आशीर्वाद को संस्कृत में क्या कहते हैं? - aasheervaad ko sanskrt mein kya kahate hain?

                                                                  संस्कृत भाषायां शुभकामना: 

                                                                         (संस्कृत भाषा में शुभकामनाएँ )

The order of sentences is:

Sanskrit

   👇

Hindi

    👇

English

१ नमस्ते

      प्रणाम

      Hello

२ शुभकामना:

      शुभकामनाएँ

      Greetings

३ मम शुभकामना:

      मेरी शुभकामनाएँ।

      My Greetings

४ अनुगृहीतोSस्मि

     आपका आभारी हूँ / कृतज्ञ हूँ। (पु.)

     I'm grateful to you.(Male)

५ अनुगृहीताSस्मि

     आपकी आभारी हूँ / कृतज्ञ हूँ।(स्त्री.)

     I'm grateful to you(female)                       

६ धन्योSस्मि।

    आपका आभारी हूँ / कृतज्ञ हूँ। (पु.)

     Your thankful (male)

७ धन्याSस्मि।

     आपकी आभारी हूँ / कृतज्ञ हूँ।(स्त्री.)

     Your thankful(female)

८ मुदितोSस्मि

       मैं खुश हूँ। (पु.)

       I'm happy (Male)

९ मुदिताSस्मि

       मैं खुश हूँ। (स्त्री.)

       I'm happy (female)

१० अभिनन्दनम्

       बधाई हो।

       Congratulations

११ जन्मदिवसस्य हार्दिक्य: शुभकामना:।

       जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएँ।

       Happy birthday.

१२ जन्मदिवसस्य कोटिश: शुभकामना:।

   जन्मदिन की कोटि कोटि शुभकामनाएँ।

    Very Very Greetings on birthday

१३जन्मदिवसस्य अनेकश: शुभकामना:*।

      जन्मदिन की अनेक शुभकामनाएँ।

      A lot Greetings on your birthday.

१४ जन्मदिवसस्य अभिनन्दनानि।

       जन्मदिन की बधाईयाँ।

१५ त्वं जीव शतं वर्धमान:।

       तुम सौ साल जिओ।(पुं.)

       Live long (100years)(M)

१६ त्वं शतं जीव शरदः वर्धमाना। (स्त्री.)

      तुम सौ साल जिओ (स्त्री.)

     Live long (100 years) (F)

👉 शुभकामना: के स्थान पर मंगलकामना: भी लिख सकते हैं , बोल सकते हैं । 👈

१७ पुत्रप्राप्त्यर्थं हार्दिकानि अभिनन्दनानि।

       पुत्र प्राप्ति की हार्दिक बधाईयाँ।

  Greetings on Having a baby boy.

१८ पुत्रस्य जन्मन: हार्दिकानि अभिनन्दनानि।

     पुत्र के जन्म की हार्दिक बधाईयाँ।

     Greetings on Birth of a son

१९पुत्रीप्राप्त्यर्थं हार्दिकानि अभिनन्दनानि।

       पुत्री प्राप्ति की हार्दिक बधाईयाँ।

      Greetings on having a girl.

२० पुत्र्या: जन्मन: हार्दिकानि अभिनन्दनानि।

      पुत्री के जन्म की हार्दिक बधाईयाँ।

     Greetings on birth of a girl

२१ शुभ-विवाहार्थम् अभिनन्दनानि।

        शुभ विवाह की बधाईयाँ।

       Greetings on your marriage.

२२ विवाहस्य वर्धापनदिनस्य अभिनन्दनानि।

        वैवाहिक वर्षगांठ की बधाईयाँ।

        Greetings on Marriage anniversary.

२३ यशसा वर्धते भवान् ।

      आपकी सफलता के लिए बधाईयाँ / शुभकामनाएँ।

      Congratulations on your success.

२४ पदोन्नत्यर्थं शुभकामना: / अभिनन्दनानि।

       पदोन्नति के लिए शुभकामनाएँ / बधाईयाँ।

       Congratulations on your promotion.

२५ समारोहस्य कृते हार्दा: शुभाशयाः।

      समारोह के लिए (कार्यक्रम के लिए ) शुभकामनाएँ।

      Greetings for your ceremony

२६ युवयोः वैवाहिकजीवने सर्वदा शुभं भवतु।

       आपके वैवाहिक जीवन में हमेशा शुभ हो।

       May your marriage life be happy.

२७ नवदम्पत्योः वैवाहिकजीवनं सुखमयं भवतु।

       नवदंपति का वैवाहिक जीवन सुखमय हो।

       May Newly married couple have a happy life ahead.

२८ शिवास्ते पन्थानः।

       आपकी यात्रा मंगलमय हो।

२९ शीघ्रमेव स्वस्थ: भवतु।

       आप शीघ्र ही स्वस्थ हों।

       May you get well soon

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Note: In Sanskrit When we converse with female we use different gender (Form) from when we converse with Male,  But in english we use same for both, so Keep in mind while conversing.

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संस्कृत में आशीर्वाद कैसे दें?

संस्कृत में आशीर्वाद निम्न प्रकार से दिया जाता है-.
सदैव सुखी भव: !.
दीर्घायु भव: !.
यशस्वी भव: !.
आयुष्मान् भव : !.
चिरंजीवी भव: !.

आशीर्वाद का दूसरा नाम क्या है?

आशीर्वाद के समानार्थी शब्द : आशीष, दुआ, आशीर्वचन, शुभाशीष, शुभकामना, आशिष, प्रसाद, कामना, तमन्ना, अरमान, इच्छा करना, अभिलाषा, चाह की वस्तु, अभिवादन करना, आराधना करना, वरदान माँगना, सुखसमृध्दिसंपन्न करना, कृपा याचना करना । आशीर्वाद नाम का अर्थ "शुभ वचन, आशीष, दुआ, मंगल कामना वचन" होता है।

आशीर्वाद का शुद्ध रूप क्या है?

आशीर्वाद' (ashirwad) शुद्ध है 'आर्शीवाद' (Arshiwad) अशुद्ध.

आशीर्वाद कितने प्रकार के होते हैं?

पहला आशीर्वाद सिर पर दिया जाता है. यह रोगी व्यक्ति के लिए सबसे उत्तम आशीर्वाद है.
दूसरा आशीर्वाद पीठ के ऊपर थाप देकर दिया जाता है.
तीसरा आशीर्वाद होता है कमर पर.