हिमालय तथा प्रायद्वीपीय नदियों में क्या अंतर है? - himaalay tatha praayadveepeey nadiyon mein kya antar hai?

उत्तर :

उत्तर की रूपरेखा :

  • हिमालय और प्रायद्वीपीय नदी तंत्रों के बीच मुख्य विभेदों को स्पष्ट करें।
  • डेल्टा और एश्चुअरी के निर्माण की शर्तों का उल्लेख करें।

 भारतीय अपवाह प्रणाली को उत्पत्ति स्रोतों के आधार पर सामान्यतया दो वर्गों में बाँटा जाता है- हिमालय और प्रायद्वीपीय नदी तंत्र। इन दोनों नदी तंत्रों के बीच निम्नलिखित अंतर हैं-

  • हिमालयी अपवाह तंत्र की उत्पत्ति हिमालय पर्वत श्रेणियों से होती है जबकि प्रायद्वीपीय अपवाह तंत्र की नदियाँ  प्रायद्वीपीय पठारों से निकलती हैं।
  • हिमालयी नदियाँ पूर्ववर्ती अपवाह प्रणाली का अनुसरण करती हैं, जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ अनुवर्ती अपवाह तंत्र का उदाहरण प्रस्तुत करती हैं।
  • हिमालय की नदियाँ बारहमासी होती हैं जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ मौसमी होती हैं और प्रायः मानसून में प्रवाहित होती हैं। 
  • हिमालयी नदियाँ अपने विकास क्रम में नवीन हैं और नवीन वलित पर्वतों के मध्य प्रवाहित होती हैं, जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ प्रौढ़ावस्था में हैं और प्रायद्वीपीय पठारों से होकर प्रवाहित होती हैं।
  • हिमालयी अपवाह तंत्र के नदियों के बेसिन और जलग्रहण क्षेत्र प्रायद्वीपीय नदियों की तुलना में काफी विस्तृत होते हैं। 

उल्लेखनीय है कि प्रायद्वीपीय नदियाँ जब समुद्र से मिलती हैं तो ज्वारनदमुख या एश्चुअरी का निर्माण करती हैं जबकि पूर्व की ओर प्रवाहित होने वाली नदियाँ डेल्टा बनाती हैं।

 वस्तुतः पूर्व की ओर बहने वाली नदियाँ समुद्र में मिलने से पहले काफी लंबी दूरी तय करती और नरम चट्टानी संरचना से बहती हुई, अपने साथ बड़ी मात्रा में गाद को प्रवाहित करती है। जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ अपेक्षाकृत कम दूरी तय करती हैं और कठोर चट्टानी संरचना से होकर बहती हैं। हिमालयी नदियों द्वारा अपवाहित यही गाद समुद्र में गिरने के पश्चात् चौड़ाई में विस्तार पाकर डेल्टा का स्वरूप धारण कर लेती है किंतु प्रायद्वीपीय नदियाँ गाद की पर्याप्तता के अभाव में ज्वारनदमुख का निर्माण करती हैं।

प्रायद्वीपीय नदियों और हिमालय की नदियों के बीच के कोई तीन अंतर बताइए।


हिमालय नदियाँ

प्रायद्वीपीय नदियाँ

(i) हिमालय नदियाँ लम्बी होती है और ये लम्बे रस्ते तय करती है।

(ii) इन नदियों को वर्षा के साथ -साथ हिम से भी जल मिलता है इसलिए ये बारहमासी नदियाँ होती है।

(iii) हिमालय की प्रमुख नदियों में कई सहयक नदियाँ आकर मिलती है।

(iv) ये नदियाँ अपने साथ भरी मात्रा में सिल्ट लेकर दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा बनती हैl जिसे सुंदरवन कहते है।

(v) भारत में हिमालय की नदियाँ बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है।

(i) ये नदियाँ अपेक्षाकृत छोटी होती है और छोटी दुरी तय करती है।

(ii) इस नदियों का प्रवाह वर्षा पर निर्भर करती है। ये प्रायः मौसमी होती है।

(iii) प्रमुख प्रायदुपीय नदियाँ जैसे महानदी, गोदावरी ,कृष्णा तथा कावेरी में छोटी सहयक नदियाँ आकर मिलती है।

(iv) ये नदियाँ डेल्टा और ज्वारमुख का निर्माण करती है इनके डेल्टा छोटे होते है।

(v) प्रायद्वीपीय नदियाँ बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों में गिरती है।

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निम्नलिखित में से कौन-सा वृक्ष की शाखाओं के समान अपवाह प्रतिरूप प्रणाली को दर्शाता है?

  • अरीय

  • केंद्राभिमुख

  • द्रुमाकृतिक

  • द्रुमाकृतिक

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निम्नलिखित में से कौन-सी लवणीय जल वाली झील है?

  • सांभर

  • वूलर

  • डलडल

  • डलडल

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 निम्नलिखित में से कौन सी नदी प्रायद्वीपीय भारत की सबसे बड़ी नदी है?

  • नर्मदा

  • गोदावरी

  • कृष्णा

  • कृष्णा

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नर्मदा नदी का उद्गम कहां से है?

  • सतपुड़ा

  • अमरकंटक

  • ब्रह्मागिरी 

  • ब्रह्मागिरी 

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वूलर झील निम्नलिखित में से किस राज्य में स्थित है?

  • राजस्थान

  • पंजाब

  • उत्तर प्रदेश

  • उत्तर प्रदेश

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सिंधु एवं गंगा नदियाँ कहाँ से निकलती हैं?


सिंधु नदी तिब्बत में मानसरोवर झील के निकट से निकलती है। गंगा नदी हिमालय में गंगोत्री हिमानी से मिलती हैं।

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किसी देश की अर्थव्यवस्था के लिए नदियाँ महत्वपूर्ण हैं?


(i) ऐतिहासिक रूप से नदी घाटियाँ प्रारम्भिक सभ्यताओं का केंद्र रही हैं, जैसे नील नदी की सभ्यता, सिंधु घाटी की सभ्यता इत्यादि।
(ii) भारत जैसी कृषि अर्थव्यवस्था वाले देश में नदियों में सिंचाई, नौसंचालन, जलविद्युत निर्माण इत्यादि द्वारा अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है।
(iii) नदियों के मैदान तथा सिंचाई को सुविधाओं ने विभिन्न प्रकार की खाद्य फसलों व नकदी फसलों को उगाने तथा दूसरे कृषि क्रिया-कलापों में काफी मदद पहुँचाई है।
(iv) नदियाँ बाढ़ के मैदान तथा डेल्टा का निर्माण करती हैं, जो कृषि हेतु उपजाऊ मृदा करती हैं।
(v) नदी घाटी विश्व के सबसे घनी आबादी वाले क्षेत्र होते हैं क्योंकि ये कृषि योग्य भूमि तथा जल प्रदान करती हैं। जैसे भारत की गंगा द्रोणी अथवा मैदान।

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प्रायद्वीपीय पठार के पूर्व एवं पश्चिम की और बहने वाली नदियों की तुलना कीजिए।


पूर्व की ओर बहने वाली नदियाँ

पश्चिम की और बहने वाली नदियाँ

(i) गोदावरी, कृष्णा और कावेरी नदियाँ पश्चिमी घाट से निकल कर पूर्व की और बहते हुए बंगाल की खाड़ी में समाप्त हो जाती हैं।

(ii) समुन्द्र में प्रवेश करते समय ये सभी नदियाँ डेल्टा बनती हैं।

(i) नर्मदा और तापी दो ही ऐसी लम्बी नदियाँ है जो अरब सागर में गिरती हैं।

(ii) ये नदियाँ ज्वारनदमुख बनती हैं।

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भारत में सबसे विशाल नदी द्रोणी कौन-सी है?


गंगा द्रोणी भारत में सबसे विशाल नदी द्रोणी है।

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प्रायद्वीपीय नदियों और हिमालय की नदियों के बीच के कोई तीन अंतर बताइए।


हिमालय नदियाँ

प्रायद्वीपीय नदियाँ

(i) हिमालय नदियाँ लम्बी होती है और ये लम्बे रस्ते तय करती है।

(ii) इन नदियों को वर्षा के साथ -साथ हिम से भी जल मिलता है इसलिए ये बारहमासी नदियाँ होती है।

(iii) हिमालय की प्रमुख नदियों में कई सहयक नदियाँ आकर मिलती है।

(iv) ये नदियाँ अपने साथ भरी मात्रा में सिल्ट लेकर दुनिया का सबसे बड़ा डेल्टा बनती हैl जिसे सुंदरवन कहते है।

(v) भारत में हिमालय की नदियाँ बंगाल की खाड़ी में जाकर मिलती है।

(i) ये नदियाँ अपेक्षाकृत छोटी होती है और छोटी दुरी तय करती है।

(ii) इस नदियों का प्रवाह वर्षा पर निर्भर करती है। ये प्रायः मौसमी होती है।

(iii) प्रमुख प्रायदुपीय नदियाँ जैसे महानदी, गोदावरी ,कृष्णा तथा कावेरी में छोटी सहयक नदियाँ आकर मिलती है।

(iv) ये नदियाँ डेल्टा और ज्वारमुख का निर्माण करती है इनके डेल्टा छोटे होते है।

(v) प्रायद्वीपीय नदियाँ बंगाल की खाड़ी और अरब सागर दोनों में गिरती है।

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हिमालय और प्रायद्वीपीय नदियों में क्या अंतर है?

हिमालय की नदियाँ बारहमासी होती हैं जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ मौसमी होती हैं और प्रायः मानसून में प्रवाहित होती हैं। हिमालयी नदियाँ अपने विकास क्रम में नवीन हैं और नवीन वलित पर्वतों के मध्य प्रवाहित होती हैं, जबकि प्रायद्वीपीय नदियाँ प्रौढ़ावस्था में हैं और प्रायद्वीपीय पठारों से होकर प्रवाहित होती हैं।

प्रायद्वीपीय नदी का मतलब क्या होता है?

प्रायद्वीपीय नदियो की विशेषताए है - निश्चित जलमार्ग ,बल का अभाव और पानी का गैर बारहमासी प्रवाह। नर्मदा और तापी जो दरार घाटी के माध्यम से प्रवाह करती है वो आक्षेप है।

प्रायद्वीपीय नदी के 3 लक्षण क्या है?

प्रायद्वीपीय नदी के निम्नलिखित तीन लक्षण हैं.
प्रायद्वीपीय भारत की नदियाँ समतल भागों से होकर नहीं बहती हैं, इसलिए इनसे नहरें नहीं निकाली जातीं।.
प्रायद्वीपीय भारत की नदियों में सालों भर पानी नहीं रहता।.
प्रायद्वीपीय भारत की नदियाँ टेढ़ी-मेढ़ी नहीं बहती अर्थात विसर्प नहीं बनातीं।.

हिमालय की नदियाँ बारहमासी क्यों है?

(i) हिमालय नदियाँ लम्बी होती है और ये लम्बे रस्ते तय करती है। (ii) इन नदियों को वर्षा के साथ -साथ हिम से भी जल मिलता है इसलिए ये बारहमासी नदियाँ होती है।