भारत के राज्यों और संघ क्षेत्रों की यह सूची स्थापित ऊर्जा उत्पादन क्षमता के आधार पर है जो ऊर्जा मंत्रालय द्वारा जारी किए गए आँकड़ों (३ अप्रैल २००६) के अनुसार है। सभी आँकड़े मेगावॉट (१० लाख वॉट) में हैं। नोट: निजी उत्पादको द्वारा संचालित संयंत्र उपयोगिता में पंजीकृत नहीं हैं इसलिए उनके द्वारा उत्पादित ऊर्जा इसमें सम्मिलित नहीं कि गई है।
पवन ऊर्जा[संपादित करें]भारत पवन ऊर्जा के क्षेत्र में भी एक अग्रणी देश है। वर्ष २००७ के अंत तक भारत में कुल स्थापित पवन ऊर्जा उत्पादन क्षमता ७,८४५ मेवॉ थी। इसका अधिकांश भाग दक्षिणी राज्य तमिल नाडे से आता है जिसकी कुल संचयित ऊर्जा ३,७११ मेवॉ है। इसके अतिरिक्त अन्य प्रमुख पवन ऊर्जा उत्पादन वाले राज्य हैं महाराष्ट्र (१,६४६ मेवॉ), कर्णाटक (९१७ मेवॉ) और गुजरात (८७४ मेवॉ)। [1] इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सर्वाधिक विद्युत उत्पादन वाला राज्य कौन सा है?सही उत्तर महाराष्ट्र है। 30 जून 2021 तक महाराष्ट्र में स्थापित बिजली उत्पादन क्षमता 28,173 मेगावाट है।
भारत में विद्युत उत्पादन में सबसे अधिक हिस्सा किसका है?भारत में विद्युत उत्पादन में सर्वाधिक अंशदान किसका है. थर्मल बिजली 153848MW 68.14% (i) कोयला गैस 132288MW 58.59% (ii) गैस आधारित 20360MW 9.02% (iii) तेल आधारित 1200MW 0.53%. जल विद्युत (हाइड्रो पावर) 39623MW 17.55%. परमाणु ऊर्जा (न्यूक्लियर पावर) 4780MW 2.12%. ऊर्जा के नवीकरणीय स्रोत 27542MW 12.20%. थर्मल ऊर्जा का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य कौन है?कोयला आधारित संयुक्त- उद्यम::. कौन सा राज्य बिजली का सबसे बड़ा उपभोक्ता है?16 राज्यों में सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति बिजली की खपत गुजरात में होती है। गुजरात में प्रति व्यक्ति 2378 यूनिट बिजली की खपत होती है। वहीं हरियाणा में 2082 यूनिट प्रति व्यक्ति बिजली की खपत होती है। वहीं भारत में प्रति व्यक्ति औसतन 1181 यूनिट बिजली की खपत होती है।
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