Show Register now for special offers +91 Home > English > Class 10 > Hindi > Chapter > Hindi (Course A) Solved Paper 2019 > कन्यादान' कविता का संदेश संक्ष... Text Solution Solution : कन्यादान कविता का सन्देश यह है कि हमारे समाज में स्त्रियों के लिए कुछ प्रतिमान स्थापित कर दिए जाते हैं। समाज उनको कमजोर समझता है और अत्याचार करता है। इसलिए अत्याचार के कारण अपने जीवन के प्रति सचेत रहना चाहिए अपने संचित अनुभव के आधार पर माँ कन्यादान के समय अपनी बेटी को शिक्षित कर रही है ताकि समाज में वह एक उच्च सुखी जीवन जी सके और समाज की मानसिकता से वह परिचित हो सके। विवाह पश्चात् लड़की परिवार की केन्द्र बिन्दु होती है अतः लड़की को उसके कर्तव्यों से परिचित करा रही है। साथ ही बताया गया हैं अपनी सुदंरता पर नहीं रोझना चाहिए। Loading Books Add a public comment... Follow Us: Popular Chapters by Class: कन्यादान कविता का उद्देश्य/ संदेश स्पष्ट …CBSE, JEE, NEET, NDAQuestion Bank, Mock Tests, Exam Papers NCERT Solutions, Sample Papers, Notes, Videos कन्यादान कविता का उद्देश्य/ संदेश स्पष्ट कीजिए Posted by Ekta Yadav 4 years, 6 months ago
इस कविता में उस दृश्य का वर्णन है जब एक माँ अपनी बेटी का कन्यादान कर रही है। बेटियाँ ब्याह के बाद पराई हो जाती हैं। जिस बेटी को कोई भी माता पिता बड़े जतन से पाल पोसकर बड़ी करते हैं, वह शादी के बाद दूसरे घर की सदस्य हो जाती है। इसके बाद बेटी अपने माँ बाप के लिए एक मेहमान बन जाती है। इसलिए लड़की के लिए कन्यादान शब्द का प्रयोग किया जाता है। जाहिर है कि जिस संतान को किसी माँ ने इतने जतन से पाल पोस कर बड़ा किया हो, उसे किसी अन्य को सौंपने में गहरी पीड़ा होती है। बच्चे को पालने में माँ को कहीं अधिक दर्द का सामना करना पड़ता है, इसलिए उसे दान करते वक्त लगता है कि वह अपनी आखिरी जमा पूँजी किसी और को सौंप रही हो। Posted by Prabhjot Singh 1 month ago
Posted by Sakshi .... 3 weeks, 4 days ago
Posted by Kajol Thakur 1 month ago
Posted by Rohit Sharma 1 week, 6 days ago
Posted by Madhav Goel 4 weeks ago
Posted by Harshkumar Jain 3 weeks, 6 days ago
Posted by Kajol Thakur 1 month ago
Posted by Rustam Singh 1 month ago
Posted by Tamanna Garg 4 days, 21 hours ago
Posted by Innocent Girl 🤗🤗🥰...!! 2 days, 3 hours ago
myCBSEguideTrusted by 1 Crore+ Students
Test GeneratorCreate papers at ₹10/- per paper कन्यादान कविता क्या संदेश देती है?Kanyadan' kavita se kavi kya sandesh dena chahata hain. 'कन्यादान' के माध्यम से कवि ऋतुराज ने माँ के दर्द और समाज में स्त्री की दशा का मार्मिक चित्रण किया है। समाज कितना भी बदल जाए परंतु स्त्री का स्वरूप वैसा-का-वैसा ही बना हुआ है। ... इस कविता में ऋतुराज ने माँ की पीड़ा की बहुत मार्मिक और सजीव अभिव्यक्ति की है।
कन्यादान कविता का मूल उद्देश्य क्या है?'कन्यादान' कविता में माँ द्वारा बेटी को स्त्री के परंपरागत 'आदर्श' रूप से हटकर सीख दी गई है। कवि का मानना है। कि सामाजिक-व्यवस्था द्वारा स्त्रियों के आचरण संबंधी जो प्रतिमान गढ़ लिए जाते हैं वे आदर्श होकर भी बंधन होते हैं। कोमलता' में कमजोरी का उपहास, लड़की जैसा न दिखाई देने में आदर्श का प्रतिकार है।
कन्यादान कविता से क्या सीख मिलती हैं?कन्यादान' कविता में माँ ने बेटी को किन परंपराओं से हटकर जीवन जीने की शिक्षा दी है? माँ ने बेटी को शिक्षा दी कि वह केवल शारीरिक सुंदरता, सुंदर कपड़ों और गहनों की प्राप्ति की ओर ही ध्यान न दे। उसे चाहिए कि वह समाज में आए परिवर्तन को खुली आँखों से देखे और अपने भीतर हिम्मत और साहस को बटोरें।
कन्यादान कविता में कवि क्या प्रेरणा दे रहा है?Answer: कन्यादान कविता हमें प्रेरणा मिलती है कि माता-पिता के लिए कन्या वस्तु नहीं है। उनके लिए वह दिल का टुकड़ा होती है। कन्यादान के नाम माता-पिता को अपनी बच्ची को बेगानों को सौंपना पड़ता है।
|