अपने घर में नल के पाइप में मोटर लगवाना दूसरों का हक छीनने के बराबर है लेखक ऐसा क्यों मानते हैं? - apane ghar mein nal ke paip mein motar lagavaana doosaron ka hak chheenane ke baraabar hai lekhak aisa kyon maanate hain?

पाठ के आधार पर बताओ –अपने घर के नल के पाइप में मोटर लगवाना दूसरों का हक छीनने के बराबर है। लेखक ऐसा क्यों मानते हैं?

Question

पाठ के आधार पर बताओ –अपने घर के नल के पाइप में मोटर लगवाना दूसरों का हक छीनने के बराबर है। लेखक ऐसा क्यों मानते हैं?

Solution

इसे लेखक दूसरों का हक छीनना इसलिए मानते हैं क्योंकि मोटर लगाने से उस घर में तो पानी आता है लेकिन अन्य घरों में पानी की कमी हो जाती है। मोटर सभी घरों के पाइपों से पानी खींच लेती है। इससे अन्य घरों में पानी की सप्लाई नहीं पहुँच पाती है।

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अपने घर के नल के पाइप में मोटर लगाना दूसरों का हक छीनने के बराबर है लेखक ऐसा क्यों मानते हैं?

अपने घर के नल के पाइप में मोटर लगवाना दूसरों का हक छीनने के बराबर हैलेखक ऐसा क्यों मानते हैं? 2. बड़ी संख्या में इमारतें बनने से बाढ़ और अकाल का खतरा कैसे पैदा होता है ?

लोग अपने घरों के नलों में मोटर क्यों लगवा लेते हैं?

एक परिवार के लिए दिन में आवश्यक पानी भी सहज रूप से उपलब्ध नहीं होता है। इसलिए लोग नल पर ही पाइप लगा और छोटी मोटर लगाकर अधिक खिंचते है, ताकि दिनभर आवश्यक पानी का स्टोर सहज रूप से किया जा सके।