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फाइबर से भरपूर उड़द की दाल, घुलनशील और अघुलनशील, दोनों प्रकार के डाइजेशन को इम्प्रूव करने में फायदेमंद है। उड़द की दाल में मौजूद डाइटरी फाइबर इसमें मदद करता है। डायरिया, कब्ज, ऐंठन या सूजन की परेशानियों से छुटकारा पाने के लिए अपने खाने में उड़द की दाल को शामिल करें। इसके अलावा, उड़द की दाल बवासीर और कॉलिक डिसऑर्डर की समस्याओं को दूर करने और लिवर को मजबूत बनाने में भी असरदार है। खून की कमी दूर कर शरीर की थकावट दूर करती है पालक की दाल, जानें सर्दियों में इसे खाने के जबरदस्त फायदे दिल को रखे सेहतमंदउड़द की दाल में उच्च मात्रा में फाइबर, मैग्नीशियम और पोटेशियम होते हैं, जो हमारे हार्ट की हेल्थ के लिए बहुत फायदेमंद हैं। यह कोलेस्ट्रॉल लेवल को बनाए रखता है और एथेरोस्क्लेरोसिस को रोकता है, जिससे हमारा कार्डियोवस्कुलर सिस्टम स्वस्थ रहता है। पोटेशियम शरीर के ब्लड सर्कुलेशन सिस्टम को सुधारने के साथ-साथ आपकी धमनी की दीवारों में होने वाले किसी भी नुकसान को रोकने में मदद करता है। बॉडी में बढ़ाए एनर्जी लेवलउड़द की दाल में आयरन भरपूर मात्रा में होता है, जो आपके शरीर में एनर्जी के लेवल को बढ़ाने में मदद करता है और आपको एक्टिव रखता है। आयरन लाल रक्त कोशिकाओं के बनने में मदद करता है, जो आपके शरीर के सभी अंगों में ऑक्सीजन ले जाने के लिए जिम्मेदार है। जिन गर्भवती महिलाओं में आयरन की कमी हो जाती है, उनके लिए आयरन से भरपूर उड़द की दाल का सेवन करना काफी फायदेमंद होता है। नियमित रूप से उड़द की दाल का सेवन करने से बॉडी में आयरन के साथ-साथ एनर्जी भी बनी रहती है। Masoor
dal ke fayde: जवानी में नहीं आने देगी बुढ़ापा, रखेगी दिल का भी ख्याल; जानें मसूर दाल के ये 6 बड़े फायदे हड्डियों को बनाए सेहतमंदउड़द की दाल में मैग्नीशियम, आयरन, पोटेशियम, फॉस्फोरस और कैल्शियम जैसे महत्वपूर्ण मिनरल्स होते हैं, जो हड्डियों के मिनरल डेन्सिटी को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं। नियमित रूप से उड़द की दाल का सेवन करने से आपको हड्डी से संबंधित समस्याओं को रोकने में मदद मिलेगी और आपकी हड्डियां भी सेहतमंद रहेगी। नर्वस सिस्टम से जुड़ी बीमारियों में कारगरउड़द की दाल हमारे नर्वस सिस्टम को मजबूत करने के अलावा हमारे ब्रेन को हैल्दी बनाती है। नर्वस सिस्टम की कमजोरी, लकवा, चेहरे का लकवा समेत दूसरी और कई बीमारियों को ठीक करने के लिए अलग-अलग आयुर्वेदिक दवाओं में इसका इस्तेमाल किया जाता है। 6. डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगारफाइबर से भरपूर उड़द की दाल आपके शुगर और ग्लूकोज के लेवल को बनाए रखने में मदद करती है, जिससे आपकी डायबिटीज कंट्रोल में रहती है। Diabetes food: डायबिटीज में खाएं इस आटे की बनी रोटियां, ब्लड शुगर लेवल झट से होगा कंट्रोल दर्द और सूजन को करे कमजोड़ों और मांसपेशियों में होनेवाले दर्द और सूजन से तुरंत राहत पाने के लिए उड़द की दाल का पेस्ट दर्द वालेी जगह पर लगाने से आराम मिलता है। इसके अलावा यह किसी भी तरह की त्वचा की जलन को कम करने में, टैन और सनबर्न से छुटकारा दिलाने में भी मदद करती है। इसके अलावा उड़द दाल में उच्च मात्रा में विटामिन और खनिज होते हैं, जो आपके मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद करते हैं। उड़द की दाल आपके ऑक्सीडेटिव तनाव को कम करने में भी मदद करती है। Navbharat Times News App: देश-दुनिया की खबरें, आपके शहर का हाल, एजुकेशन और बिज़नेस अपडेट्स, फिल्म और खेल की दुनिया की हलचल, वायरल न्यूज़ और धर्म-कर्म... पाएँ हिंदी की ताज़ा खबरें डाउनलोड करें NBT ऐप लेटेस्ट न्यूज़ से अपडेट रहने के लिए NBT फेसबुकपेज लाइक करें Contents
उड़द दाल का परिचय (Introduction of Urad Dal)उड़द एक दलहन होता है और इसका तासीर भी ठंडा होता है। इसलिए उड़द दाल को घी में हींग का छौंक डालकर बनाया जाता है। इसमें जो अनगिनत गुण होते हैं वह न सिर्फ खाना को स्वादिष्ट ही बनाता है वरन् कई तरह के बीमारियों के लिए वरदान जैसा साबित होता है। उड़द दाल में बहुत सारे पौष्टिक तत्व होते हैं जिसके कारण इस दाल को सिर दर्द, नकसीर, बुखार, सूजन जैसे अनेक बीमारियों के इलाज (benefits of urad dal) करने के लिए प्रयोग किया जाता है। उड़द दाल किन-किन बीमारियों के लिए फायदेमंद होता है इस बात को जानने के लिए चलिये इसके बारे में विस्तार से जानते है। उड़द दाल क्या है? (What is Urad Dal in Hindi?)उड़द काली तथा हरी आदि कई तरह की होती है। सब प्रकार के उड़दों में काले रंग की उड़द उत्तम मानी जाती है। वैद्यक ग्रन्थों में अनेक पौष्टिक प्रयोगों में उड़द की प्रशंसा की गई है। वास्तव में आमिष भोजियों के लिए जिस प्रकार मांस पुष्टिदायक माना जाता है, उसी प्रकार या उससे बढ़कर निरामिष भोजियों के लिए माष अर्थात् उड़द मांसवर्धक और पुष्टिकर होता है। उड़द दाल के फायदों (benefits of urad dal) के बारे में जितना बोले कम होगा, क्योंकि इसमें कैल्शियम, पोटाशियम, आयरन, फैट, जिंक जैसे अनेक पौष्टिक तत्व हैं जो न सिर्फ स्वास्थ्य के लिए लाभकारी है बल्कि यौन स्वास्थ्य के परेशानियों को सुधारने में भी मदद करते हैं। उड़द प्रकृति से मधुर, गर्म तासीर की होती है। उड़द की दाल वात कम करने वाली, शक्तिवर्द्धक, खाने में रुची बढ़ाने वाली, कफपित्तवर्धक, शुक्राणु बढ़ाने वाली, वजन बढ़ाने वाली,रक्तपित्त के प्रकोप को कम करने वाली, मूत्र संबंधी समस्या में फायदेमंद, तथा परिश्रम करने वालों के लिए उपयुक्त आहार होता है। इसका प्रयोग पाइल्स, सांस की परेशानी में लाभप्रद होता है। इसके अलावा उड़द की जड़ अनिद्रा की बीमारी में बहुत फायदेमंद होती है क्योंकि इसके सेवन से नींद आती है।
अन्य भाषाओं में उड़द दाल के नाम (Name of Urad dal in different languages in hindi)उड़द दाल का वानस्पतिक नाम Vigna mungo (L.) Hepper (विग्ना मूंगो) होता है। इसका कुल Fabaceae (फैबेसी) होता है। उड़द दाल का अंग्रेजी नाम Black gram (ब्लैक ग्राम) है। लेकिन उड़द दाल को भारत के अन्य प्रांतों में भिन्न-भिन्न नामों से पुकारा जाता है। जैसे- Urad dal in-
उड़द दाल के फायदे (Urad Dal Uses and Benefits in hindi)उड़द दाल तो सब खाते हैं लेकिन इसके फायदों (urad ki daal ke fayde in hindi) के बारे में कितने लोगो को पता है। उड़द दाल के अनगिनत गुणों के आधार पर ही आयुर्वेद में इसको उपचार स्वरुप प्रयोग में लाया जाता है। चलिये अब जानते हैं कि उड़द दाल कैसे और किन-किन बीमारियों के लिए फायदेमंद है- सिरदर्द में फायदेमंद उड़द दाल (Urad Dal Benefits in Headache in Hindi)अगर आपको काम के तनाव और भागदौड़ भरी जिंदगी के वजह से सिरदर्द की शिकायत रहती है तो उड़द का घरेलू उपाय बहुत लाभकारी सिद्ध होगा। 50 ग्राम उड़द को 100 मिली दूध में पकाकर उसमें घी डालकर खाने से वात के कारण जो सिर दर्द होता है उससे राहत मिलती है। और पढ़ें : सिरदर्द दूर करने के घरेलू इलाज रूसी से छुटकारा दिलाये उड़द दाल (Urad Daal to Treat Dandruff in Hindi)उड़द को जलाकर उसकी भस्म बनाकर, उसमें चतुर्थांश अर्कदूध तथा सरसों तेल मिलाकर लेप बना लें। इसको सिर पर लगाने से सिर के रोग, गंजापन, बालों की सफेदी आदि कम होती है। और पढ़ें : डैंड्रफ से छुटकारा दिलाते हैं ये घरेलू उपाय नकसीर में फायदेमंद उड़द दाल (Benefits of Urad Dal for Epistaxis in Hindi)कुछ लोगों को अत्यधिक गर्मी या ठंड के कारण भी नाक से खून बहने की समस्या होती है। उड़द दाल से बना घरेलू उपाय नाक से खून बहना कम करने में काम आता है। उड़द के आटे का तालू पर लेप करने से नाक से खून (नकसीर) आना कम होता है। लीवर का सूजन करे कम उड़द दाल (Urad Dal Benefits in Liver Inflammation in Hindi)उड़द का यूष या जूस बनाकर 10-20 मिली की मात्रा में सेवन कराने से लीवर की बीमारियों से राहत मिलती है।
लकवे में फायदेमंद उड़द दाल (Urad Dal Beneficial in Paralysis in Hindi)उड़द दाल का औषधीय गुण लकवे के परेशानी से राहत दिलाने में फायदेमंद होता है।
और पढ़ें – लकवा की समस्या में बला के फायदे जोड़ों के दर्द में फायदेमंद उड़द दाल (Urad Daal Benefits for Gout in Hindi)अक्सर उम्र बढ़ने के साथ जोड़ों में दर्द होने की परेशानी शुरू हो जाती है लेकिन उड़द दाल का सेवन करने से इससे आराम मिलता है।
मुँह के लकवे में लाभकारी उड़द दाल (Benefits of Urad Daal in Facial Paralysis in Hindi)उड़द के आटे से बने हुए खाने को मक्खन के साथ खाकर, दशमूल काढ़े का सेवन करने से अर्दित रोग या मुँह के लकवे में बहुत फायदा पहुँचता है। अल्सर में फायदेमंद उड़द दाल (Urad Dal Heals Ulcer in Hindi)कभी-कभी अल्सर का घाव सूखने में बहुत देर लगता है या फिर सूखने पर पास ही दूसरा घाव निकल आता है, ऐसे में उड़द की दाल का प्रयोग बहुत ही फायदेमंद होता है। उड़द को पीसकर घाव/ व्रण के ऊपर बांधने से पीब निकल जाता है तथा घाव ठीक हो जाता है। बुखार से दिलाये राहत उड़द दाल (Urad Daal for Fever in Hindi)अगर मौसम के बदलने के वजह से या किसी संक्रमण के कारण बुखार हुआ है तो उसके लक्षणों से राहत दिलाने में उड़द की दाल बहुत मदद करती है। उड़द का जूस बनाकर 10-20 मिली मात्रा में सेवन करने से बुखार कम होता है।
सूजन कम करने में फायदेमंद उड़द दाल (Benefits of Urad Dal in Inflammation in Hindi)अगर किसी चोट के कारण या बीमारी के वजह से किसी अंग में हुए सूजन से परेशान है तो उड़द दाल के द्वारा किया गया घरेलू इलाज बहुत ही फायदेमंद होता है।
स्पर्म काउन्ट बढ़ाने में मददगार उड़द दाल (Urad Dal to Improve Sperm Count in Hindi)आजकल की जीवनशैली और आहार का बुरा असर सेक्स लाइफ पर पड़ रहा है जिसके कारण सेक्स संबंधी समस्याएं होने लगी हैं। स्पर्म काउन्ट बढ़ाने के लिए उड़द दाल का इस तरह से सेवन करने पर जल्दी लाभ मिलता है।
सेक्चुअल स्टैमिना बढ़ाये उड़द दाल (Urad Dal Beneficial to Improve Sexual Stamina in Hindi)अगर किसी बीमारी के कारण या तनाव के कारण सेक्स संबंधी समस्या हो रही है तो उड़द दाल का सेवन इस तरह से करने पर लाभ मिलेगा।
उड़द के उपयोगी भाग (Useful Parts of Urad)चिकित्सक के परामर्शानुसार उड़द दाल के बीज, जड़ एवं पञ्चाङ्ग का औषधि के रुप में सबसे ज्यादा प्रयोग किया जाता है। उड़द दाल का इस्तेमाल कैसे करना चाहिए? (How to Use Urad Dal in Hindi?)बीमारी के लिए उड़द दाल के सेवन और इस्तेमाल का तरीका पहले ही बताया गया है। अगर आप किसी ख़ास बीमारी के इलाज के लिए उड़द दाल का उपयोग कर रहे हैं तो आयुर्वेदिक चिकित्सक की सलाह ज़रूर लें। उड़द दाल कहां पाई और उगाई जाती है? (Where is Urad Dal Found or Grown in Hindi)उड़द का उपयोग दाल के रुप में प्राय: समस्त भारत वर्ष में किया जाता है। समस्त भारत में इसकी खेती की जाती है।
सेक्स बढ़ाने के लिए कौन सी दाल खानी चाहिए?आयुर्वेद में भी उड़द की दाल को सेक्स लाइफ के लिए काफी कारगर बताया गया। सेक्स पावर को बढ़ाने के आयुर्वेदिक तरीकों में भी इसका इस्तेमाल होता है।
उड़द भिगोकर खाने से क्या होता है?उड़द न सिर्फ खाने में स्वादिष्ट लगती है, बल्कि यह कई तरह की बीमारियों से बचाती है. उड़द में पाए जाने वाले पौष्टिक तत्व सिर दर्द, नकसीर, बुखार, सूजन जैसी अनेक बीमारियों से राहत दिलाने में मदद करते हैं. खास बात ये है कि उड़द की दाल अन्य प्रकार की दालों में अधिक बल देने वाली व पोषक होती है.
काली उड़द खाने से क्या होता है?इसमें भरपूर मात्रा में प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, फैट, विटामिन बी-6, आयरन, फोलिक एसिड, कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटेशियम जैसे पोषक तत्व पाए जाते हैं. यह हमारे हार्ट के साथ साथ हमारे नर्वस सिस्टम तक के लिए अच्छा माना जाता है. वनएमजी के मुताबिक, इस दाल की तासीर ठंडी होती है और यह कई बीमारियों में वरदान की तरह काम करती है.
उड़द खाने से क्या फायदा होता है?बोरिंग नहीं है उड़द की दाल, बॉडी में आयरन की कमी दूर कर ताउम्र.... डाइजेशन बनाए बेहतर ... . दिल को रखे सेहतमंद ... . बॉडी में बढ़ाए एनर्जी लेवल ... . हड्डियों को बनाए सेहतमंद ... . नर्वस सिस्टम से जुड़ी बीमारियों में कारगर ... . डायबिटीज को कंट्रोल करने में मददगार ... . दर्द और सूजन को करे कम. |