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हेल्थ डेस्क. ब्रेन में खून का थक्का जमने के कारण लकवा की शिकायत होती है। ज्यादातर लोगों का मानना है कि लकवा आने पर शरीर में दोबारा सेन्सेशन नहीं आ पाता है। ना ही पेशेंट अपना काम खुद करने में समर्थ हो पााएगा, जबकि डॉक्टर्स के मुताबिक, लकवा आने के दो से तीन दिन में पेशेंट में सुधार शुरू हो जाता है, तो छह महीने में रिकवरी आना शुरू होती है। डेढ़ साल में पूरी तरह से रिकवरी आ सकती है। इस पीरियड के बाद रिकवरी आने की संभावना खत्म हो जाती है। पेशेंट की घर पर भी ठीक से देखभाल की जाए तो पॉजिटिव रिजल्ट आना संभव है। डॉ. सुनील गोयंका, प्रोफेसर, फिजिकल मेडिसिन एंड रिहेबेलेशन, एसएमएस, जयपुर से जानते हैं इसके बारे में... 6 प्वाइंट्स : कैसे लाएं सुधार रेजिडुअल पैरालिसिस स्टेज कब तक सामने आते हैं रिजल्ट मिरर थैरेपी से मिलती है राहत पैरालिसिस (अधरंग) के रोगी का आहार चार्ट (Food for paralysis patient in hindi)आज के लेख में जानेंगे लकवा रोग में क्या खाएं (Diet for Paralysis Patient) तथा Paralysis Patient को क्या नहीं खाना चाहिए लकवा (पैरालिसिस) एक गंभीर बीमारी है। लकवा के रोगी (Paralysis Patient) के शरीर का आधा हिस्सा या कोई अंग काम करना बंद कर देता है। और उस भाग में कोई भी गतिविधि महसूस नहीं होती है। आयुर्वेद के अनुसार लकवा रोग में डाइट प्लान (Paralysis Patient diet) और जीवनशैली में कुछ बदलाव से लकवा के असर को कम किया जा सकता है। आइए जानते हैं लकवा के रोगी का डाइट प्लान | Diet plan for Paralysis Patient|in hindi पैरालिसिस क्या है (What is paralysis)लकवा को पैरालिसिस (Paralysis) भी कहा जाता है। इसके अलावा इसे अधरंग भी कहते हैं। इस बीमारी में शरीर की शारीरिक क्रियाएं रुक जाती है। और बोलने में परेशानी होती है। व शरीर का आधा हिस्सा सुन भी हो जाता है। इस बीमारी में शरीर की कुछ मांसपेशियां काम करना बंद कर देती है। लकवा के रोगी को बोलने में परेशानी होती है। और मुंह व होंठ या इस रोग से प्रभावित अंग टेढ़े हो जाते हैं। Contents
लकवा बीमारी का सबसे ज्यादा प्रभाव व्यक्ति की जीभ, मुंह, होंठ आदि पर पड़ता है। पैरालिसिस शरीर के किसी भी भाग या अंग में हो सकता है। कई बार देखा जाता है कि पैरालिसिस के रोगी (Paralysis Patient) को भूलने की बीमारी के साथ-साथ मानसिक समस्याएं भी उत्पन्न होती है। इस बीमारी में शरीर के जिस अंग को पैरालिसिस प्रभावित करता है। वह टेढ़ा हो जाता है। इसे पढ़ें – दिमाग तेज करने के घरेलू उपाय लकवा के रोगी का आहार चार्ट (Diet plan for Paralysis Patient in hindi)पैरालिसिस के रोगी को डाइट प्लान (Diet plan for Paralysis Patient) के हिसाब से नियंत्रित भोजन व खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए। इसके अलावा पैरालिसिस के रोगी को तरल पदार्थों का सेवन ज्यादा मात्रा में करना चाहिए जानते हैं लकवा के रोगी का डाइट प्लान
लकवा रोगी को क्या खाना चाहिए (Best food for paralysis patient in hindi)पैरालिसिस से ग्रस्त रोगी (Paralysis Patient) को अन्य बीमारियों से बचने के लिए अपनी डाइट में जरूरी विटामिन व पोषक तत्वों का सेवन अवश्य करना चाहिए।
पैरालिसिस के रोगी को अपने खानपान का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होती है इसके लिए पैरालिसिस के रोगी को अनाजों के बारे में जानकारी होनी चाहिए विस्तारपूर्वक जानकारी के लिए इसे पढ़ें – मिलेट क्या है इसके औषधीय गुण और मिलेट खाने के फायदे लकवा के रोगी को क्या नहीं खाना चाहिए (What not to eat in Paralysis Patient in hindi)
लकवा रोगी के लिए इलाज के दौरान सावधानियां (Careful in Paralysis Disease in hindi)पैरालिसिस के रोगी (Paralysis Patient) को अपनी जीवनशैली में कुछ बदलाव अवश्य करने चाहिए।
FAQ : पैरालिसिस रोग में पूछे जाने वाले सवालQ 1 क्या किसी सदमें या मानसिक परेशानी के कारण पैरालिसिस हो सकता है ?Ans आयुर्वेद के अनुसार कई बार अधिक टेंशन लेने से या अचानक कोई सदमा लगने से भी व्यक्ति पैरालिसिस का शिकार हो जाता है। क्योंकि जब अचानक चिंता या कोई बड़ी घटना होने से दिमाग पर इसका विपरीत प्रभाव पड़ता है जिसके कारण तंत्रिका तंत्र नष्ट हो जाता है। Q 2 क्या शरीर में किसी विटामिन की कमी के कारण पैरालिसिस हो सकता है ?Ans पैरालिसिस रोग होने में जीवन शैली में आए बदलाव और खानपान में बदलाव को अहम माना जा सकता है और इसके कारण शरीर में होने वाली विटामिन B-12 और बी कॉम्पलेक्स की कमी होने से पैरालिसिस रोग आजकल युवाओं को भी अपनी चपेट में लेने लगा है। Q 3 क्या पैरालिसिस का रोगी पूरी तरह से ठीक हो सकता है ?Ans अगर किसी व्यक्ति को पैरालिसिस का अटैक आए तो उसके लिए शुरूआत के 4 घंटे बेहद अहम होते हैं क्योंकि अगर इन 4 घंटों के अंदर उसे इलाज मिल जाए तो वह पूरी तरह से ठीक हो सकता है जितना ज्यादा समय लगेगा समस्याएं उतनी ज्यादा बढ़ जाएगी। Q 4 क्या पैरालिसिस के रोगी को योग व व्यायाम करने से लाभ मिलता है ?Ans पैरालिसिस के मरीज के लिए योग, व्यायाम व प्राकृतिक चिकित्सा काफी महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि इन एक्टिविटी को करने से शरीर में ब्लड का सर्कुलेशन तेज होता है इससे पैरालिसिस के रोगी को ठीक होने में बहुत सहायता मिलती है। निष्कर्ष (Conclusion) इस आर्टिकल में हमने जाना लकवा यानि पैरालिसिस क्या है इसके कारण और पैरालिसिस का घरेलू इलाज तथा इससे बचने के लिए क्या खाना फायदेमंद होता है (Paralysis Patient diet plan) और Paralysis Patient को क्या सावधानियां रखना जरूरी होता है। इस आर्टिकल में लिखी गई तमाम जानकारियों को सूचनात्मक उद्देश्य से लिखा गया है अतः किसी भी सुझाव को आजमाने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श अवश्य कर लेवें। यह लेख लकवा रोग में क्या खाएं (Diet plan for Paralysis Patient in hindi) आपको कैसा लगा Comment करें और पोस्ट को शेयर भी करें ताकि किसी जरूरतमंद को इसका लाभ मिल सकें। इन्हें भी पढ़ें-
क्या खाने से लकवा होता है?मैदा, अरहर, मटर, चना से परहेज करें।. फल और सब्जियों की बात करें तो आलू, टमाटर, नींबू, जामुन, करेला, केला, भिंडी और मूंगफली से दूरी बनाएं।. तेल और घी के अधिक सेवन से परहेज करें। ... . भारी भोजन जैसे छोले, राजमा, उड़द चना मटर सोयाबीन, बैंगन, कटहल जैसी चीजें बिल्कुल नहीं खाएं।. ठंडी चीजें, पनीर और चॉकलेट से परहेज़ करें।. लकवा किसकी कमी से होता है?ऐसा तब होता है जब शरीर में विटामिन बी-12 और बी कॉम्प्लेक्स की कमी हो जाती है। यह पूरी तरह से जीवनशैली में आए बदलाव का साइड इफेक्ट है। फिलहाल खान-पान में बदलाव इसका कारण माना जा रहा हैं।
पैरालाइज की बीमारी कैसे होती है?लकवा आमतौर पर तीन आम कारणों से होता है:. स्ट्रोक (आघात). सिर में चोट लगना. रीढ़ की हड्डी की चोट - रीढ़ की हड्डी तंत्रिका तंत्र का एक बंडल है जो रीढ़ से जुड़ी होती है और शरीर की मांसपेशियों को नियंत्रित करने में मदद करती है. मल्टीपल स्क्लेरोसिस (multiple sclerosis). लकवा कैसे बढ़ता है?पक्षाघात या लकवा मारना (Paralysis) एक या एकाधिक मांसपेशी समूह की मांसपेशियों के कार्य करने में पूर्णतः असमर्थ होने की स्थिति को कहते हैं।
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