2. लेखिका को सागरमाथा नाम क्यों अच्छा लगा? - 2. lekhika ko saagaramaatha naam kyon achchha laga?

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One Line Answer

निम्नलिखित प्रश्न का उत्तर एक-दो पंक्तियों में दीजिए 

लेखिका को सागरमाथा नाम क्यों अच्छा लगा?

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Solution

लेखिका को सागरमाथा नाम अच्छा लगा क्योंकि सागर के पैर नदियाँ हैं तो सबसे ऊँची चोटी उसका माथा है और यह एक फूल की तरह दिखाई देता हैजैसे माथा हो। इसलिए यह नाम लेखिका को अच्छा लगा।

Concept: गद्य (Prose) (Class 9 B)

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Chapter 2: बचेंद्री पाल - एवरेस्ट : मेरी शिखर यात्रा - मौखिक [Page 24]

Q 2Q 1Q 3

APPEARS IN

NCERT Class 9 Hindi - Sparsh Part 1

Chapter 2 बचेंद्री पाल - एवरेस्ट : मेरी शिखर यात्रा
मौखिक | Q 2 | Page 24

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लेखिका को सागरमाथा का नाम क्यों अच्छा लगा?

Answer: लेखिका को सागरमाथा नाम अच्छा लगा क्योंकि सागर के पैर नदियाँ हैं तो सबसे ऊँची चोटी उसका माथा है और यह एक फूल की तरह दिखाई देता है, जैसे माथा हो। इसलिए यह नाम लेखिका को अच्छा लगा

2 लेखिका को सागरमाथा नाम क्यों अच्छा लगा 3 लेखिका को ध्वज जैसा क्या लगा?

लेखिका को 'सागरमाथा' नाम इसलिए अच्छा लगा क्योंकि सागरमाथा का अर्थ है- सागर का माथा और एवरेस्ट संसार की सबसे ऊँची चोटी है। प्रश्न 3. लेखिका को ध्वज जैसा क्या लगा? लेखिका को तेज हवाओं के कारण उठी हुई चक्करदार बर्फीली आकृति ध्वज जैसी प्रतीत हुई।

3 लेखिका को ध्वज जैसा क्या लगा?

3. लेखिका को ध्वज जैसा क्या लगा? उत्तर:- लेखिका को एक बड़े भारी बर्फ़ का बड़ा फूल (प्लूम) पर्वत शिखर पर लहराता हुआ ध्वज जैसा लगा

की लेखिका को देखकर हक्का बक्का क्यों रह गया था?

लेखिका को देखकर 'की' हक्का बक्का रह गया क्योंकि इतनी बर्फ़ीली हवा में नीचे उतरना जोखिम भरा था फिर भी लेखिका सबके लिए चाय व जूस लेने नीचे उतर रही थी और उसे 'की' से भी मिलना थाQ. मनुष्य के जीवन में पोशाक का क्या महत्व है?