विद्यार्थियों आपके सामने एक प्रश्न दिया गया है निम्नलिखित में से कौन प्रकाश संश्लेषण का एक सीमित कारक होगा जिसमें पहला विकल्प है कार्बन डाइऑक्साइड दूसरा विकल्प है ऑक्सीजन तीसरा विकल्प है आपका प्रकाश और अंतिम विकल्प है आपका क्लोरोफिल तो देखिए इस प्रश्न को करने से पहले कि प्रकाश संश्लेषण का एक सीमित कारक का सिद्धांत किया गया था जो कि ब्लैक मैन ने दिया था जिसे कहते हैं ब्लैक मैन का सीमा कारी सिद्धांत देखिए ब्लैक मैंने जो सीमा कारी सिद्धांत Show क्या था इस सिद्धांत के अनुसार जब कोई रसायनिक अभिक्रिया जैसे प्रकाश संश्लेषण है तो प्रकाश संश्लेषण की जो किया है वह विभिन्न कारकों के द्वारा निर्धारित होती है प्रकाश संश्लेषण की जो क्रिया है यह विभिन्न कारकों के द्वारा निर्धारित होती है जैसे अगर हम बात करें प्रकाश क्लोरोफिल जल तापमान आदि तो ब्लैक में ने कहा कि जब कोई सैनिक अभिक्रिया विभिन्न कारकों के द्वारा प्रभावित होती है तो उसमें से जो निम्न मात्रा में जो निबंध मात्रा में या हम कहीं अल्प मात्रा में उपस्थित होता है वह उस रसायनिक अभिक्रिया को सीमित करता है या नियंत्रित करता है तो देखिए जो प्रकाश संश्लेषण की क्रिया है वह विभिन्न कारकों के द्वारा निर्धारित होती है लेकिन इस रसायनिक अभिक्रिया के अंदर अग्रिम प्रकाश क्लोरोफिल जल तापमान इत्यादि की बात करें तो न्यूनतम मात्रा के अंदर जो आवश्यक तत्व होता है वह होता है कार्बन डाई ऑक्साइड कार्बन डाइऑक्साइड जो है वह न्यूनतम मात्रा में उपस्थित होता है इसका मतलब यह एक सीमा कारी कारक है जो कि प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को नियंत्रित करेगा क्योंकि कार्बन डाइऑक्साइड न्यूनतम मात्रा में होता है और वातावरण में भी है जीरो पॉइंट जीरो तीन प्रतिशत उपस्थित होता है तो इस हिसाब से अगर हम देखें तो इस प्रश्न का जो सही विकल्प होगा कि प्रकाश संश्लेषण का एक सीमित कारक है तो प्रथम विकल्प कार्बन डाइऑक्साइड इस प्रश्न का सही विकल्प होगा प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया अनेक कारकों द्वारा प्रभावित होती है। इसके कुछ कारक बाह्य होते हैं तथा कुछ भीतरी। इसके अतिरिक्त कुछ सीमाबद्ध कारक भी होते हैं। बाह्य कारण वे होते है जो प्रकृति और पर्यावरण में स्थित होते हुए प्रकाश संश्लेषण को प्रभावित करते हैं जैसे प्रकाश, कार्बनडाई ऑक्साइड, तापमान तथा जल। आंतरिक कारण वे होते हैं जो पत्तियों में स्थित होते हुए प्रकाश संश्लेषण की क्रिया को प्रभावित करते हैं जैसे- पर्ण हरिम, प्ररस, भोज्य पदार्थ का जमाव, पत्तियों की आंतरिक संरचना और और पत्तियों की आयु। इसके अतिरिक्त प्रकाश संश्लेषण को इन सभी वस्तुओं की गति भी प्रभावित करती है। जब प्रकाश संश्लेषण की एक क्रिया विभिन्न कारकों द्वारा नियन्त्रित होती है तब प्रकाश संश्लेषण की गति सबसे मन्द कारक द्वारा नियंत्रित होती है। प्रकाश, कार्बनडाइऑक्साइड, जल, क्लोरोफिल इत्यादि में से जो भी उचित परिमाण से कम परिमाण में होता है, वह पूरी क्रिया की गति को नियन्त्रित रखता है। यह कारक समय विशेष के लिए सीमाबद्ध कारक कहा जाता है। बाह्य कारक[संपादित करें]
आंतरिक कारण[संपादित करें]
सीमाबद्ध कारक[संपादित करें]जब एक क्रिया विभिन्न कारकों द्वारा नियन्त्रित होती है तब प्रकाश संश्लेषण की गति सबसे मन्द कारक द्वारा सीमित होती है। एफ. ई. ब्लैकमैन ने १९०५ ई. में प्रकाश-संश्लेषण के सम्बन्ध में अपने शोध प्रपत्र में इस जानकारी को लिखा था। बाद में यह एक नियम बन गया जिसका महत्व केवल प्रकाश-संश्लेषण ही नहीं सभी जैव-रसायनिक क्रियायों के लिए है। प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया की गति प्रकाश, कार्बनडाइऑक्साइड, जल, क्लोरोफिल इत्यादि कारकों द्वारा नियंत्रित होती है। इनमें से जो भी उचित परिमाण से कम परिमाण में होता है, वह पूरी क्रिया की गति को नियन्त्रित रखता है एवं उसी उस समय के लिए सीमाबद्ध कारक कहा जाता है। प्रकाश संश्लेषण के महत्व - भोजन सामग्री का उत्पादन मानव को उपलब्ध लगभग 90% खाद्य पदार्थ, विटामिन आदि पौधों के विभिन्न भागों, उदाहरण तना, पत्ती एवं जड़, फल, फूल एवं बीज आदि से प्राप्त होता है। पौधों से प्राप्त भोज्य पदार्थों कार्बोहाइड्रेट, वसा एवं प्रोटीन से ही सजीव का शरीर निर्माण होता है और विविध जैव-क्रियाओं के निमित्त ऊर्जा प्राप्त करते हैं। इसमें सर्वप्रथम शर्करा निर्मित होती है। तत्पश्चात अमीनो अम्ल आदि का निर्माण होता है। हरे पौधे प्रकाश संश्लेषण क्रिया द्वारा कार्बोहाइड्रेट्स [[चित्र:|thumb|right|200px|]] [1] प्रकाश संश्लेषण के महत्व -
प्रकाश संश्लेषण का एक सीमित कारक क्या है?प्रकाश-संश्लेषण की क्रिया अनेक कारकों द्वारा प्रभावित होती है। इसके कुछ कारक बाह्य होते हैं तथा कुछ भीतरी। इसके अतिरिक्त कुछ सीमाबद्ध कारक भी होते हैं। बाह्य कारण वे होते है जो प्रकृति और पर्यावरण में स्थित होते हुए प्रकाश संश्लेषण को प्रभावित करते हैं जैसे प्रकाश, कार्बनडाई ऑक्साइड, तापमान तथा जल।
प्रकाश संश्लेषण के लिए कौन से कारक आवश्यक हैं?जिनसे पता लगा होगा कि क्लोरोफिल ( पत्तियों का हरा वर्णक), प्रकाश तथा कार्बनडाइऑक्साइड (CO2 ) प्रकाश संश्लेषण के लिए आवश्यक है।
प्रकाश संश्लेषण में कौन सीमांत कारक नहीं है?सायनोबैक्टीरिया एवं कुछ अन्य प्रकाश संश्लेषी जीवाणुओं में हरितलवक (क्लोरोप्लास्ट) नहीं होते हैं।
प्रकाश संश्लेषण को प्रभावित करने वाले 6 कारक कौन से हैं?Solution : बाह्य कारक प्रकाश, कार्बन डाइऑक्साइड की मात्रा, ताप, ऑक्सीजन एवं रासायनिक पदार्थ तथा आन्तरिक कारक पर्णहरिम, जीवनद्रव्य, भोजन पदार्थ का संचय एवं पत्ती की आंतरिक संरचना ।
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