वैदिक युग में सिक्के को कौन से नाम से जाना जाता था? - vaidik yug mein sikke ko kaun se naam se jaana jaata tha?

वैदिक युग में सिक्के को कौन से नाम से जाना जाता है?

वैदिक ग्रंथों में आये 'निष्क' और 'शतमान' का प्रयोग वैदिक काल में सिक्कों के रूप में भी होता था। भारत में धातु के सिक्के सर्वप्रथम गौतमबुद्ध के समय में प्रचलन में आये, जिसका समय 500 ई० पू० के लगभग माना जाता है। बुद्ध के समय पाये गये सिक्के' आहत सिक्के' (Punch Marked) कहलाये।

सबसे प्राचीन सिक्के का नाम क्या था?

दोस्तों हमारे भारत का सबसे पुराना सिक्का पंच चिन्हित सिक्का है इसको पुराण करशापान या पान भी कहा जाता है ! इस सिक्के को छठी शब्ताब्दी में बनाया गया था !

भारत में सबसे प्राचीन सिक्के का नाम क्या था?

Answer: गुप्तकालीन स्वर्ण सिक्के 'दीनार' कहे जाते थे। दैनिक लेन-देन में 'कौड़ियों का प्रयोग किया जाता था। कुषाणकालीन सोने के सिक्के 124 ग्रेन के तथा गुप्तकालीन स्वर्ण सिक्के 144 ग्रेन के होते थे।

मौर्य काल में सिक्कों को आकार कौन देता था?

चांदी की सलाखों को काटकर और फिर सिक्के के किनारों को काटकर सही वजन बनाकर अनियमित आकार बनाया गया था