बच्चे के विकास के लिए न सिर्फ स्वस्थ आहार, बल्कि शारीरिक रूप से सक्रिय रहना भी जरूरी होता है। इसके लिए आउटडोर गेम को सबसे बेहतर माना गया है। खेलने से न सिर्फ बच्चे शारीरिक रूप से एक्टिव रहते हैं, बल्कि उनके मानसिक स्तर पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है (1)। यही वजह है कि मॉमजंक्शन के इस लेख में हम बच्चों के लिए आउटडोर गेम के विकल्प लेकर आए हैं। इस लेख में हमने एक या दो नहीं, बल्कि 30 आउटडोर गेम के नाम और उन्हें खेलने का तरीका बताया है। साथ ही यहां आउटडोर गेम खेलने के फायदे की जानकारी भी रिसर्च के आधार पर दी गई है। Show
शुरू करें पढ़ना और जानें कि घर के बाहर कौन-कौन से खेल खेले जा सकते हैं। बच्चों का आउटडोर गेम्स खेलना काफी जरूरी होता है। इससे उन्हें कई तरीके के फायदे मिलते हैं। इन फायदों के बारे में हम लेख में आगे जिक्र करेंगे। इससे पहले मजेदार 30 आउटडोर गेम्स के नाम और उन्हें खेलने के तरीके पढ़ें। 1. ट्रेजर आइलैंड
Image: Shutterstock बच्चों के लिए आउटडोर गेम्स में शामिल ट्रेजर आइलैंड काफी पुराना खेल है। इसे अलग-अलग जगहों पर अलग-अलग नामों से जाना जाता है। इस गेम में बच्चों को छिपाए गए खजाने को ढूंढना होता है। खेल के दौरान किसी एक वस्तु को खजाने के रूप में छिपा दिया जाता है। फिर छिपाने वाला व्यक्ति दोनों टीम को खजाना ढूंढने के लिए कुछ क्लू (सुराग) देता है। उन्हीं के आधार पर टीम के बच्चों को वह खजाना ढूंढना होता है। इसे मजेदार बनाने के लिए खजाने को ढूंढने के लिए एक समय भी निर्धारित किया जा सकता है। इसके तहत जो भी टीम पहले और कम समय में खजाना ढूंढती है, उसे विजयी घोषित किया जाता है। खेलने का तरीका :
2. छुपन-छुपाई
Image: Shutterstock इस खेल को दादा-नाना के जमाने से ही जाना जाता है। इसमें जितने बच्चे इकट्ठा होते हैं, उतना मजेदार ये खेल बन जाता है। खेल शुरू करने के लिए किसी एक बच्चे को चुना जाता है, जिसे डेन कहा जाता है। डेन का काम सबको ढूंढना होता है। इस दौरान बाकी के सारे बच्चे कहीं-न-कहीं छिप जाते हैं। इस दौरान सबको ढूंढने के लिए चुना गया बच्चा सभी छुपा हुए बच्चों को ढूंढता है। जब वो सबको ढूंढ लेता है, तब जिसे उसने सबसे पहले पकड़ा होता है, वो ही अगली बार डेन बनकर दूसरों को ढूंढता है। खेलने का तरीका :
3. स्टापू
Image: Shutterstock अक्सर छोटी उम्र के बच्चे यह खेल खेलते हैं। इस खेल को लंगड़ी टांग भी कहा जाता है, क्योंकि इस खेल के दौरान जमीन पर चौकोर (स्क्वायर) आकार के खाने पर एक टांग से ही जाना होता है। बच्चों में प्रचलित यह खेल किसी ग्रुप के साथ या फिर अकेले भी खेला जा सकता है। इस खेल के दौरान लंगडी करते हुए स्टापू तक पहुंचने से बच्चों में पैर का बैलेंस बनाने की क्षमता को बढ़ सकती है। खेलने का तरीका :
4. हंट मिस्ट्री
Image: Shutterstock एक खेल आपने पढ़ा खजाना ढूंढने वाला। उसी से मिलता-जुलता यह खेल है। इसे बच्चे किसी भी पार्क में खेल सकते हैं। इस खेल में बच्चों को किसी खास पौधे, पक्षी या अन्य वस्तु को ढूंढना होता है। खेलने का तरीका :
5. चोर-पुलिस
Image: Shutterstock बच्चों को अक्सर चोर-पुलिस जैसे खेल खेलने में काफी आनंद आता है। इस खेल को खेलने के लिए दो टीम की जरूरत होती है, जिसमें से एक टीम चोर बनती है और दूसरी पुलिस। इसमें चोर वाली टीम कहीं छुप जाती है, जिसे फिर पुलिस वाली टीम को ढूंढना होता है। खेलने का तरीका :
6. पिट्ठू (सितोलिया)
Image: Shutterstock बच्चों के बीच लोकप्रिय खेलों में पिट्ठू भी शामिल है। यह एक ऐसा खेल है, जिसे बच्चे पूरा दिन किसी मैदान में या घर के बाहर की गली में खेल सकते हैं। इस खेल में पत्थरों से एक पिरामिड बनाया जाता है और फिर उसे गेंद से तोड़कर खेल खेला जाता है। खेलने का तरीका :
7. पकड़म-पकड़ाई
Image: Shutterstock पकड़म-पकड़ाई भी एक अच्छा आउटडोर गेम है, जिसे खेलने में बच्चों को काफी मजा आता है। इसमें किसी एक बच्चे को खेल में शामिल अन्य बच्चों को पकड़ना होता है। डेन बना बच्चा सबसे पहले जिसको भी पकड़ता है, वो गेम के दूसरे राउंड में डेन बनता है। खेलने का तरीका :
8. खो-खो
Image: Shutterstock खो-खो एक पारंपरिक खेल है। इसे बच्चे स्कूल में भी खूब मन लगाकर खेलते हैं। इस खेल से जुड़े कई टूर्नामेंट भी आयोजित होते हैं। इसे बच्चों के बड़े समूह के साथ खेला जाता है। इस दौरान दो टीमों में बंटकर बच्चे एक दूसरे को पकड़ते हैं। खेलने का तरीका :
9. बैडमिंटन
Image: iStock बैडमिंटन रैकेट से खेला जाने वाला एक खेल है। इसे खेलने के लिए दो खिलाड़ियों की जरूरत होती है। इस खेल को पार्क या घर के सामने की खाली जगह पर भी खेला जा सकता है। मैदान में अगर नेट लगा हो, तो बैडमिंटन खेलने का और मजा आता है। वरना इसे आपस में दोस्तों के साथ बिना नेट लगी हुई जगह पर भी खेल सकते हैं। खेलने का तरीका :
10. क्रिकेट
Image: Shutterstock क्रिकेट सबसे लोकप्रिय खेलों में से एक माना जाता है। यह खेल खेलने के लिए व्यस्क और छोटे बच्चे दोनों ही काफी उत्साहित होते हैं। इसे खेलने के लिए दो टीम की जरूरत होती है। आगे जानिए क्रिकेट कैसे खेला जाता है। खेलने का तरीका :
11. कबड्डी
Image: Shutterstock उत्तर भारत में कबड्डी काफी लोकप्रिय खेल है। क्रिकेट की ही तरह इस खेल को खेलने और देखने दोनों में ही काफी आनंद आता है। इसमें सांस रोककर कबड्डी-कबड्डी बोलते हुए खेल खेलना होता है। इसे कैसे खेलते हैं, यह नीचे विस्तार से समझें। खेलने का तरीका :
12. गिल्ली डंडा
Image: Shutterstock गिल्ली-डंडा भी काफी प्रचलित खेल है। इसे खेलने के लिए एक बड़े डंडे और छोटी सी लकड़ी की बनी गिल्ली की जरूरत होती है। फिर उस डंडे से गिल्ली को मारा जाता था, जिससे वह उछलती है। जब गिल्ली उछलती है, तो उसे गेंद की तरह जोर से हिट करना होता है। खेलने का तरीका :
13. फुटबॉल
Image: Shutterstock फुटबॉल का क्रेज आज के युवाओं में अधिक देखा जाता है। बच्चे भी इसे बड़ी आसानी से खेल सकते हैं। इसे खेलने के लिए घास वाला खुला मैदान और दो टीम का होना जरूरी होता है। कायदे से इस खेल में प्रत्येक टीम के पास 11-11 खिलाड़ी होने चाहिए, लेकिन बच्चों को इस नियम पर इतना गौर करने की जरूरत नहीं है। 5-5 की एक टीम भी बच्चे खेलने के लिए बना सकते हैं। खेलने का तरीका :
14. कंचे
Image: Shutterstock छोटी-छोटी कांच की गोलियों के खेल अक्सर गली और नुक्कड़ों में बच्चे खेलते हुए दिख ही जाते हैं। इन कांच की गोलियों से दूसरी गोली पर निशाना लगाया जाता है। यह खेल एकदम निशानेबाजी की ही तरह होता है। सही निशाना लगाने वाले को वो कंचे मिल जाते हैं। खेलने का तरीका :
15. रस्साकशी
Image: iStock रस्साकशी खेल भी बच्चों के बीच काफी लोकप्रिय है। इसे खेलने के लिए भी दो समूहों की जरूरत होती है, जिनका एक-एक लीडर होता है। यह लीडर टीम के सभी सदस्यों द्वारा मिलकर चुना जाता है। इसके बाद दोनों लीडर अपनी-अपनी टीम में बाकी सदस्यों का चुनाव करते हैं। फिर दोनों समूहों के बीच एक रस्सी को खीचा जाता है (रस्साकशी), जो भी रस्सी अपनी तरफ खींच लेता है, उसे ही विजेता माना जाता है। खेलने का तरीका :
16. नदी-पहाड़ और बर्फ-पानी
Image: Shutterstock बच्चों के खेल हमेशा से ही काफी उछल-कूद वाले होते हैं। नदी-पहाड़ और बर्फ-पानी भी उन्हीं में से एक खेल है। इस खेल में बच्चों को लिए गए नाम की तरह एक स्थान को चुनकर उस पर चढ़ना होता है। इसके बारे में आप नीचे विस्तार से पढ़ सकते हैं। खेलने का तरीका:
17. टिपी-टिपी टॉप
Image: Shutterstock टिपी-टिपी टॉप यह एक मजेदार गेम है, जो हर छोटे बच्चे को काफी पसंद होता है। इसमें “टिपी-टिपी टॉप, व्हाट कलर यू वांट” बोलना होता है। इसके बाद डेन देने वाला बच्चे एक रंग का नाम लेता है, जिसके बाद बाकी बच्चों को उसी रंग की वस्तु को पकड़ना होता है। अगर ऐसा किसी बच्चे ने नहीं किया और डेन देने वाले बच्चे ने उसे पकड़ लिया, तो फिर वह बच्चा आउट माना जाता है। वैसे तो सुनने में यह काफी मजेदार और आसान है, लेकिन बच्चे काफी होशियार होते हैं। वो अक्सर ऐसे ही रंग का नाम लेते हैं, जो आस-पास मौजूद नहीं होते हैं। खेलने का तरीका :
18. लंगड़ी-टांग
Image: Shutterstock बच्चों के हर काम की तरह ही उनके खेलों के भी अटपटे और चटपटे नाम होते हैं। उन्हीं में से एक लंगड़ी टांग भी है। इस खेल में एक बाउंड्री के अंदर बच्चों को खेलना होता है। खेलने का तरीका :
19. लंबी कूद (लॉन्ग जम्प)
Image: Shutterstock यह गेम बच्चों के लिए न सिर्फ मजेदार है, बल्कि उनकी शारीरिक क्षमता को बढ़ाने में भी मदद कर सकता है। इस खेल में बच्चों को एक स्थान से कूदना होता है और वह कितना लंबा कूद सकता है, यह बात उसे विजेता बनाती है। खेलने का तरीका :
20. ऊंची छलांग (हाई जम्प)
Image: Shutterstock ऊंची छलांग भी लम्बी कूद की ही तरह है। बस इस खेल में कूद की लम्बाई की जगह, छलांग की ऊंचाई को मापा जाता है। खेलने का तरीका :
21. आंख-मिचौली
Image: Shutterstock वैसे तो आंख-मिचौली घर में भी खेली जा सकती है, लेकिन खुले मैदान में इसे खेलने का मजा ही कुछ और होता है। इस खेल में खिलाड़ी की आंखों पर एक पट्टी बांधी जाती है, जिसके बाद उसे अन्य खिलाड़ियों को पकड़ना पड़ता है। इस दौरान डेन दे रहे खिलाड़ी को अपने सुनने की क्षमता का उपयोग करके सामने वाले को पकड़ना होगा। खेलने का तरीका :
22. रस्सी-कूद
Image: Shutterstock इस खेल में दो बच्चे रस्सी पकड़कर आमने-सामने खड़े हो जाते हैं और रस्सी को एक खिलाड़ी के ऊपर से निकालते हुए गोल-गोल घुमाते हैं। फिर उस खिलाड़ी को बिना रस्सी छुए उसके ऊपर से कूदना होता है। खेलने का तरीका :
23. ऊंच-नीच का पापड़ा
Image: Shutterstock ऊंच-नीच का पापड़ा भी एक मनोरंजक खेल है। इसे खेलने के लिए बच्चों को ऊंचे और नीचे स्थान की जरूरत होती है, जिसके लिए पार्क के बेंच, मैदान और छोटे-छोटे पेड़ों का इस्तेमाल कर सकते हैं। खेलने का तरीका :
24. पोशंपा
Image: iStock पोशंपा के खेल में दो बच्चे एक-दूसरे के दोनों हाथ पकड़कर एक चेन बनाते हैं। फिर वे एक गाना गाते हैं, जो है “पोशंपा भई पोशंपा, लाल किले में क्या हुआ, सौ रुपये की घड़ी चुराई, अब तो जेल में जाना पड़ेगा, जेल की रोटी खानी पड़ेगी, जेल का पानी पीना पड़ेगा, अब तो जेल में आना पड़ेगा।” इस दौरान समूह के बाकी बच्चों को चेन के नीचे से निकलना होता है। जैसे ही गाना खत्म होता है और जो भी बच्चा उस चेन के बीच से गुजर रहा होता है, वह पकड़ा जाता है और उसे इस खेल से आउट माना जाता है। खेलने का तरीका :
25. मेंढक कूद (फ्रॉग जंप)
Image: Shutterstock इस खेल में जितने ज्यादा बच्चे होते हैं, यह उतना ही मजेदार बन जाता है। इसे खेलने के लिए 10 से 12 फीट लंबा सपाट मैदान चाहिए होता है। इस खेल में सभी बच्चे अकेले-अकेले होते हैं। यह खेल खेलने और देखने दोनों में ही मजेदार होता है, क्योंकि अपने नाम की ही तरह इसमें बच्चों को मेंढक बनकर कूदना होता है। खेलने का तरीका :
26. रेसिंग (दौड़ लगाना)
Image: Shutterstock रेसिंग या दौड़ लगाना भी एक बेहतरीन खेल है। शायद इस खेल का नाम सुनते ही जहन में उसैन बोल्ट का नाम आ जाए। उसैन बोल्ट को सबसे तेज दौड़ने वाला खिलाड़ी माना जाता है। इनकी रफ्तार बिजली से भी तेज होती है। छोटे बच्चों में भले ही उसैन बोल्ट जैसी तेजी न हो, लेकिन जीतने की ललक बिल्कुल उनके जैसी ही होती है। ऐसे में बच्चे किसी पार्क या मैदान में रेस लगा सकते हैं। खेलने का तरीका :
27. नंबर वॉक
Image: Shutterstock यह गेम बच्चों को काफी पसंद आ सकता है। इस गेम की खासियत यह है कि इसे खेलने के लिए बच्चे की होशियारी या तेजी काम नहीं आती है। दरअसल, यह गेम बच्चे के लक पर ज्यादा निर्भर करता है। ऐसा हम क्यों कह रहे हैं, यह जानने के लिए नीचे गेम खेलने की विधि पढ़ें। खेलने का तरीका :
28. हॉकी
Image: Shutterstock हॉकी एक ऐसा खेल है, जिसे लकड़ी के डंडे और गेंद से खेला जाता है। इस खेल को खेलने वाले सभी खिलाड़ियों के पास लकड़ी का डंडा या हॉकी स्टिक का होना जरूरी है। फिर दोनों टीम हॉकी स्टिक से गेंद को मारते हुए गोल करती हैं। इसे खेलने के लिए वैसे तो प्रत्येक टीम में 11-11 खिलाड़ी का होना जरूरी है, लेकिन बच्चों पर यह नियम लागू नहीं होता है। पांच से छह बच्चे मिलकर भी हॉकी खेल सकते हैं। खेलने का तरीका :
29. मारम पिट्टी
Image: Shutterstock इस खेल को खेलने के लिए दो टीमों की जरूरत होती है, जो एक-दूसरे से दूर एक अलग-अलग कोनों में खड़े होते हैं। फिर एक स्पंज की गेंद को पानी से भिगोकर या रबड़ की गेंद को सीधे दूसरी टीम पर मारना होता है। इस दौरान जिस-जिस खिलाड़ी को यह गेंद लगती जाएगी, वो इस खेल से बाहर होता जाता है। खेलते समय जिस भी टीम के सारे सदस्य सबसे पहले आउट होते हैं, उस टीम को हारा हुआ माना जाता है। खेलने का तरीका :
30. बोरी दौड़ (सैक रेस)
Image: iStock सैक रेस या बोरी दौड़ काफी मजेदार खेल होता है। अक्सर इसे स्कूल में खेल प्रतियोगिता के तौर पर खेला जाता है। इसे खेलने के लिए बस एक बोरी की जरूरत पड़ती है। इसमें दोनों पैरों को डालकर बच्चों को आगे की तरफ कूदते हुए रेस खत्म करनी होती है। खेलने का तरीका :
बच्चों के लिए आउटडोर गेम के नाम जानने के बाद अब हम इसके कुछ फायदे भी बता रहे हैं। बच्चों के लिए आउटडोर गेम्स खेलने के फायदेबच्चों के लिए आउटडोर गेम काफी जरूरी होते हैं, यह तो आप हमेशा से ही सुनते आ रहे होंगे। लेख में आगे बढ़ते हुए रिसर्च के आधार पर जानिए कि आखिर खेलने के फायदे क्या-क्या होते हैं। 1. निकट दृष्टि दोष का जोखिम कम करेशोध के अनुसार, बच्चों का बाहर खेलना उनमें निकट दृष्टि दोष के जोखिम को कम कर सकता है। दरअसल, बाहर खेलने से न सिर्फ शारीरिक क्षमता बेहतर होती है, बल्कि सूर्य की रोशनी से शरीर में विटामिन डी के स्तर को बढ़ाने में भी मदद मिल सकती है। यह निकट दृष्टि दोष (मायोपिया) के शुरुआती लक्षणों को कम करने में भी सहायक हो सकता है (2)। मायोपिया में पास की चीजें साफ-साफ दिखती हैं, लेकिन दूर की चीजें धुंधली नजर आती हैं। अध्ययनों से इस बात की भी पुष्टि होती है कि बच्चों में निकट दृष्टि दोष का एक कारण उन पर बढ़ता शैक्षिक दबाव, जीवनशैली में बदलाव और घर के अंदर अधिक समय बिताना भी हो सकता है। यही वजह है कि इसके उपचार में बाहरी गतिविधियां प्रभावी मानी जाती हैं (3)। इस वजह से बच्चे का घर से बाहर खेलना उनके आंखों से जुड़ी समस्या को कम करने में प्रभावकारी हो सकता है। 2. मानसिक स्तर को मजबूत करेघर के बाहर खेलने से बच्चों को एक नया अनुभव मिलता है, जो उनके मानसिक विकास को बढ़ाने में मददगार हो सकता है। इस तरह के खेल में बच्चों को कई तरह की समस्याओं और हार का सामना करना पड़ता है, जो उन्हें मुसीबतों से लड़ना और हार न मानने की कला सिखाते हैं। साथ ही यह उनके मन के डर को काबू करने में भी मदद कर सकता है। इनके अलावा, इस तरह की गतिविधियों से बच्चों का आत्मविश्वास भी बढ़ता है (4)। इतना ही नहीं, आउटडोर गेम्स खेलना मानसिक स्तर पर इनडोर गेम्स खेलने से भी अधिक सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है (1)। 3. शारीरिक शक्ति और लचीलापन बढ़ाएविभिन्न खेल खेलते समय बच्चे काफी उछल-कूद करते हैं, जो उनके स्वास्थ्य के लिए लाभकारी साबित हो सकता है। आउटडोर गेम के कारण शरीर अधिक ऊर्जा खर्च करता है, जिससे अधिक मात्रा में शारीरिक गतिविधियों के दौरान कैलोरी बर्न होती है। ऐसे में अधिक कैलोरी के कारण होने वाली समस्या से बच्चे बचे रहते हैं। साथ ही इससे शारीरिक क्षमता और शरीर का लचीलापन भी बढ़ सकता है (4)। 4. व्यावहारिकता बढ़ाएअध्ययनों से यह भी पता चलता है कि दौड़ने, पहाड़ चढ़ने, तैराकी जैसी आउटडोर गतिविधियों से सामाजिक व्यवहार भी बेहतर हो सकता है। इतना ही नहीं, बाहर खेलने से जुड़ी गतिविधियों के कारण बच्चों में दूसरे व्यक्तियों के लिए करुणा, सहयोग और सम्मान का भाव भी उत्पन्न हो सकता है (4)। इससे यह कहा जा सकता है कि आउटडोर गेम्स खेलने से न सिर्फ बच्चा स्वस्थ बना रहेगा, बल्कि उसका व्यवहार भी बेहतर हो सकता है। 5. कैंसर के जोखिम को कम करेखाली समय में घर से बाहर खेलने से कई तरह के कैंसर के जोखिम से बचाव हो सकता है। एक शोध से यह पता चलता है कि खाली समय में घर से बाहर खेलने वालों में लिवर, फेफड़े, गुर्दे, गैस्ट्रिक कार्डिया (पेट का एक हिस्सा), एंडोमेट्रियल (यूट्रस), कोलन, सिर और गर्दन के कैंसर का जोखिम कुछ कम हो सकता है। साथ ही साथ आउटडोर एक्टिविटी से रेक्टल (बड़ी आंत के अंतिम हिस्से से जुड़ी नली, जो गुदा में खत्म होती है) और स्तन कैंसर के खतरे से भी बचा जा सकता है (5)। 6. मल्टीपल स्केलेरोसिस का जोखिम कम करेकुछ अध्ययनों में यह पाया गया है कि अगर बचपन में सैर करना से भविष्य में और बढ़ती उम्र में मल्टीपल स्केलेरोसिस होने के जोखिम से बचा जा सकता है। रिसर्च में बताया गया है कि बाहर खेलने से बच्चों के शरीर को जरूरी विटामिन डी मिलता है, जिसके कारण बच्चे मल्टी स्केलेरोसिस रोग के खतरे से बच सकते हैं। साथ ही जिन्हें यह रोग हो गया है, उनकी स्थिति में भी सुधार हो सकता है (6)। गौर हो कि मल्टीपल स्केलेरोसिस एक ऑटोइम्यून विकार है, जो मस्तिष्क और रीढ़ की हड्डी (केंद्रीय तंत्रिका तंत्र) को प्रभावित करती है (7)। 7. अपनी क्षमताओं को पहचानने में मददघर से बाहर बच्चे न सिर्फ तरह-तरह के गेम खेलते हैं, बल्कि वो खेल और खुद की शारीरिक क्षमता से जुड़ी कई बातों को भी समझ सकते हैं। उदाहरण स्वरूप, अगर बच्चा हॉकी में हर बार जीत रहा है और उसका हॉकी खेलने व गोल करने का तरीका अलग है, तो हो सकता है, वो आगे चलकर देश के लिए खेले। इन प्रतिभाओं को पहचानने के लिए बच्चों को घर से बाहर निकलकर हर तरह का खेल खेलना जरूरी है। इससे बच्चा खेल से जुड़े हुए खुद के कौशल को पहचान सकता है। 8. एंग्जाइटी (चिंता) कम करेहम लेख में यह पहले ही बता चुके हैं कि घर के बाहर खेलने से बच्चे का मानसिक स्तर मजबूत होने के साथ ही उसमें आत्मविश्वास भी बढ़ता है (4)। इसका एक सकारात्मक प्रभाव मानसिक रोगों पर भी देखा जा सकता है। एक रिसर्च पेपर के अनुसार, घर के बाहर खेलने या कोई अन्य शारीरिक गतिविधि करने से एंग्जाइटी (चिंता), स्ट्रेस और डिप्रेशन जैसे मनोविकार से बचा व उन्हें कम किया जा सकता है (1)। अब जानें बच्चों के लिए आउटडोर गेम्स खेलने के कुछ नुकसान। क्या बच्चों के लिए आउटडोर गेम्स के कुछ नुकसान भी हैं?इंडोर गेम खेलने के जैसे नुकसान और फायदे दोनों हैं, वैसे ही आउटडोर गेम के साथ भी है। आउटडोर गेम्स के फायदों के बारे में हम ऊपर बता ही चुके हैं। आगे पढ़िए कि इससे बच्चों को क्या नुकसान हो सकता है।
अंत में पढ़ें बच्चे को आउटडोर गेम्स खेलने के लिए कैसे बढ़ावा दें। आउटडोर गेम खेलने के लिए बच्चों को कैसे प्रोत्साहित करें?यह जरूरी नहीं की हर बच्चा आउटडोर गेम खेलना पसंद करे। ऐसे में जरूरी होता है बच्चे को घर के बाहर खेलने के लिए प्रोत्साहित करने की। अगर आप चाहते हैं कि आपके बच्चे का रुझान पढ़ाई के साथ-साथ आउटडोर गेम्स में रहे, तो इसके लिए नीचे बताई गई बातों पर अमल कर सकते हैं। 1. खेल से जुड़े नियमों को लेकर सख्त न बनेंहर तरह के खेल खेलने के लिए कुछ नियम होते हैं, जिसे कुछ बच्चे आसानी से समझ जाते हैं, तो कुछ बच्चे अपनी मर्जी से उसे खेलना पसंद करते है। ऐसे में माता-पिता को खेल के नियमों को लेकर सख्त नहीं बनना चाहिए। उसे उसकी मर्जी से खेलने की आजादी दें। बच्चे की जरूरत और सहुलियत के हिसाब से खेल शुरू करने से पहले ही गेम के नियमों में बदलाव कर लें। 2. बच्चे को बाहर ले जाएंकुछ बच्चे ऐसे भी होते हैं, जो घर से बाहर तभी जाते हैं, जब उसके माता-पिता उसे घर से बाहर लेकर जाएं। ऐसे बच्चे के बाद समय-समय पर पार्क जाएं और उसे दूसरे बच्चों की तरह खेलने के लिए कहें। बच्चा खेलने से मना करे, तो उसपर दबाव डाले की जगह खेल रहे बच्चों को देखने के लिए कहें। इससे भी बच्चे के मन में खेलने की भावना पैदा होती है। जैसे ही लगे कि वो खेल को देखकर एंजॉय कर रहा है, तब उससे गेम खेलने के लिए पूछ सकते हैं। 3. साथ में खेलेंएक तरह से देखा जाए, तो माता-पिता ही बच्चे के पहले दोस्त होते हैं। इसी वजह से जब भी माता-पिता को समय मिले उन्हें खुद भी बच्चे के साथ कोई-न-कोई खेल खेलना चाहिए। पूरे परिवार के साथ पिकनिक पर जाकर भी क्रिकेट, छुपन-छुपाई जैसे गेम बच्चे के साथ खेल सकते हैं। इससे बच्चों का रुझान खेल की तरफ बढ़ेगा और उसे अच्छा भी महसूस होगा। 4. खेल से जुड़े रोचक तथ्य बताएंखेल से जुड़े कई रोचक तथ्य होते हैं, जिनके बारे में माता-पिता अपने बच्चे को बता कर उनका ध्यान खेल की तरफ आकर्षित कर सकते हैं। जैसे, क्रिकेट देश का लोकप्रिय खेल कैसे बना, किसी भी खेल में रेफरी या अम्पायर का होना क्यों जरूरी है, कौन सा खेल कब और कैसे पहली बार खेला गया आदि। इस तरह के तथ्य से बच्चे के मन में खेलों को अधिक जानने की जिज्ञासा भी उत्पन्न हो सकती है। 5. बताएं स्वास्थ्य और प्रसिद्धि मिलेगीअगर बच्चे के मन में खेल के प्रति रुझान बढ़ाना चाहते हैं, तो उन्हें कुछ प्रसिद्ध खिलाड़ियों के बारे में बताएं। उन्हें समझाएं कि वो भी खेलकर किसी मशहूर खिलाड़ी की तरह ही प्रसिद्ध हो सकता है। खिलाड़ियों का बैकग्राउंड भी बताएं कि वो पहले कैसे जीते थे और गेम में फेमस होने के बाद उनका लाइफ स्टाइल और स्तर कैसे बदला है। इससे बच्चा देश के लिए खेलकर खुद की उन्नति के बारे में सोच सकता है। साथ ही उसे यह भी बताएं कि स्वस्थ रहने और बीमारियों से बचने में भी आउटडोर गेम मदद कर सकते हैं। इन सारे फायदों के आधार पर कहा जा सकता है कि बच्चों के लिए आउटडोर गेम्स काफी मजेदार होने के साथ ही स्वास्थ्यवर्धक भी होते हैं। बस आउटडोर गेम खेलते समय बच्चों की सुरक्षा पर माता-पिता को गौर करना चाहिए। इसके लिए खेलने जाते समय उन्हें बॉडी गार्ड
पहनाने और अजनबियों के बहकावे में न आने की सीख दें। साथ ही बच्चे का मन खेल के साथ ही पढ़ाई में भी लगे, इस बात का भी ध्यान रखें। इससे खेल और पढ़ाई दोनों के बीच का संतुलन बना रहेगा। References:MomJunction's articles are written after analyzing the research works of expert authors and institutions. Our references consist of resources established by authorities in their respective fields. You can learn more about the authenticity of the information we present in our editorial policy. Was this article helpful? The following two tabs change content below. आउटडोर में कौन कौन से खेल खेले जाते हैं?फील्ड हॉकी. बर्फ हॉकी. रोलर हॉकी. स्लेज हॉकी. गली हॉकी. इनडोर खेल कौन सा है?सर्वश्रेष्ठ इनडोर खेलों की सूची. ब्रेनविटा. ताश के खेल. साँप और सीढ़ी. हाइड एंड सीक. व्यवसाय. इंडोर गेम कितने प्रकार के होते हैं?इंडोर गेम्स की जानकारी 2023 | Indoor Games Information In Hindi. राजा मंत्री चोर सिपाही – Raja Mantri Chor Sipahi Game.. लूडो – Ludo.. 3) सांप सीढ़ी – Snake Ladder.. 4) कैरम – Carrom-Board.. 5) चिड़िया उड़ –. 6) म्यूजिकल चेयर – संगीत कुर्सी. 7) स्टोन पेपर सीजर –. 8) ताश – Cards.. |