विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को क्यों मनाते हैं? - vishv janasankhya divas 11 julaee ko kyon manaate hain?

World Population Day 2022: आज दुनियाभर में विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जा रहा है. हर साल 11 जुलाई को ये दिन मनाया जाता है. आइए जानें इसका इतिहास, महत्व और इस साल का थीम.

विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को क्यों मनाते हैं? - vishv janasankhya divas 11 julaee ko kyon manaate hain?

क्यों मनाया जाता है विश्व जनसंख्या दिवस

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हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस (World Population Day 2022) मनाया जाता है. इस दिन को जनसंख्या नियंत्रण के उद्देश्य से मनाया जाता है. लगातार बढ़ रही जनसंख्या एक गंभीर चिंता का विषय है. बढ़ती जनसंख्या के कारण भुखमरी, गरीबी, अशिक्षा और बेरोजगारी जैसी समस्याएं बढ़ रही हैं. ऐसे में जरूरी है कि जनसंख्या को कंट्रोल करने के लिए जरूरी कमद उठाए जाएं. दुनिया में सबसे ज्यादा जनसंख्या चीन में है. इसके बाद भारत की जनसंख्या है. जितनी ज्यादा जनसंख्या उतनी बड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. जागरूकता फैलाने के लिए जगह-जगह कई कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं. आइए जानें इस बार का थीम और इस दिन का महत्व और इतिहास क्या है.

विश्व जनसंख्या दिवस 2022 का थीम

हर साल एक खास थीम पर 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. इस साल विश्व जनसंख्या दिवस 2022 का थीम है ‘8 बिलियन की दुनिया: सभी के लिए एक लचीले भविष्य की ओर- अवसरों का दोहन और सभी के लिए अधिकार और विकल्प सुनिश्चित करना’. इस थीम से ये स्पष्ट किया जा रहा है दुनिया की आबादी 8 अरब तक पहुंच गई है. ऐसे में जनसंख्या को नियंत्रण करना बहुत ही जरूरी है.

विश्व जनसंख्या दिवस का इतिहास

11 जुलाई के 1987 को दुनिया की जनसंख्या 5 अरब तक पहुंच गई थी. ऐसे में बढ़ती जनसंख्या के चलते संयुक्त राष्ट्र संघ ने चिंता जाहिर की थी. इसके बाद 11 जुलाई 1989 को संयुक्त राष्ट्र में आबादी को कंट्रोल करने और परिवार नियोजन के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए एक कार्यक्रम आयोजित किया गया. इसी के साथ पहली बार विश्व जनसंख्या दिवस मनाया गया. संयुक्त राष्ट्र महासभा ने इस दिन ‘विश्व जनसंख्या दिवस’ के रूप में निर्धारित करने का फैसला लिया. साल 1990 में इसे आधिकारिक बना दिया गया. इसी के बाद से हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है.

इस दिन का महत्व

दौड़ती भागती इस दुनिया ऐसे बहुत लोग हैं जिनके पास रोजगार नहीं है. शिक्षा और आवास जैसी बुनियादी सुविधाओं से भी बहुत लोग वंचित हैं. बेरोजगारी, भुखमरी, गरीबी और प्रदूषण से होने वाली बीमारियों से लोग जूझ रहे हैं. इन सभी समस्याओं का एक बड़ा कारण बढ़ती जनसंख्या है. इसी के चलते हर साल जनसंख्या नियंत्रण के उद्देश्य से विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है ताकी जनसंख्या पर नियंत्रण करके जीवन को सुधारा जा सके.

विश्व जनसंख्या दिवस 11 जुलाई को ही क्यों मनाया जाता है?

11 जुलाई 1987 को पृथ्वी की जनसंख्या 5 अरब पहुंच चुकी है। इस विशेष दिन को मनाने के लिए 1989 में संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम की परिषद ने जनसंख्या के मुद्दे पर अंतर्राष्ट्रीय समुदाय का ध्यान आकर्षित करने के लिए हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के रूप में नामित किया.

विश्व जनसंख्या दिवस कब और क्यों मनाया जाता है?

हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है. ये सिलसिला 1990 से चल रहा है. साल 1989 में यूनाइटेड नेशंस डेवलपमेंट प्रोग्राम (1989) की गवर्निंग काउंसिल ने 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस के तौर पर मनाने का फ़ैसला किया. इसके अगले साल यानी 1990 में पहली बार दुनिया के 90 देशों में 'विश्व जनसंख्या दिवस' मनाया गया.

विश्व जनसंख्या दिवस मनाना क्यों महत्वपूर्ण है?

जनसंख्या नियंत्रण सहित वैश्विक जनसंख्या मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए हर साल 11 जुलाई को विश्व जनसंख्या दिवस मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष (यूएनपीएफ) के अनुसार, यह दिन "मानव प्रगति का जश्न मनाने के लिए एक क्षण प्रदान करता है"।

विश्व जनसंख्या 2022 की थीम क्या है?

बात अगर साल 2022 की थीम की करें, तो इस साल विश्व जनसंख्या दिवस की थीम '8 बिलियन की दुनिया: सभी के लिए एक लचीले भविष्य की ओर-अवसरों का दोहन और सभी के लिए अधिकार और विकल्प सुनिश्चित करना' है।