बंदूक का आविष्कार कब और किसने किया? - bandook ka aavishkaar kab aur kisane kiya?

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सबसे पहला रैपिड फायर फायर आर्म गेटिंग गम था जिसका आविष्कार रिचर्ड गेटरिंग ने किया था और उसका उपयोग अमेरिका सिविल वार में 1807 ईस्वी में किया गया था

sabse pehla Rapid fire fire arm getting gum tha jiska avishkar richard getring ne kiya tha aur uska upyog america civil war mein 1807 isvi mein kiya gaya tha

सबसे पहला रैपिड फायर फायर आर्म गेटिंग गम था जिसका आविष्कार रिचर्ड गेटरिंग ने किया था और उस

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बंदूक का आविष्कार कब और किसने किया? - bandook ka aavishkaar kab aur kisane kiya?
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बन्दूक (अंग्रेजी: Coach gun) बीसवीं सदी तक सैनिकों द्वारा प्रयुक्त एक प्रमुख हथियार रहा है। यह आकार में बड़ा एवं वजनी होता है। साम्राज्यवाद के दौर में मुख्यतः इसी अस्त्र के कारण यूरोपीय सेनाओं ने एशियाई, अफ्रीकी एवं अमेरिकी भूभागों पर अपना प्रभुत्व स्थापित कर लिया था। इकनाली बन्दूक में एक बार मे केवल एक ही गोली भर कर दागी जाती है जबकि दुनाली बन्दूक में दो गोलियाँ भरकर क्रमश: दागी जा सकती हैं। आजकल भारत की आम जनता में जो लाइसेंसी बन्दूकें मिलती हैं उनमें प्राय: बारह बोर के ही कारतूस प्रयोग में लाये जाते हैँ। ब्रिटिश भारत में प्राय: विदेश में बनी बन्दूकें ही अमीर लोगों के पास होती थीं किन्तु अब भारतीय आयुध निर्माणी द्वारा बनायी गयीं इकनाली व दुनाली बन्दूकें यहाँ के शस्त्र विक्रेता अपने पास रखने लगे हैं। इन्हें कोई भी शस्त्र अनुज्ञप्ति धारक उनसे सीधे मूल्य देकर खरीद सकता है।

12 बोर के कारतूस (70 मिलीमीटर लम्बाई के)

सामान्यत: इनमें प्रयुक्त होने वाले बारह बोर के कारतूस 70 मिलीमीटर[1] व 65 मिलीमीटर[2] लम्बाई के होते हैं। इन्हें भी अब भारत में ही बनाया जाने लगा है।[3] ये कारतूस भी भारत के शस्त्र विक्रेताओं से खरीदे जा सकते हैं। कारतूस मे छर्रे, काटन वैड, गन पाउडर एवं .22 कैप होता है| बंदूक के कारतूस का वर्गीकरण नम्बरों के आधार पर है जैसे 1 नम्बर का कारतूस जिसमे छर्रे बड़े होते है एवं उनका प्रयोग बड़े शिकार पर किया जाता है| इसी प्रकार से नम्बर 2,3,4,5,6 के कारतूस होते हैं जिनमे छर्रों की संख्या बढ़ती जाती है एवं उनका आकार घटता जाता है| एल जी एवं कारतूस को बहुत ही बड़े शिकार के लिये किया जाता है|वास्तव मे कोई बंदूक कितने बोर की होगी यह निर्धारित करने के लिए एक विशेष प्रणाली अपनायी जाती है जैसे यदि किसी गन की नली से एक पाउण्ड लेड धातु का गोलाकार 12वां भाग सरलता से पास हो जाए तो उसे 12 बोर की गन कहेंगे|इसी प्रकार 14 बोर एवं 10 बोर की बंदूंको का वर्गीकरण भी किया जाता है|

साधारण बोलचाल की भाषा में हम जिसे बोर कहते हैं वह शस्त्र-विज्ञान की भाषा में गेज़ कहलाता है। नीचे 12 बोर के कारतूसों की विनिर्दिष्टीकरण तालिका दी जा रही है जिससे इसकी सही-सही और वास्तविक जानकारी हो सके।[4]

बारूद, बंदूक और मशीनगन : भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने हाल में कहा कि कंधे पर बंदूक नहीं, हल से निकलेगा समाधान। लेकिन दुनियाभर में क्रांतियां जितनी विचारों के दम पर हुई हैं, उससे कहीं ज्यादा बंदूक के दम पर ही हुई हैं। आखिर किसी विचार को जबरदस्ती स्थापित करने के लिए बंदूक की ही जरूरत पड़ती है। बंदूक के बाद मशीनगन के आविष्कार ने दुनिया का नक्शा बदल दिया। यह बहुत ही क्रांतिकारी आविष्‍कार था।

कहते हैं कि पहली बार एक यूरोपीय व्यापारी ने चीन में लोगों को बंदूक से लड़ते हुए देखा था। बस फिर क्या था? क्रांति तो व्यापारी लोग ही करते हैं। आज दुनियाभर में अवैध रूप से चीन, पाकिस्तान, इसराइल में बने हथियारों की बिक्री होती है। इस अवैध बिक्री के चलते ही आज तक आतंकवाद जिंदा है, माओवाद और नक्सलवाद भी जिंदा है।

बंदूक का विकास धीरे-धीरे हुआ। इसकी बनावट, बुलेट और मारक क्षमता में कई बार कई परिवर्तन हुए। ईस्वी सन् 1294 में बारूद का आविष्कार हुआ। बारूद ने 14वीं सदी में तोप को जन्म दिया। तोप की सोच बंदूक तक पहुंच गई। 15वीं शताब्दी के आरंभ में तोप की जगह हाथ में बंदूकें आ गईं। इसी का विकास धीरे-धीरे मस्केट, मैचलॉक, फ्लिंटलॉक, पिस्तौल और आधुनिक राइफल में हुआ। रशिया के मिखाइल कलाश्निकोव ने एके-47 बनाकर जो क्रांति दुनिया में की उसके बारे में उसने भी नहीं सोचा होगा। एके-47 ने दुनिया में साम्यवाद को मजबूत किया। रशिया की यह बंदूक आज भी सैन्यप्रिय है।

तीव्र गति से लगातार गोली चलाने वाली बंदूक बनाने का प्रयास 16वीं शताब्दी से ही होने लगा था और इसी के फलस्वरूप 1884 में प्रथम सफल मशीनगन बनी। आज की मशीनगन 1 मिनट में कई सौ गोलियां तक चला सकती हैं। हालांकि मशीनगन का आविष्‍कार 1718 में जेम्स पक्ले ने किया था। बंदूक, राइफल और तोपों के कार्यकरण का सिद्धांत एक ही है।

बंदूक का आविष्कार कब और कहां हुआ?

बन्दूक का आविष्कार किसने किया था और कब किया था ? चीन ने 9 वीं शताब्दी के दौरान काले पाउडर का आविष्कार करने के बाद, इन आविष्कारों को बाद में मध्य पूर्व, अफ्रीका और यूरोप में प्रसारित किया गया था। बंदूक का बंदूक का आविष्कार संयुक्त राज्य अमेरिका ने 1850 ईस्वी में किया था.।।

बंदूक के आविष्कारक कौन है?

बंदूक का आविष्कार किसने किया था (who invented gun) बंदूक का आविष्कार सामुएल कॉल्ट के द्वारा 1836 में किया गया था। इनके द्वारा ही दुनिया की पहली बंदूक को बनाया गया था, जिसमे 5 गोलियां चलाईं जा सकती थीं, तथा उसके बाद इसको फिर से लोड करना होता था।

गन का आविष्कार कब हुआ था?

एक सफल मशीन गन का आविष्कार अमेरिका के हिरेम मैक्सिम ने सन 1882 में किया था जो लंदन में काम कर रहा था। यह सिंइल-बैरल का हथियार था और पूरी तरह स्वचालित था

भारत की सबसे पहली बंदूक कौन सी है?

1856 से पहले भारतीय सिपाही ब्राउन बीज़ नाम की बंदूक का इस्तेमाल करते थे. 1856 में भारतीय सैनिकों के इस्तेमाल के लिए एक नई बंदूक लाई गई लेकिन इस बंदूक को लोड करने से पहले कारतूस को दाँत से काटना पड़ता था.