कान के पर्दे का ऑपरेशन कैसे होता है - kaan ke parde ka opareshan kaise hota hai

आरबीएम अस्पताल में पहली बार दो बड़े ऑपरेशन किए गए हैं, जिनमें एक मरीज का बिना चीरे का दूरबीन से कान के पर्दे का ऑपरेशन किया गया है, जो अभी तक जयपुर या दिल्ली में ही होते रहे हैं। ऐसे ही दूसरा ऑपरेशन मरीज के पैर काटने से बचाया गया है। गांव सह बावैन कुम्हेर निवासी 14 वर्षीया वंदना पुत्री रामवीर ने बताया कि उसके कान में एक साल से दर्द होता था और कभी-कभी मवाद भी बहती थी। प्राइवेट चिकित्सक को दिखाने पर कुछ दिन मवाद बहना बंद हो जाता था। उसे पता चला कि आरबीएम अस्पताल में विशेषज्ञ डाक्टर हैं और मुफ्त में इलाज हाेता है।

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उसने नाक, कान व गला विशेषज्ञ डा. अभय शर्मा काे दिखाया, जिन्होंने उसे 16 अक्टूबर को भर्ती कर लिया और जांच कराई। जिसमें कान के पर्दे में छेद होना बताया और 18 अक्टूबर को कान का दूरबीन से ऑपरेशन किया। पहले कान से थोड़ा कम भी सुनाई देता था, लेकिन ऑपरेशन के बाद सुनाई भी अच्छा देने लगा है। ईएनटी विशेषज्ञ डाॅ. अभय शर्मा ने बताया कि मरीज के कान के पर्दे में छेद था। जिसका ऑपरेशन करके नया पर्दा लगाकर इलाज किया है। कान के पीछे करीब 6 इंच का चीरा लगाकर माइक्रोस्कोप के जरिए किया है।

ऑपरेशन के दौरान डॉ. राय ने बताया कि अशोक को पिछले दस साल से अधिक कान बहने की शिकायत थी। कान का परदा भी फट गया था। जांच के दौरान पता चला कि उसके कान की हड्डी में इन्फेक्शन हो गया। आज उसकी बारीकी से सफाई की गई। फिर कान का नया परदा बनाया गया है। अगर, ऑपरेशन नहीं होता तो इन्फेक्शन ब्रेन तक पहुंच जाता। इसके अलावा स्लिप ऐपनिया, नाक में मांस का बढ़ना इत्यादि केसों का सफल सर्जरी किया गया है। इसमें टिनोप्लास्टी, आवाज में भारीपन या बदलाव को ठीक करने के लिए लैरिंगोस्कोपिक माइक्रोसर्जरी, कोबालेशन सर्जरी किया गया। विशेषज्ञों ने बताया कि रिम्स के पास महंगे उपकरण हैं। जरूरत है यहां के डॉक्टरों को ट्रेनिंग की। इसका समुचित उपयोग होने लगे तो मरीजों को बाहर जाने की जरूरत नहीं है। मुक बधिर बच्चों का इलाज हो सकता है। इसके लिए कॉकलियर इंप्लांट जरूरी है। राज्य सरकार को इसमें सहयोग करना होगा।

अगर आप कान के पर्दे में छेद की बीमारी से पीड़ित हैं तो आपके लिए सुखद खबर है। मेडिकल कॉलेज में कान के पर्दे में छेद को ठीक करने का इलाज खोज लिया गया है। नाक, कान, गला विभाग में सफल परीक्षण के बाद करीब...

कान के पर्दे का ऑपरेशन कैसे होता है - kaan ke parde ka opareshan kaise hota hai

Newswrapहिन्दुस्तान टीम,मेरठSun, 23 Jun 2019 01:55 AM

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अगर आप कान के पर्दे में छेद की बीमारी से पीड़ित हैं तो आपके लिए सुखद खबर है। मेडिकल कॉलेज में कान के पर्दे में छेद को ठीक करने का इलाज खोज लिया गया है। नाक, कान, गला विभाग में सफल परीक्षण के बाद करीब 90 फीसद मरीजों को राहत मिली है और वह पहले की तरहे सुनने लगे हैं। ईएनटी विभाग के विशेषज्ञों ने मरीजों की हाथ की नस से कान का पर्दा बनाकर छेद की सफल सर्जरी की। इस विधि को टीमैनोप्लास्टी का नाम दिया गया है।

मेडिकल कॉलेज के ईएनटी विभाग की ओपीडी में कान के पर्दे में छेद की बीमारी वाले कई मरीज पहुंचते हैं। इनमें ऐसे कई मरीज होते हैं, जिनके कान का पर्दो पूरी तरह खराब हो चुका होता है। मेडिकल के ईएनटी विभाग में अब तक करीब छह से अधिक मरीजों के सफल ऑपरेशन हो चुके हैं। ईएनटी विभाग के प्रोफेसर डॉ. वीपी सिंह बताते हैं कि कान में छेद के ऑपरेशन के लिए विभन्नि स्तर पर अध्ययन चल रहे हैं, जिसके बेहतर रिजल्ट मिले हैं। इसलिए प्रयोग के तौर पर कान में छेद के रोगियों पर टीमैनोप्लास्टी तकनीक इस्तेमाल की गई, जिसके बेहतर रिजल्ट मिले हैं।

नस के टुकड़े से तैयार किया कान का पर्दा

ईएनटी विभाग की ओपीडी में मरीजों के हाथ की नस के छोटे टुकड़े से कान का पर्दा तैयार किया जाता है। इसके बाद दूरबीन विधि से इसे कान में फिक्स कर दिया जाता है। एक सप्ताह में कान का पर्दा रिपेयर होकर पूरा तैयार हो जाता है।

यह है इलाज का तरीका

ईएनटी सर्जन डॉ. वीपी सिंह ने बताया कि कान में छेद के मरीज के शरीर के किसी भी हिस्से से एक ऐसी नस को तलाशा जाता, जिसको काटने से रक्त की सप्लाई पर कोई असर नहीं पड़ता। अधिकतर हाथ में उभरी हुई नर्सों से कान के पर्दे को बनाया जाता है। स्याना निवासी संजय के कान में इंफेक्शन होने पर मवाद पड़ गई थी और कान में छेद हो गया था। इस मरीज के हाथ की नस से कान का पर्दा बनाया और कान के छेद को रिपेयर किया। दस दिन पहले ही अस्पताल से उसकी छुट्टी की गई है।

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नमस्ते दोस्तो आज हम जानेगे कान का ऑपरेशन होने के बाद अपने कान की देखभाल कैसे करें इस बारेमे जानकारी. हमारे शरीर के अलग-अलग हिस्सों की मदद से हम कई प्रकार की का बहुत आसानी से कर सकते हैं। लेकिन बहुत से लोगों को अपने शरीर के संबंधित अलग-अलग प्रकार की समस्या से सामना करना पड़ सकता है। जिसके कारण उन्हें बहुत सी परेशानियां भी निर्माण हो सकती है।

बहुत से लोगों को कान के संबंधित तरह तरह प्रकार की समस्या निर्माण होती है। जिसके कारण उन्हें बहुत सी दिक्कत भी निर्माण हो सकती है। कई लोगों को अपने कानों के संबंधित समस्या को दूर करने के लिए ऑपरेशन भी करना पड़ सकता है। जिससे उन्हें ऐसी कई समस्या से जल्द से जल्द राहत मिल सकती है।

कान के संबंधित समस्या पर उपाय करने से पहले ऐसी समस्या के वजह जान लेना बहुत जरूरी होता है। सही वजह जान लेने से हमें उस समस्या पर सही इलाज करने के लिए मदद मिल सकती है और हम ऐसी कई प्रकार की समस्या से जल्द से जल्द छुटकारा पा सकते हैं।

बहुत से लोग कान का ऑपरेशन होने के बावजूद अपनी कान की अच्छे से देखभाल नहीं कर पाते। जिसके कारण उन्हें बहुत परेशानियों का भी सामना करना पड़ सकता है। इसलिए  हमें अपने कान की अच्छे से देखभाल करनी चाहिए।

तो दोस्तों आज हम देखेंगे कान का ऑपरेशन होने की कौन-कौन सी अलग-अलग वजह हो सकती है और कान का ऑपरेशन होने के बाद हम किस तरह अपने कान के अच्छे से देखभाल कर सकते हैं? चलो तो फिर देखते हैं!

Table of Contents

  • कान का ऑपरेशन होने की अलग-अलग वजह :-
    • कान की हड्डी बढ़ना :-
    • कान का पर्दा फटना :-
  • कान का ऑपरेशन होने के बाद अपने कान की कैसे देखभाल करें :-
    • आसानी से पचने वाले चीजों का ज्यादा सेवन करें :-
    • कान के अंदर इयरबड्स या अन्य कोई चीज ना डालें :-
    • कान में पानी जाने से रोकिए :-

कान का ऑपरेशन होने की अलग-अलग वजह :-

  • कान की हड्डी बढ़ना :-

ज्यादातर लोगों का कान का ऑपरेशन यह उनके कान की हड्डी बढ़ने से होता है। कान की हड्डी बढ़ने से हमें बहुत दर्द हो सकता है और कान की हड्डी बढ़ना इस समस्या पर हमें जल्द से जल्द इलाज करना चाहिए। कान की हड्डी बढ़ना यह समस्या निर्माण होने की वजह से बहुत से लोगों को कई कठिनाइयों का भी सामना करना पड़ सकता है। इसलिए अगर आपको कान की हड्डी बढ़ नहीं हो समझ से निर्माण हो रही है। तो इसके वजह से भी आपका ऑपरेशन हो सकता है।

  • कान का पर्दा फटना :-

एक वजह हमारे कान का पर्दा फटना हमारे कान का पर्दा फटने से भी हमें कान का ऑपरेशन करना पड़ सकता है। कान का पर्दा फटने की वजह से हमें कोई भी आवाज सुनाई नहीं देगी और हमें बहुत दर्द भी हो सकता है। इस समस्या को दूर करने के लिए कभी लोग अलग-अलग प्रकार के उपायों का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन आप कान का पर्दा फटना इस समस्या पर डॉक्टर के सही सलाह लेकर इस समस्या पर  इलाज करें। इसलिए कान का पर्दा फटना यह समस्या की वजह होसाकती है।

कान का ऑपरेशन होने के बाद अपने कान की कैसे देखभाल करें :-

  • आसानी से पचने वाले चीजों का ज्यादा सेवन करें :-

अगर आपके कान का ऑपरेशन हुआ है और आपको आपके कान की अच्छे से देखभाल करने हैं तो आप ऐसे अलग-अलग प्रकार के तरीकों से अपने कान की अच्छे से देखभाल कर सकते हैं। अगर आपका कान का ऑपरेशन हुआ है तो आप थोड़े दिन तक आसानी से पचने वाली चीजों का ज्यादातर सेवन करें। आसानी से पचने वाले चीजों का सेवन करने से हमारे कान पर खाना चबाने में दबाव आ सकता है और कई बार खाना चबाने में हमारे कान का दर्द बढ़ सकता है। जिससे कान में से संबंधित कई प्रकार के समस्याओं से हमें सामना करना पड़ सकता है। इसलिए आप थोड़ी दिन तक आसानी से पचने वालों चीजों का सेवन करें।

  • कान के अंदर इयरबड्स या अन्य कोई चीज ना डालें :-

बहुत से लोगों को कान के अंदर इयरबड्स या अन्य कोई चीज डालने की आदत होती है। लेकिन कान का ऑपरेशन होने के बाद अगर आप आपके कान में इयरबड्स या ऐसी अन्य कोई चीज डालेंगे तो इससे हमारे कान के पर्दे को चोट लग सकती है। जिसके कारण कान में फिर से दर्द होना या फिर कान से खून निकल सकता है। इसलिए ऑपरेशन होने के बाद आप अपने कान के अच्छे से देखभाल करने के लिए थोड़े दिनों तक कान के अंदर इयरबड्स या अन्य कोई चीज ना डालें। 

  • कान में पानी जाने से रोकिए :-

बहुत बार हमारे कानो का ऑपरेशन होने के बाद नहाते समय हमें अपनी कान की अच्छे से देखभाल करनी चाहिए। क्योंकि ज्यादातर नहाते समय बहुत से लोगों के कान में पानी जा सकता है। कान में पानी डालने से कान के पर्दे को दर्द हो सकता है। या फिर जिसकी वजह से हमें बहुत पीड़ा भी हो सकती है। इसलिए आप नहाते समय कान में पानी ना जाए इस चीज का ज्यादातर ख्याल रखें।

ऊपर हमने बताए हुए यह अलग-अलग घरेलू उपाय या फिर घरेलू नुस्खे का इस्तेमाल आपको करना जरूरी है। जिसके कारण आपको फायदे भी हो सकते हैं। तो दोस्तों आज हमने देखा कानो का ऑपरेशन होने की कौन-कौन से अलग-अलग वजह हो सकती है और कान का ऑपरेशन होने के बाद हम किस अपने कान की अच्छे से देखभाल कर सकते हैं?अगर आपको इस समस्या से लेकर और कोई दिक्कत या फिर कोई सलाह की जरूरत है। तो फिर आप कमेंट करके बता सकते हैं। और इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करें और पहुंचाने की कोशिश करें।

कान का ऑपरेशन कितने दिनों में ठीक हो जाता है?

घरेलु उपचार में रोगी को ठंडा और गर्म सेक करने की सलाह दी जाती है. कान का पर्दा बिना इलाज के कुछ हफ़्तों में अपने आप ठीक हो जाता है. यदि आपकी सर्जरी यानि ऑपरेशन हुआ है तो आपको पूरी तरह ठीक होने में कुछ हफ़्तों का समय लग सकता है.

कान के परदे की सर्जरी कैसे होती है?

इसमें सर्जन शरीर के दूसरे अंग से टिश्यू लेकर पर्दे पर लगाता है. इस सर्जरी को टिम्पेनोप्लास्टी (tympanoplasty) कहा जाता है. जैसा कि ऊपर बताया गया है कि कान के पर्दे में छेद के अधिकतर मामले खुद ठीक हो जाते हैं. इस दौरान दर्द व संक्रमण के खतरे को कम करने के लिए निम्न घरेलू उपचार की मदद ली जा सकती है.

कान का ऑपरेशन कितना खर्च होता है?

कान के पर्दे की सर्जरी को मेडिकल की भाषा में टिम्पेनोप्लास्टी सर्जरी कहा जाता है। आमतौर पर भारत में टिम्पेनोप्लास्टी सर्जरी का खर्च 50,000-70,000 रुपए तक आता है।

कान का पर्दा लगाने में कितना खर्च आता है?

भारत में टिम्पेनोप्लास्टी का खर्च 35,000 से लेकर 60,000 रुपय तक है।