Show क्या मृत व्यक्ति के कपड़ों को पहनना चाहिए या नहीं? जानें, पूरी जानकारी"मृत्य" जो कि जीवन का सबसे बड़ा सच है। जिसे कोई भी टाल नहीं सकता। जो मृत्युलोक में आया है। उसे एक न एक दिन शरीर छोड़कर परमात्मा की शरण में जाना ही है। लेकिन फिर भी मनुष्य इस संसार में आकर भौतिक सुविधाओं के मोह में पड़ जाता है। शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ मृत व्यक्ति के कपड़े जी हां, आपने सही सुना। गरुड़ पुराण के अनुसार किसी भी व्यक्ति को मृत व्यक्ति के वस्त्रों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। भूलकर भी अपने शरीर पर इन्हें धारण नहीं करना चाहिए। अगर आप मरे हुए व्यक्ति के कपड़े पहनते हैं तो उसकी आत्मा आपके शरीर के साथ जुड़ जाती है। और मृत व्यक्ति की यादें आपको सताने लगती है। बता दें कि जो व्यक्ति मरे हुए व्यक्ति के कपड़ों का इस्तेमाल करता है उसे वो आत्मा शारीरिक व मानसिक कष्ट देने लगती है। इन कपड़ों से व्यक्ति के मन व तन पर बहुत गहरा प्रभाव पड़ता है। 1100 रुपए मूल्य की जन्म कुंडली मुफ्त में पाएं । अपनी जन्म तिथि अपने नाम , जन्म के समय और जन्म के स्थान के साथ हमें 96189-89025 पर वाट्स ऐप करें उस व्यक्ति को बार बार अपने मृत परिजन के ऊर्जा का आभास होने लगता है। तो इसी कारण से गरुड़ पुराण में कहा गया है कि मृतक व्यक्ति के कपड़ों का भूलकर भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। लेकिन आप मृत व्यक्ति के कपड़ों को याद के तौर पर अपने पास रख सकते हैं। या फिर आप उनके वस्त्रों को नदी में प्रवाहित कर सकते हैं। मृत व्यक्ति के गहने मान्यता है कि मृतक व्यक्ति की आत्मा का आभूषण के प्रति लगाव अपने कपड़ों से ज्यादा होता है। तो ऐसे में गरुड़ पुराण में कहा गया है कि किसी भी मनुष्य को अपने मृत परिजन और मृत स्त्री के आभूषणों का कभी भी इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। स्त्रियों का उनके आभूषणों और गहनों से बहुत अधिक लगाव होता है। मृत्यु के बाद भी उनका इन वस्तुओं के प्रति लगाव कम नहीं होता। बता दें कि गरुड़ पुराण के मुताबिक जो भी व्यक्ति उनकी मृत्यु के पश्चात उनके गहनों को पहनता है या फिर आभूषणों का उपयोग करता है तो ऐसे में उस मृत परिजन की ऊर्जा उस व्यक्ति के साथ जुड़ जाती है। जिस कारण से उसे शारीरिक व मानसिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इसलिए मृतक व्यक्ति के गहनों को पहनना नहीं चाहिए। लेकिन आप इन गहनों को घर में संभाल कर रख सकते हैं या फिर इन गहनों को नए तरीके से बनवाकर पहन सकते हैं। लेकिन उसी अवस्था में ही इन गहनों को नहीं पहनना चाहिए। अगर मृत व्यक्ति के मरने से पहले आपको अपने गहने भेंट में दिए है तो आप इन्हें पहन सकते हैं। लेकिन अगर मृत परिजन ने गहनों को संभाल कर रखा हुआ था। जिससे उनका बहुत अधिक लगाव था तो इसे भूलकर भी पहनने की गलती न करें। मृत व्यक्ति की घड़ी की बता दें कि कपड़ों और गहनों की तरह ही घड़ी को भी मृत व्यक्ति के ऊर्जा का स्रोत माना गया है। घड़ी व्यक्ति के साथ जीवन भर जुड़ी रहती है। और उसके समय का निर्धारण करती है। और व्यक्ति के अच्छे और बुरे समय का लेखा जोखा रखती है। इसलिए व्यक्ति की मृत्यु के बाद भी घड़ी में उसकी सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा बसी हुई होती है। जो भी व्यक्ति मृत व्यक्ति की घड़ी को पहनता है उस पर इन ऊर्जा का नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। और वो मृत परिजन व्यक्ति के सपनों में बार बार आकर उसे कष्ट देते हैं। अतः आप भी मरे हुए व्यक्ति की घड़ी का भूलकर भी इस्तेमाल न करें।
BTC$ 18482.67 Wed, Sep 21, 2022 11.06 PM UTC ETH$ 1242.78 Wed, Sep 21, 2022 11.06 PM UTC USDT$ 1 Wed, Sep 21, 2022 11.06 PM UTC BNB$ 262.67 Wed, Sep 21, 2022 11.06 PM UTC usd-coin$ 1 Wed, Sep 21, 2022 11.06 PM UTC XRP$ 0.39 Wed, Sep 21, 2022 11.06 PM UTC terra-luna$ 2.46 Wed, Sep 21, 2022 11.06 PM UTC solana$ 30.57 Wed, Sep 21, 2022 11.06 PM UTC Trending TopicsIndiaAustraliaMatch will be start at 23 Sep,2022 08:30 PM Most Read Storiesमरे हुए व्यक्ति के कपड़े पहनने से क्या होता है?मृत परिजन के कपड़े पहनने से उनकी याद ज्यादा सताएगी और वह मानसिक रूप से कमजोर करेगी. ऐसे में व्यक्ति मृत परिजन को भूलकर आगे नहीं बढ़ पाता है. लिहाजा ये कपड़े किसी जरूरतमंद को दान कर देना ही बेहतर होता है.
मरे हुए लोगों के कपड़े क्यों नहीं पहनना चाहिए?गरुड़ पुराण के अनुसार किसी भी व्यक्ति को मृत व्यक्ति के वस्त्रों का प्रयोग नहीं करना चाहिए। भूलकर भी अपने शरीर पर इन्हें धारण नहीं करना चाहिए। अगर आप मरे हुए व्यक्ति के कपड़े पहनते हैं तो उसकी आत्मा आपके शरीर के साथ जुड़ जाती है। और मृत व्यक्ति की यादें आपको सताने लगती है।
किसी के मरने के बाद कपड़ों का क्या करें?ज्योतिषशास्त्र के अनुसार, मृतक के कपड़े हमेशा दान कर देने चाहिए। इसके पीछे का मनोवैज्ञानिक मत है कि मृतक के कपड़ों को हर समय देखने से उसके आस-पास होने का अहसास होता है। साथ ही उससे जुड़ी यादें कई बार लोगों को अवसाद का भी शिकार बना देती हैं। इसलिए भी मृतक के कपड़ों को दान करने के लिए कहा जाता है।
एक दूसरे के कपड़े पहनने से क्या होता है?कपड़े: किसी के पहने हुए कपड़े पहनने से दुर्भाग्य आता है। इसलिए किसी के पहने कपड़ों को पहनने से बचना चाहिए। इससे उनकी नकारात्मक ऊर्जा भी आती है। सेहत के लिहाज से भी यह अनुचित है क्योंकि इससे कीटाणु प्रवेश कर सकते हैं।
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