारा एक और विवाह मध्य पंजाब के मद्रा के शाही परिवार की खेमा से किया |इसने अंग के ब्रहमदत्ता को पराजित कर उसके साम्राज्य पर कब्जा कर लिया | बिंबिसार के अवन्ती  राज्य के साथ अच्छे तालुक थे |

अजातशत्रु (494 -462 BC )

अजात शत्रु ने अपने पिता की हत्या कर राज्य को  छीन लिया |  अजात शत्रु अपने पूरे शासन काल के दौरान तेज़ विस्तार के लिए आक्रामक नीति का पालन करता रहा | इस नीति ने उसे काशी और कौशल की तरफ धकेल दिया | मगध और कौशल के बीच लंबी अशांति शुरू हो गई |कौशल के राजा को मजबूरन शांति के लिए अपनी बेटी का विवाह अजातशत्रु से करना पड़ा और उसे काशी भी दे दिया |अजातशत्रु ने वैशाली के लिच्छवियों के खिलाफ भी युद्ध की घोषणा कर दी और वैशाली गणराज्य को जीत लिया | यह युद्ध 16 साल तक चला |

शुरुआत में वह जैन धर्म का अनुयायी था पर बाद में उसने बौद्ध धर्म को अपनाना शुरू कर दिया |अजातशत्रु ने कहा कि वह गौतम बुद्ध से मिला था | यह दृश्य बरहुत की मूर्तियों में दिखाया गया है | इसने कई  चैत्यों  और विहारों  का निर्माण करवाया | वह बौद्ध की मृत्यु के बाद राजगृह में प्रथम बौद्ध परिषद में भी था |

उदयीन

उदयीन, अजातशत्रु का उत्तराधिकारी बना | इसने पाटलीपुत्र की नींव राखी  और राजधानी को राजगृह से पाटलीपुत्र स्थानत्रित किया |

नाग –दसक हर्यंका राजवंश का अंतिम शासक था | इसे लोगों द्वारा शासन करने के लिए अयोग्य पाया गया और

उसे अपने मंत्री शिशुनाग के लिए राजगद्दी से हाथ पीछे खींचना पड़ा |

शिशुनाग राजवंश

शिशुनाग के शासन के दौरान अवन्ती  राज्य को जीत लिया गया और मगध साम्राज्य के कब्जे में लिया गया | शिशुनाग का उत्तराधिकारी कालाशोक बना | उसने 383 BC में वैशाली में दूसरी बौद्ध परिषद बुलाई |

नन्दा राजवंश

नन्दा राजवंश के संस्थापक महापद्म के द्वारा शिशुनाग राजवंश के अंतिम राजा का तख़्ता पलट कर दिया गया  था |

इसे सर्वक्षत्रांतक (पुराण ) और उग्रसेना (एक बड़ी सेना का स्वामी ) के नाम से भी जाना गया |  महापद्म को पुराण में  एक्राट (एकमात्र सम्राट) के नाम से भी जाना गया | यहाँ तक कि इसे भारतीय इतिहास में पहला साम्राज्य निर्माता के तौर पर जाना गया है | धन नन्द, नन्दा राजवंश का अंतिम शासक था | इसे यूनानी पुस्तकों में अग्राम्मेस या क्षाण्ड्रेमेस भी कहा गया | इसके शासन काल के दौरान अलेक्जेंडर ने भारत पर आक्रमण किया था |

निष्कर्ष

धन नन्दा का तख़्ता पलट चन्द्र गुप्त मौर्य द्वारा 322 BC में किया गया जिसने मगध के नए शासन की स्थापना की जिसे मौर्य राजवंश के नाम से जाना गया |

मगध साम्राज्य का अंतिम शासक कौन है?

अन्तिम राजा नागदशक था

मगध साम्राज्य का प्रथम शासक कौन था?

बिम्बिसार 15 वर्ष की आयु ( 544 ईसा पूर्व ) में मगध के सिंहासन पर बैठा। बिम्बिसार एक शक्तिशाली और महत्वकांक्षी शासक था। प्रारम्भ में उसने मित्रता और वैवाहिक सम्न्धों द्वारा अपने साम्राज्य की सीमाओं को सुरक्षित किया। *बिम्बिसार ने प्रथम विवाह लिच्छवि गणराज्य के शासक चेटक की पुत्री चलना ( छलना ) के साथ किया।

हर्यक वंश का अंतिम अपराधी कौन था?

Detailed Solution. हर्यंक वंश के अंतिम शासक नागदासक थे, जिन्होंने सिंहासन पाने के लिए अपने पिता मुंडा की हत्या कर दी थी। 413 ईसा पूर्व में शिशुनाग ने नागदासक के विरूद्ध व्यापक विद्रोह आंदोलन की शुरूआत की और उनका तख्ता पलटने में सफल रहा, इस प्रकार शिशुनाग वंश की स्थापना हुई।

मगध वंश के बाद कौन सा वंश आया?

(25) नंदवंश का अंतिम शासक घनानंद था. यह सिकंदर का समकालीन था. इसे चंद्रगुप्‍त मौर्य ने युद्ध में पराजित किया और मगध पर एक नए वंश मौर्य वंश की स्‍थापना की.