शुद्ध कोमल और तीव्र कुल कितने स्वर है? - shuddh komal aur teevr kul kitane svar hai?

शुद्ध कोमल और तीव्र कुल कितने स्वर है *?

रे, ग, ध, नि जब नीचे खिसकते हैं तब वे कोमल बन जाते हैं और 'म' ऊपर पहुँचकर तीव्र बन जाता है। इस तरह सात शुद्ध स्वर, चार कोमल और एक तीव्र मिलकर बारह स्वर तैयार होते हैं। सात स्वरों को 'सप्तक' कहा गया है, लेकिन ध्वनि की ऊँचाई और नीचाई के आधार पर संगीत में तीन तरह के सप्तक माने गये।

शुद्ध स्वर की संख्या कितनी है?

आधुनिक ग्रन्थकारों के अनुसार सात शुद्ध स्वरों के अतिरिक्त विकृत स्वरों की संख्या पाँच निश्चित की गई है। संक्षेप में शुद्ध तथा विकृत स्वरों को इस प्रकार समझ सकते हैंस्वर हैं। इन सात शुद्ध स्वरों में से षड्ज और पंचम ये दो अचल स्वर है क्योंकि ये अपने निश्चित स्थान पर स्थिर रहते हैं, अतः इनके दो रूप नहीं हो सकते ।

कोमल स्वर कितने हैं l?

विशेष—संगीतच में स्वर तीन प्रकार के होते हैं—शुद्ध, तीव्र और कोमल । षड़ज और पंचम शुद्ध स्वर है, और इनमें किसी प्रकार का विकार नहीं होता । शेष पाँचों स्वर (ऋषभ, गंधर्व, मध्यम, धैवत और निषाद) कोमल और तीव्र दो प्रकार के होते हैं । जों स्वर धीमा और अपने स्थान से कुछ नीचा हो, वह कोमल कहलाता है ।

कोमल स्वर के नाम क्या है?

भारतीय संगीत मे 4 शुद्ध स्वर के कोमल स्वर भी होते है। ये है रे, ग, ध , नि।