Pitru Paksha 2022 : पितृपक्ष में करें खूब खरीदारी, ये दिन रहेंगे बेहद शुभ पितृपक्ष में भोजन परोसने के नियम मौन रहकर करें भोजन Navratra 2022 Date: नवरात्रि दुर्गा पूजा कब से शुरू हो रही है, अबकी बार बना है ऐसा संयोग जानेंगे तो हो जाएंगे खुश दूसरे की भूमि पर न करें श्राद्ध पितृपक्ष में श्राद्ध में इनको
भी जरूर बुलाएं Pitru Paksha 2022 : कौए को श्राद्ध का अन्न क्यों खिलाया जाता है, गरुड़ पुराण में छुपा है यह रहस्य शाम के समय न करें श्राद्ध पितृपक्ष में इन चीजों का जरूर करें प्रयोग सूर्य कन्या राशि में 17 सितंबर से, कन्या सहित इन 5 राशियों को लाभ, चमकेगा करियर पितृपक्ष में भोजन के नियम भोजन के बाद ऐसे विदा करें Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें क्या पितृ पक्ष में मंदिर में पूजा करनी चाहिए?धार्मिक मान्यता और पौराणिक शास्त्रों के अनुसार पितृपक्ष में सभी प्रकार के मांगलिक व शुभ कार्य वर्जित होते हैं। शास्त्रों में देवी-देवताओं की पूजा के साथ पूर्वजों की पूजा भी वर्जित मानी जाती है।
श्राद्ध में क्या करें क्या न करें?-श्राद्ध में मसूर की दाल, मटर, राजमा, काला उड़द, सरसो और बासी भोजन का सेवन नहीं करना चाहिए. -श्राद्ध में लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए. -श्राद्ध में नहाते समय तेल, उबटन का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए. -श्राद्ध के समय कोई शुभ काम नहीं करना चाहिए.
पितृपक्ष में कौन कौन से काम वर्जित रहते हैं?पितृपक्ष के समय में लहसुन, प्याज, मांस, मदिरा आदि का सेवन नहीं करना चाहिए. ... . इस समय में अपने घर के बुजुर्गों और पितरों का अपमान न करें. ... . पितृपक्ष में स्नान के समय तेल, उबटन आदि का प्रयोग करना वर्जित है.. इस समय में आप कोई भी धार्मिक या मांगलिक कार्य जैसे मुंडन, सगाई, गृह प्रवेश, नामकरण आदि न करें.. श्राद्ध में क्या निषेध है?चना, मसूर, उड़द, सत्तू, मूली, काला जीरा, कचनार, खीरा, काला उड़द, काला नमक, लौकी, बड़ी सरसों, काले सरसों की पत्ती और बासी, अपवित्र फल या अन्न श्राद्ध में निषेध हैं । तर्पण- इसमें दूध, तिल, कुशा, पुष्प, गंध मिश्रित जल पितरों को तृप्त करने के लिए दिया जाता है।
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