कुबेर जी को क्या पसंद है? - kuber jee ko kya pasand hai?

कुबेर जी को क्या पसंद है? - kuber jee ko kya pasand hai?

घर में उत्तर-पूर्व दिशा में एक साफ़ जगह को गो मूत्र या गंगाजल से साफ कर लें। इसके बाद एक साफ़ लकडी का पाटा उस स्थान पर रख लीजिए। फिर एक चमेली के तेल की शीशी, 50 सफ़ेद मोमबत्ती और 50 हरी मोमबत्ती लें, इसके बाद पाटे को साफ़ कर उसपे एक हरी मोमबत्ती और एक सफ़ेद मोमबत्ती को चमेली के तेल में डुबोकर पाटे पर रख दें, दोनों को एक माचिस की तीली जलाकर एक दूसरे से 9 इंच की दूरी पर पाटे पर चिपका दें। ध्यान रहे पाटे पर बाईं तरफ़ हरी मोमबत्ती और दाहिनी तरफ़ सफ़ेद मोमबत्ती रखें और पहले हरी मोमबत्ती को जलाएं उसके बाद सफ़ेद मोमबत्ती को जलाएं...

कुबेर जी को क्या पसंद है? - kuber jee ko kya pasand hai?

दोनों मोमबत्तियों को देखकर मन में प्रार्थना करें, 'हे धन के देवता कुबेर, मुझे धन की अमुक (जिस काम के लिए धन की जरूरत हो उसका नाम) काम के लिए जरूरत है, मुझे ईमानदारी से धन को प्राप्त करने में सहायता करें। प्रार्थना करने के बाद मोमबत्ती को जलता हुआ छोड़ कर अपने काम में लग जाइए।

दूसरे दिन अगर मोमबत्ती पूरी जल गई है, तो उस जले हुये मोम को वहीं पर लगा रहने दें और नहीं जली है तो वैसी ही रहने दें। दूसरी मोमबत्तियों को पहले दिन की तरह से ले लीजिए और पहले जली हुई मोमबत्तियों से एक दूसरी के नजदीक लगाकर जलाकर पहले दिन की तरह से वही प्रार्थना करें। जितनी ही मोमबत्तियां पास आती जाएंगी। धन आने का साधन बनता चला जाएगा। ऐसा 50 दिनों तक एक निश्चित समय पर करें। धन आने के योग बन जाएंगे।

जब धन प्राप्त हो जाए तो पास के किसी धार्मिक स्थान पर या पास की किसी बहती नदी में उस मोमबत्तियों के पिघले मोम को ले जाकर बहा दें। ध्यान रखें की इस प्रकार से प्राप्त धन को किसी प्रकार के गलत काम में मत प्रयोग करिए, वरना नुकसान हो सकता है।

कुबेर जी को कैसे खुश करें?

कुबेर यंत्र के मध्‍य में ध्‍यान केंद्रित करते हुए अब कुबेर मंत्र का जप शुरू करें। ॐ श्रीं ह्रीं क्लीं श्रीं क्लीं वित्तेश्वराय नमः॥ इस मंत्र का रोजाना कम से कम 21 या 108 बार बार जप करें

कुबेर भगवान को कौन सा फूल चढ़ाना चाहिए?

भगवान विष्णु- इन्हें कमल, मौलसिरी, जूही, कदम्ब, केवड़ा, चमेली, अशोक, मालती, वासंती, चंपा, वैजयंती के पुष्प विशेष प्रिय हैं। विष्णु भगवान तुलसी दल चढ़ाने से अति शीघ्र प्रसन्न होते है। कार्तिक मास में भगवान नारायण केतकी के फूलों से पूजा करने से विशेष रूप से प्रसन्न होते है ।

कुबेर का पौधा कौन सा होता है?

तकनीकी विवरण.

कुबेर का दिन कौन सा होता है?

भद्रा भद्रा ,सूर्य देवता और छायदेवी की पुत्री थीं। वह बहुत सुन्दर थीं। धनवनता के देवता कुबेर ने उनसे विवाह किया।