जैसे – छोटा, मोटा, पतला, बड़ा, काला, लंबा, दयालु, भारी, सुन्दर, कायर, मीठा,कड़वा,एक, दो, कला, लाल, स्वच्छ, मेहनती आदि। Show
(1) राधा बहुत सुन्दर लड़की है। विशेषण के भेद(1) गुणवाचक विशेषण (1) गुणवाचक विशेषणजो विशेषण हमें संज्ञा या सर्वनाम के रूप, रंग आदि का बोध कराते हैं वे गुणवाचक विशेषण कहलाते हैं। गुणवाचक विशेषण के कुछ रूपों के उदाहरण इस प्रकार हैं – (1) गुणबोधक = सुंदर, बलवान, विद्वान्, भला, उचित,अच्छा, ईमानदार, सरल, विनम्र, बुद्धिमानी, सच्चा, दानी, न्यायी, सीधा , शान्त आदि। (2) दोष बोधक = बुरा, लालची, दुष्ट, अनुचित, झूठा, क्रूर, कठोर, घमंडी, बेईमान, पापी आदि। (3) रंगबोधक = लाल, पीला, सफेद,नीला, हरा, काला, बैंगनी, सुनहरा, चमकीला, धुंधला, फीका आदि। (4) अवस्थाबोधक = लम्बा, पतला, अस्वस्थ,दुबला, मोटा, भारी, पिघला, गाढ़ा, गीला, सूखा, घना, गरीब, उद्यमी, पालतू, रोगी, स्वस्थ, कमजोर, हल्का, बूढ़ा, अमीर आदि। (5) स्वादबोधक = खट्टा,मीठा, नमकीन, कडवा, तीखा, सुगंधित आदि। (6) आकारबोधक = गोल, चौकोर, सुडौल, समान, पीला, सुंदर, नुकीला, लम्बा, चौड़ा, सीधा, तिरछा, बड़ा, छोटा, चपटा,ऊँचा, मोटा, पतला, पोला आदि। (7) स्थानबोधक = उजाड़, चौरस, भीतरी, बाहरी, उपरी, सतही, पुरबी, पछियाँ, दायाँ, बायाँ, स्थानीय, देशीय, क्षेत्रीय, असमी, पंजाबी, अमेरिकी, भारतीय, विदेशी, ग्रामीण, जापानी आदि। (8) कालबोधक = नया, पुराना, ताजा, भूत, वर्तमान, भविष्य, प्राचीन, अगला, पिछला, मौसमी, आगामी, टिकाऊ, नवीन, सायंकालीन, आधुनिक, वार्षिक, मासिक, अगला, पिछला, दोपहर, संध्या, सवेरा आदि। (9) दिशाबोधक = निचला, उपरी, उत्तरी, पूर्वी, दक्षिणी, पश्चिमी आदि। (10) स्पर्शबोधक = मुलायम, सख्त, ठंडा, गर्म, कोमल, खुरदरा आदि। (11) भावबोधक = अच्छा, बुरा, कायर, वीर, डरपोक आदि। उदाहरण (1) दिल्ली में हमारा पुराना घर है। (2) परिमाणवाचक विशेषणजो विशेषण संज्ञा या सर्वनाम की मात्रा या नाप – तौल के परिणाम की विशेषता बताएं उसे परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं। परिमाणवाचक विशेषण के दो भेद होते है- (1) निश्चित परिमाणवाचक (2) अनिश्चित परिमाणवाचक (1) निश्चित परिमाणवाचकजहाँ पर वस्तु की नाप तौल का निश्चित ज्ञान होता है उसे निश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं। जैसे – पांच लिटर घी, दस किलो आलू, चार किलो चावल, एक लीटर पानी, दस किलोमीटर, एक एकड़ जमीन आदि। (2) अनिश्चित परिमाणवाचकजहाँ पर वस्तु की नाप -तौल का निश्चित ज्ञान न हो उसे अनिश्चित परिमाणवाचक विशेषण कहते हैं। जैसे :- थोडा पानी, कुछ आटा, मेले में बहुत आदमी है, बहुत दूध, थोडा धन, कुछ आम, थोडा नमकीन, बहुत चिड़िया, कुछ दाल, ढेर सारा पैसा, वहाँ कोई था, बहुत मिठाई, बहुत घी, थोड़ी चीनी आदि। उदाहरण (1) सोनू दस किलो फल लाया। (3) संख्यावाचक विशेषणजिन संज्ञा और सर्वनाम शब्दों से प्राणी, व्यक्ति, वस्तु की संख्या की विशेषता का पता चले उसे संख्यावाचक विशेषण कहते हैं। जैसे : एक,दो, द्वितीय, दुगुना, चौगुना, पाँचों, दस,अनेक, कई, चार, कुछ, सात, पाँच, तीन, बीस, तीसरा, तृतीय आदि। संख्यावाचक विशेषण के भेद :- (i) निश्चित संख्यावाचक विशेषण (ii) अनिश्चित संख्यावाचक विशेषण
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