राजस्थान पर्यटन logo 2021 पधारों म्हारे देस नया राजस्थान लोगो स्लोगन: वक्त के साथ पुरानी बाते बदल जाती है और ध्येय भी. राजस्थान के टुर्रिज्म ध्येय वाक्य अर्थात लोगो की कमोबेश यही कहानी रही है. राजस्थान में वर्तमान में पर्यटन ध्येय वाक्य पधारो म्हारे देश है, कुछ अब तक की उठापठक भी जान लीजिए. Show पधारों म्हारे देश से मेहमानवाजी करने करने वाला राजस्थान अब पर्यटन को बढ़ावा देने के नये प्रयास कर रहा है. पिछले कुछ वर्षों में राज्य के आने वाले सैलानियों की संख्या महाराष्ट्र तथा गुजरात राज्य को टक्कर दे रही है. राजस्थान राज्य पर्यटन विभाग ने अब अपना लोगो (आदर्श वाक्य) पधारे म्हारे देश से जाने क्या दिख जाए से पधारो म्हारे देस कर दिया गया हैं. पर्यटकों की सुविधा के लिए सरदार द्वारा ऑनलाइन वेब पोर्टल भी जारी किया गया है, जिसके होम पेज पर झीलों की नगरी उदयपुर की जयसमन्द झील का चित्र उत्कीर्ण है. राजस्थान पर्यटन logo 2021 में क्या हैप्रदेश में सत्ता परिवर्तन के साथ ही काफी कुछ बदल जाता हैं, उदाहरण के लिए सरकारी नीतियाँ, योजनाओं के नाम, सरकारी इमारतों के नाम और पर्यटन का लोगो भी. कई दशकों से राजस्थान में यही हो रहा है. नई सरकार आती है तो अपना अलग ही पर्यटन स्लोगन लाती है अथवा अपने पूर्व के कार्यकाल का स्लोगन पुनः ले आती हैं. राजस्थान का पर्यटन लोगों सरकार के बदलने के साथ ही बदल चूका हैं. वर्ष २००८ में राज्य का लोगों रंगीला राजस्थान था. 2016 में न जाने क्या दिख जाए स्लोगन जारी किया गया था. अब 2021 में राजस्थान का पर्यटन लोगो पधारो म्हारे देश हैं. Telegram Group Join Nowराजस्थान पर्यटन विभाग ने 1993 में ललित के पंवार ने नया स्लोगन पधारों म्हारे देश जारी किया गया जो 2007 तक जारी रखा गया, 1978 ढोला मारू मोनोग्राम बनाया गया था. वर्तमान में राजस्थान का लोगों पधारों म्हारे देस कर दिया गया हैं. राजस्थान का लोगो क्या थामृत्यु की तरह दूर दूर तक फैली सफेद रेत के टीलों पर डूबते सूरज के समय ऊंट पर सवारी एवं आकाश में पक्षियों का कलरव, लम्बी मुछों का तांव देते राज्य के वीर, वाद्य यंत्रो की मीठी झंकार को भी नए राजस्थान पर्यटन logo (टैगलाईन) के जरिये दिखाने की कोशिश की गई है. सूने सुनसान इतिहास के गवाह रहे राज्य के प्रमुख किले, भव्य महल राजपूती छटा को बिखरते यहाँ के संग्रहालय राज्य की शान का प्रतिनिधित्व करते है. राजस्थान पर्यटन logo के साथ पर्यटन विभाग द्वारा देश विदेश के लोगों को इस अनूठी धरती के दर्शन करने का आह्वान किया जाता है. राजस्थान पर्यटन वेबसाइट tourism.rajasthan.gov.in पर आकर्षक स्थानों की एक झलक देखी जा सकती है. प्रत्यक्ष दर्शन के लिए मरुभूमि की यात्रा ही इस स्वप्न को पूरा कर सकती है. राजस्थान भ्रमण के लिए देश विदेश से जयपुर, जोधपुर, अजमेर, उदयपुर सहित सभी बड़े शहरों में रेल, हवाई व सड़क मार्ग द्वारा पंहुचा जा सकता है. राजस्थान के मुख्य पर्यटन स्थलप्रकृति के अलग अलग रूपों को अपने में समाएं हुए राजस्थान विदेशी सैलानियों के आकर्षण का केंद्र रहा है. भारत भ्रमण के लिए आए हर तीसरा पर्यटक इस रंगीले राजस्थान की छटा जरुर निहारने आता है. यहाँ जयपुर के हवामहल, जन्तर मन्तर, जैसलमेर का सोनार किला, धूल के टीलें, ऊँट की सवारी, जोधपुर का मेहरानगढ़ दुर्ग, उदयपुर के महल एवं किले यहाँ के मुख्य आकर्षण के केंद्र रहे है. सवाईमाधोपुर, भरतपुर के वन्य जीव अभ्यारण्य में स्वच्द विचरण करते वन्य जीवों को देखने के लिए भी बड़ी संख्या में पर्यटक यहाँ आते है. लेक पैलेस, पटवों की हवेलियाँ, बाड़मेर और बीकानेर की हवेलियाँ, अजमेर की पुष्कर झील, गरीब नवाज ख़्वाजा मोइनुद्दीन चिश्ती की दरगाह, डीग के जल महल, आमेर दुर्ग, जग मंदिर एवं रामबाग महल को देखने प्रतिवर्ष हजारों पर्यटक आते है. यह भी पढ़े-
उम्मीद करता हूँ आपकों राजस्थान पर्यटन logo 2021- पधारों म्हारे देस नया राजस्थान लोगो स्लोगन के बारे में दी गई जानकारी अच्छी लगी होगी, यदि आपकों राजस्थान पर्यटन के बारे में अधिक जानना है तो सुझाए गये लेख अवश्य पढ़े. 2022 में राजस्थान का पर्यटन लोगो क्या है?सत्ता परिवर्तन के साथ अब राजस्थान पयर्टन विभाग का लोगो भी बदल गया है। वसुंधरा सरकार के समय बदले गए लोगो 'न जाने क्या दिख जाए' की जगह फिर से 'पधारो म्हारे देस' कर दिया गया है। मंगलवार को पर्यटन विभाग ने इसका आदेश जारी कर दिया है। नए लोगो में नीचे लिखा है- राजस्थान भारत का अतुल्य राज्य।
वर्तमान में राजस्थान का पर्यटन वाक्य क्या है?भारत का पर्यटन वाक्य है ( India tourism tagline ) ' अतिथि देवों भव ' । राजस्थान का पर्यटन वाक्य है ( rajasthan tourism tagline ) ' जाने क्या दिख जाये ' ।
वर्तमान में पर्यटन का आदर्श वाक्य क्या है?राजस्थान राज्य पर्यटन विभाग ने अब अपना लोगो (आदर्श वाक्य) पधारे म्हारे देश से जाने क्या दिख जाए से पधारो म्हारे देस कर दिया गया हैं.
राजस्थान की नवीनतम पर्यटन नीति कौन सी है?राजस्थान पर्यटन नीति 2001 की क्रियान्विति से कई नवाचारों के लिए मार्ग सुगम हुआ यथा पर्यटन विकास आधारभूत परियोजनाएं, नई पर्यटन इकाइयों और होटल परियोजनाओं के लिए कई प्रकार के वित्तीय अनुदान एवं करों में छूट, नवीन मेलों एवं उत्सवों की शुरुआत, सार्वजनिक-निजी साझेदारी की परियोजनाएं, आक्रामक विपणन अभियान आदि।
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