हमारे दैनिक जीवन में स्वच्छता का क्या महत्व है? - hamaare dainik jeevan mein svachchhata ka kya mahatv hai?

आज के आर्टिकल में हम स्वच्छता के महत्व पर निबंध लेकर आए हैं, स्वच्छता हम सभी के लिए बहुत ही लाभप्रद होता है, स्वच्छता का महत्व सभी को पता होना चाहिए, स्वच्छता के महत्व पर निबंध लेखन का टॉपिक बहुत ही महत्वपूर्ण है, इस टॉपिक के बारे में निबंध लिखने के लिए सभी विद्यार्थियों को दिया जाता है, तथा प्रोजेक्ट लिखने के लिए भी स्वच्छता के महत्व के बारे में भी लिखने को दिया जाता है।आप सभी हमारे इस आर्टिकल के माध्यम से स्वच्छता के महत्व पर बहुत ही आसान भाषा में निबंध लिख सकते हैं।

स्वच्छता हम सभी के जीवन का अहम हिस्सा है, हम सभी को अपने आसपास के वातावरण को साफ सुथरा रखना चाहिए, स्वच्छता हमारी जिंदगी के लिए बहुत ही आवश्यक है, स्वच्छता को व्यक्तिगत रूप से सभी को अपने जीवन में शामिल करना चाहिए तथा अपने घर के साथ साथ पर्यावरण को भी स्वच्छ रखना चाहिए। इस आर्टिकल में हम स्वच्छता के महत्व के बारे में जानेंगे, और इस आर्टिकल के जरिए सभी विद्यार्थी स्वच्छता के बारे में समझ कर निबंध लिख सकते हैं तथा निबंध प्रतियोगिता में भाग लेकर बहुत ही अच्छा निबंध प्रस्तुत कर सकते हैं। तो चलिए आज के आर्टिकल को शुरू करते हैं.

हमारे दैनिक जीवन में स्वच्छता का क्या महत्व है? - hamaare dainik jeevan mein svachchhata ka kya mahatv hai?

स्वच्छता के महत्व पर निबंध 1

प्रस्तावना:-

स्वच्छता हम सभी के जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक होता है, हम सभी को अपने घर तथा पर्यावरण अर्थात आसपास की सफाई रखनी चाहिए, हमें अपने शरीर की स्वच्छता के साथ-साथ पर्यावरण की स्वच्छता के प्रति भी जागरूक होना चाहिए, स्वच्छता का अर्थ केवल अपने शरीर को स्वच्छ रखना ही नहीं होता बल्कि अपने आसपास के वातावरण को साफ सुथरा रखना होता है। हम सभी को अपने जीवन में स्वच्छता को अपनाकर अपने मोहल्ले तथा वातावरण को साफ सुथरा रखना चाहिए ताकि हम सभी विभिन्न प्रकार की बीमारियों से दूर रह सकें।

हमें स्वच्छता के महत्व को समझना चाहिए और लोगों को भी स्वच्छता के बारे में जागरूक करना चाहिए, स्वच्छता से ही हम स्वस्थ जीवन की कामना कर सकते हैं, प्रत्येक देशवासी का कर्तव्य है अपने मोहल्ले तथा देश को साफ रखना और साफ सफाई के प्रति जागरूक होना, ताकि हमारे देश में बाहर से आए हुए पर्यटकों को मुश्किलों का सामना ना करना पड़े और साथ ही हम सभी को स्वच्छ जीवन मिल सके।

हमें व्यक्तिगत रूप से घर की साफ सफाई के साथ, अपने बाग बगीचे तथा गली को साफ सुथरा रखने की आवश्यकता है, स्वच्छता देखकर सभी के मन में आनंद की अनुभूति होती है, और स्वच्छता से हम शारीरिक तथा मानसिक रूप से स्वस्थ रहते हैं। स्वच्छता केवल हमारे तन को ही नहीं बल्कि मन को भी सुख और शांति का अनुभव कराता है, और स्वच्छता से हम सभी मनुष्य रोगमुक्त होते हैं तथा हमारे समाज में स्वच्छता रहने से बीमारियों में कमियां आती हैं, जिससे हमारा समाज भी रोग मुक्त होता है।

जिंदगी से बीमारियां फैलती है:-

हम सभी को स्वच्छता के महत्व का अहमियत पता होना चाहिए, और स्वच्छता से जुड़ी छोटी से छोटी चीजों का ध्यान रखना चाहिए, जैसे हमें कूड़े कचरे को बाहर नहीं फेंकना चाहिए, यातायात करते समय सड़कों पर कचरे को नहीं फेंकना चाहिए, कई लोगों के द्वारा सड़कों पर कचरा फेंक दिया जाता है जिसके कारण गंदगी फैलती जाती है, जिससे हमारे साथ साथ पशु भी बीमार पड़ने लगते हैं और रास्ते पर फेंके प्लास्टिक के कचरे को गाय खाना समझकर खा लेती हैं जिसके कारण उनकी मृत्यु हो जाती है। कचरे हम सभी के लिए बहुत ही घातक होते हैं , इनसे अनेक प्रकार की बीमारियां उत्पन्न होती है जिसके कारण हम बीमारियों के शिकार हो जाते हैं, हम सभी को कूड़े कचरे को सड़कों तथा वातावरण में बाहर नहीं फेंकना चाहिए, और हमें दूसरों को भी कचरे को बाहर फेंकने से रोकना चाहिए तथा गंदगी से हमारे जीवन में होने वाले रोगों से लोगों को परिचित कराना चाहिए ताकि सभी लोग गंदगी को बाहर ना फैलाएं और स्वच्छता के प्रति जागरूक हो।

बीमारी मुक्त जीवन:-

जब हमारा वातावरण स्वच्छ रहेगा तो हम सभी स्वच्छ रहेंगे तथा हमारा वातावरण बीमारी मुक्त रहेगा, हमें स्वच्छता के महत्व के बारे में सभी बच्चों तथा बड़ों को जागरूक करना चाहिए, और स्वच्छता का पालन सभी को अनिवार्य रूप से करना चाहिए। बीमारी मुक्त जीवन जीने के लिए हमें अपने आसपास के वातावरण को स्वच्छ रखना चाहिए जिस प्रकार हम अपने शरीर और घर की साफ-सफाई रखते हैं, हमें किसी भी जगह पर गंदगी नहीं फैलानी चाहिए और कूड़े कचरे को सड़क तथा धार्मिक स्थलों पर नहीं फेंकना चाहिए। कूड़े कचरे को डस्टबिन में डालना चाहिए जिससे हम सभी बीमारी मुक्त जीवन जी सकें।

उपसंहार:-

हम सभी नागरिकों का कर्तव्य है अपने आसपास तथा देश में स्वच्छता को बनाए रखना, जिससे हमारा पर्यावरण दूषित ना हो और हमें बीमारियों का सामना ना करना पड़े, हमें अपने आसपास के मोहल्ले, नदी नाले, बगीचे आदि सभी को साफ सुथरा रखना चाहिए।कूड़े कचरे को बाहर नहीं फेंकना चाहिए बल्कि कूड़ेदान में फेंकना चाहिए, हमें स्वच्छता का पालन करना चाहिए और बच्चों को भी स्वच्छता के प्रति जागरूक करना चाहिए जिससे हमारे पर्यावरण में गंदगी ना फैले और हम स्वच्छ जीवन यापन कर सकें।

इन्हें भी जरुर पढ़े : –

  • अमीर इंसान पर निबंध
  • यातायात के साधन पर निबंध

स्वच्छता के महत्व पर निबंध 2

प्रस्तावना:-

हम सभी को अपने घर, बगीचे तथा मोहल्ले को साफ सफाई रखना चाहिए और दूसरों को भी सफाई के प्रति जागरूक करना चाहिए। महात्मा गांधी जी ने भी स्वच्छता पर काफी जोर दिया था, और हमारे देश के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी ने स्वच्छता के प्रति जागरूक करने के लिए ही स्वच्छता अभियान का निर्माण किया है। वर्तमान में लोग कोरोनावायरसके आने कारण साफ सफाई पर विशेष ध्यान दे रहे हैं और अस्पतालों का भी साफ सफाईनियमित रूप से किया जा रहा है, साफ सफाई हमारे जीवन के लिए बहुत ही आवश्यक है क्योंकि साफ सफाई से ही जीवन को खूबसूरत और स्वस्थ बनाया जा सकता है।

हमें अपने आसपास के वातावरण के साफ सफाई पर विशेष ध्यान देना चाहिए कई लोग गंदगी से होने वाली बीमारियों से भी परिचित होने के बाद भी गंदगी फैलाते रहते हैं, और कई लोग अशिक्षित होने के कारण भी सफाई के महत्व को नहीं समझ पाते हैं जिसके कारण गंदगी फैलती जाती है और अनेक प्रकार की बीमारियां उत्पन्न होती है हमें ऐसे लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक करना चाहिए और बाहर गंदगी फैलाने से रोकना चाहिए, वातावरण को स्वच्छ रखकर हम विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बच सकते हैं।

प्लास्टिक पर प्रतिबंध:-

हमें प्लास्टिक के उपयोग में नियंत्रण करना चाहिए क्योंकि प्लास्टिक बहुत दिनों तक सड़ता नहीं है और मिट्टी में जाकर मिल जाता है, प्लास्टिक बहुत हानिकारक पदार्थ होता हैं यह सभी समुद्र तल में पड़ा रहता है जिसके कारण जल प्रदूषित होने लगता है और प्लास्टिक को खाकर मवेशियों का मृत्यु होने लगता है, इन सभी से बचने के लिए हमें प्लास्टिक से बने थैलियों पर रोक लगाना चाहिए और कागज तथा कपड़े की थैली का इस्तेमाल करना चाहिए जिससे हम बीमारियों से छुटकारा पा सकते हैं और इससे हमारा वातावरण स्वच्छ बना रहता है तथा पशुओं का भी मृत्यु नहीं होता है।

स्वच्छता अभियान:-

हमारे देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी ने 2 अक्टूबर अर्थात गांधी जयंती पर स्वच्छ भारत अभियान का आरंभ किया था, यह बहुत ही अच्छा अभियान है जिसके द्वारा लोगों को स्वच्छता के प्रति जागरूक किया जा रहा है, इस अभियान के तहत सभी गांव में शौचालय बनवाया गया है जिससे लोगों को शौच के लिए बाहर नहीं जाना पड़ता और लोगों को इससे स्वच्छता के अहमियत के बारे में भी अवगत कराया जाता है। स्वच्छता अभियान के तहत सभी लोगों को स्वच्छता के बारे में बताया जाता है तथा स्वच्छता अभियान के अनुसार कई नियम बताए गए हैं जिसका पालन हम सभी को करना चाहिए और अपने आसपास के वातावरण में साफ-सफाई रखना चाहिए।

उपसंहार:-

स्वच्छता विभिन्न प्रकार की बीमारियों से बचने का सरल उपाय है, स्वच्छता हम सभी के जीवन की बहुत ही महत्वपूर्ण हिस्सा है, स्वच्छता सभी मनुष्य को मानसिक और शारीरिक रूप से स्वस्थ रखता है, हम सभी को स्वच्छता के महत्व के बारे में सभी लोगों को बताना चाहिए और अपने दैनिक जीवन में स्वच्छता का पालन करना चाहिए, तथा जीवन में स्वस्थ रहने के लिए अपने आसपास के पर्यावरण को साफ सुथरा बनाए रखना चाहिए, और सभी नागरिकों को स्वच्छता के प्रति अग्रसर होना चाहिए । अपने समाज तथा देश को साफ सुथरा रखना चाहिए, जिससे हम सभी रोगमुक्त जीवन यापन कर सकते हैं।

सम्बन्धित निबंध : –

  • प्रदूषण की समस्या पर निबंध
  • परोपकार पर निबंध 
  • भ्रष्टाचार पर निबंध
  • ऑनलाइन शिक्षा का महत्व पर निबंध 
  • कोरोना काल में शिक्षा और छात्रों पर निबंध लेखन
  • रानी लक्ष्मी बाई पर निबंध 
  • आधुनिक नारी पर निबंध 
  • नारी शिक्षा के महत्व पर निबंध

हमारे दैनिक जीवन में स्वच्छता का क्या महत्व है? - hamaare dainik jeevan mein svachchhata ka kya mahatv hai?

हेल्लो दोस्तों मेरा नाम प्रवीन कुमार है . और में इस ब्लॉग का Owner हूँ. मुझे हिंदी में लेख लिखना पसंद है. और में आपके लिए सरल भाषा में लेख लिखता हूँ.

स्वच्छता का हमारे जीवन में क्या महत्व है?

स्वच्छता एक क्रिया है जिससे हमारा शरीर, दिमाग, कपड़े, घर, आस पास और कार्यक्षेत्र साफ और शुद्ध रहते है. हमारे मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य के लिये साफ – सफाई बेहद जरुरी है, अपने आस पास के क्षेत्रों और पर्यावरण की सफाई सामाजिक और बौद्धिक स्वास्थ्य के लिये बहुत जरुरी है.

आपके दैनिक जीवन में स्वच्छता का क्या महत्व है पर पांच वाक्य लिखिए?

स्वच्छता एक अच्छी आदत है जो हमारे जीवन की गुणवत्ता को बढ़ाती है। यह हमारे जीवन का एक महत्वपूर्ण अंग है। हमारे लिए शरीर की भी स्वच्छता बहुत जरूरी है, जैसे रोज नहाना, स्वच्छ कपड़े पहनना, दांतों की सफाई करना, नाखून काटना, आदि। इसके लिए हमें प्रतिदिन सुबह जैसे ही हम सोकर उठते हैं, अपने दांतों को साफ करना चाहिए।

दैनिक जीवन में स्वच्छता का क्या मतलब है?

स्वच्छता सभी की जिम्मेदारी है और उन्हें अपने और अपने आसपास की स्वच्छता और स्वच्छता को बनाए रखने की आवश्यकता है। एक स्वच्छ शरीर हमें स्वस्थ रखता है और डॉक्टरों से दूर रखता है और इस प्रकार चिकित्सा खर्च और समय की हानि से बचाता है। स्वच्छता से मन में अच्छे और सकारात्मक विचार आते हैं जो रोगों की घटना को धीमा करता है।

सरल शब्दों में स्वच्छता क्या है?

स्वच्छता क्या है (what is cleanliness in hindi) सभी प्रकार की गंदगी को दूर कर, निरोग एवं आरामदायक जीवन जीना स्वच्छता हैं. मानव जीवन मूल्यों में एक मूल्य स्वच्छ रहना भी है. स्वच्छता भारतीय संस्कृति का प्रतीक हैं. भारतीय दर्शन में शरीर आत्मा मन बुद्धि व पर्यावरण को शुद्ध रखना, मानव जीवन का महत्वपूर्ण कार्य बताया गया है.