केले के पेड़ की पूजा क्यों करते हैं? - kele ke ped kee pooja kyon karate hain?

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 क्यों की जाती हैं केले के पेड़ और पत्तों की पूजा?

 क्यों की जाती हैं केले के पेड़ और पत्तों की पूजा?

 स्नेहा सिंह, इंदौर

केले को प्राचीन समय से ही पूज्य और पवित्र माना गया है। सनातन धर्म में केले का पौधा पूजनीय माना गया है। केले के फल, तना और पत्तों को हमारे पूजा विधान में अनेक तरह से उपयोग किया जाता है। यह शुभ और पवित्रता का प्रतीक है। केले के वृक्ष में देवगुरु बृहस्पति का वास होता है। केले का पेड़ भगवान विष्णु को अति प्रिय है इसीलिए हिंदू केले के पेड़ की पूजा करते हैं। शास्त्रों के अनुसार सात गुरुवार नियमित रूप से केले की पूजा करने से सब मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इसके साथ ही मांगलिक दोष वाले व्यक्ति की अगर केले के पेड़ से शादी की जाए तो उसका मांगलिक दोश दूर हो जाता है। किसी पूजा में या मांगलिक कार्यों में दरवाजों पर केले के पत्तों को लगाना बहुत शुभ होता है। भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को केला चढ़ाने से घर में सुख व समृद्धि आती है।

 घर में खंडित मूर्तियां क्यों नहीं रखनी चाहिए?

 विक्रम गुप्ता, भोपाल

कभी भी टूटी-फूटी मूर्तियां घर में नहीं रखनी चाहिए। खंडित मूर्तियों के संबंध में धार्मिक मान्यता है कि अगर ऐसी मूर्तियों की पूजा की जाती है तो पूरा फल नहीं मिल पाता है। मन को शांति नहीं मिलती है। टूटी मूर्ति की पूजा करते समय जैसे ही हमारी नजर मूर्ति के टूटे हिस्से पर जाती हैं, हमारा मन भटक जाता है और पूजा में एकाग्रता नहीं बन पाती है। वास्तु के अनुसार घर में टूटी-फूटी चीजें रखी रहती है तो वास्तु दोष बढ़ते हैं। ऐसे दोषों की वजह से घर में नकारात्मकता बढ़ती है। इसीलिए घर में अगर कोई मूर्ति टूटी हुई हो तो उसे तुरंत हटा देना चाहिए। मूर्तियों के संबंध में शिवपुराण के अनुसार शिवलिंग को निराकार माना गया है। शिवलिंग खंडित होने पर भी पूजनीय है और ऐसे शिवलिंग की पूजा की जा सकती है। शिवलिंग के अलावा अन्य सभी देवी-देवताओं की मूर्तियां खंडित अवस्था में पूजनीय नहीं मानी गई हैं।

केले के पेड़ की पूजा क्यों करते हैं? - kele ke ped kee pooja kyon karate hain?

केले के पेड़ की पूजा कैसे करें 

मुख्य बातें

  • केले के पेड़ में माना जाता है भगवान विष्णु का वास

  • जल अर्पित करके सही ढंग से पूजन करने पर बढ़ती है समृद्धि

  • यहां जानिए केले के पेड़ का पूजन करने का सही तरीका और उपाय

गुरुवार के दिन केले के पेड़ में पूजा करने की मान्यता है। इस दिन भगवान विष्णु की पूजा करने के बाद भक्त केले की जड़ में फूल, चंदन और जल चढ़ाकर केले की पूजा करते हैं। हिंदू संस्कृति में प्रकृति की हर एक चीज का अपना महत्व है। इन महत्वपूर्ण चीजों में पेड़-पौधे भी शामिल हैं।

मान्यता है कि इनकी रक्षा करना मनुष्य का परम धर्म और कर्तव्य है। इनको घर में लगाकर रखने से सुख-शांति की प्राप्ति होती है और वास्तु शास्त्र के अनुसार नकारात्मक ऊर्जा का प्रवेश घर में नहीं होता। अगर आपके घर में पेड पौधे है तो आपके घर कभी भी दुख नहीं आएगा। ऐसे पेड़-पौधों में केले का नाम अहम है।

बृहस्पति देव की पूजा में मुख्य रूप से केले के पेड़ की पूजा भी की जाती है। इनकी पूजा करना शुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार केले के पेड़ में साक्षात देवगुरु बृहस्पति वास करते हैं और गुरुवार का दिन भगवान बृहस्पति यानी कि भगवान विष्णु का दिन होता है और उनका भी इस पेड़ में इस दिन वास माना गया है।

केले की पेड़ में पूजा करने का सही तरीका:

- सुबह-सुबह उठकर मौन व्रत का पालन करते  हुए स्नान करें।
- इसके बाद केले के वृक्ष को प्रणाम कर जल चढ़ाएं।
- इस बात का ध्यान रखें कि घर के आंगन में यदि केले का वृक्ष लगा हो, तो उस पर जल ना चढ़ाएं बाहर के केले के वृक्ष में ही जल चढ़ाएं।
- केले के वृक्ष पर हल्दी का गाठ, चने की दाल और गुड़ अर्पित करें।
- अक्षत और पुष्प चढ़ाकर केले के पेड़ की परिक्रमा करें।

अगर आप गुरुवार को केले के पेड़ की पूजन करते हैं तो आप पर गुरु बृहस्पति और भगवान विष्णु की कृपा होगी। कहा जाता है कि केले के पेड़ के विधिवत पूजन से घर में समृद्धि और संपन्नता का तेजी से इजाफा होता है।

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केले के पेड़ की पूजा क्यों की जाती है?

January 11, 2021

Answer : पूज्य और पवित्र माने जाने के कारण

Explanation : केले के पेड़ की पूजा इसलिए की जाती है क्यों​कि केले को प्राचीन समय से ही पूज्य और पवित्र माना गया है। सनातन धर्म में केले का पौधा पूजनीय माना गया है। केले का फल, तना और पत्तों हमारे पूजा विधान हैं। केले के वृक्ष में देवगुरु बृहस्पति का वास होता है। केले का पेड़ भगवान विष्णु को अति प्रिय है। शास्त्रों के अनुसार सात गुरुवार नियमित रूप से केले की पूजा करने से सब मनोकामनाएं पूरी हो जाती हैं। इसके साथ ही मांगलिक दोष वाले व्यक्ति की अगर केले के पेड़ से शादी की जाए तो उसका मांगलिक दोष दूर हो जाता है। किसी पूजा में या मांगलिक कार्यों में दरवाजों पर केले के पत्तों को लगाना बहुत शुभ होता है। भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी को केला चढ़ाने से घर में सुख व समृद्धि आती है।....अगला सवाल पढ़े

Tags : पुस्तक और लेखक

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Web Title : Kele Ke Ped Ki Puja Kyu Ki Jati Hai

I’m a freelance professional with over 10 years' experience writing and editing, as well as graphic design for print and web.

केले के पेड़ की पूजा करने से क्या होता है?

धन व समृद्धि के लिए केले के पेड़ की पूजा की जाती है। इसकी नियमित पूजा करने से लक्ष्मी प्रसन्न होती है। माना जाता है कि समृद्धि के लिए केले के पेड़ की पूजा अच्छी होती है। भगवान विष्णु और देवी लक्ष्मी को केले का नियमित भोग लगाने से वे अति प्रसन्न होकर भक्तों पर कृपा करते हैं।

केले के पेड़ की पूजा कब करनी चाहिए?

बृहस्पतिवार के व्रत में भगवान विष्णु को केले के फल का भोग लगाया जाता है. और इस दिन केले के पेड़ की पूजा की जाती है.

केला पेड़ का पूजा कैसे करें?

- इस बात का ध्यान रखें कि घर के आंगन में अगर केले का वृक्ष लगा हो, तो उस पर जल न चढ़ाएं बल्कि घर के बाहर केले के वृक्ष में जल चढ़ाएं और पूजा करें. - सबसे पहले केले के पेड़ को प्रणाम करें, फिर जल चढ़ाएं, फिर हल्दी की गांठ, चने की दाल और गुड़ अर्पित करें. - अक्षत और पुष्प चढ़ाकर केले के पेड़ की परिक्रमा करें.

केले का पेड़ घर में लगाना शुभ होता है क्या?

केले के पेड़ को हमेशा घर के पीछे लगाना चाहिए. इससे घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार होता है. हिंदू शास्त्रों के अनुसार, माना जाता है कि केले में भगवान श्री हरि विष्णु का वास होता है और तुलसी में मां लक्ष्मी का वास माना जाता है.