आप कितने ऊन देने वाले जानवरों के नाम के बारे में जानते हैं? ऊन देने वाले जानवरों में हम सभी भेड़ के बारे में जानते तो हैं लेकिन इसके अलावा और कितने ऊन देने वाले जानवर होते हैं? Show
कई लोगों से ऊन देने वाले जानवरों के नाम पूछने पर एक या दो ही के बारे में जानकारी होती है. यदि आप भी ऊन देने वाले जानवर के बारे में नहीं जानते तो इस लेख को पूरा जरूर पढ़े. धरती पर अनेक तरह के जानवर पाए जाते हैं जिनमें से कुछ जानवर ऐसे होते है जिनकी त्वचा की कोशिकाओं से ऊन निकाला जाता है जैसे कि भेड़. ऊन एक एसी रेशेदार प्रोटीन है जो विशेष प्रकार की जानवरों से ही निकाला जा सकता है. ऊन हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण होते हैं क्योंकि इससे कई चीजें बनाये जा सकते हैं. चलिए अब जानते हैं ऊन देने वाले जानवरों के नाम की पूरी सूची हिंदी और अंग्रेजी में, साथ ही उनसे जुड़े हुए कुछ महत्वपूर्ण बातों के बारे में. ऊन देने वाले जानवरों के नाम की सूचीऊन देने वाले जानवर हिंदी में
ऊन देने वाले जानवर (in English)
1. भेड़ (Sheep)ऊन देने वाले जानवरों में सबसे आम जानवर भेड़ है. दुनियाभर में सबसे ज्यादा ऊन भेड़ की त्वचा की कोशिकाओं से निकाला जाता है. दुनिया में अलग-अलग प्रजाति के भेड़ होते है इसलिए ऊन की गुणवत्ता और मोटाई उनकी प्रजाति और भेड़ के बालों पर निर्भर करता है. भेड़ों से निकाले गए ऊन को तीन प्रमुख प्रकारों में वर्गीकृत किया जा सकता है: पतले ऊन, मध्यम ऊन और मोटे ऊन, जो उनके बालों की गुणवत्ता और मोटाई पर निर्भर करता है. मरीनो प्रजाति की भेड़ से निकाले गए ऊन की गुणवत्ता अच्छी होती है, जिससे पतली ऊन का उत्पादन होता है. इस प्रकार की ऊन अक्सर कपड़े बनाने के लिए उपयोग किए जाते हैं. भेड़ों से निकाले गए मोटे ऊन से अक्सर हाथ से बुनने वाले ऊनी कपड़े तैयार और बनाए जाते हैं. 2. बकरी (Goat)बकरी की त्वचा से भी ऊन निकाला जाता है. भारत में कश्मीरी बकरी, चेंगु आदि बकरियों की प्रजाति ऊन देने के लिए प्रसिद्ध है. भारतीय नस्लें की बकरियों से पश्मीना ऊन निकाले जाते हैं, जिनमें उच्च गुणवक्ता वाले रेशे होते हैं और साथ ही ये बहुत ही पतले, मुलायम और मजबूत होते हैं. विदेश में मोहायर बकरियों से आते हैं. इस प्रकार की ऊन से कपडे और शॉल बनाये जाते हैं 3. लामा (Lama)दुनिया में मुख्यतः दक्षिण अमरीका में पाए जाने वाले लामा की कुछ प्रजातियों से ऊन निकाला जाता है जैसे कि अल्पाका, विकुना और गुआनाकोस आदि. लामा की इन प्रजातियों से निकाले गए ऊन मुख्यतः मोटे गुणवत्ता के होते हैं. अल्पाका प्रजाति वाले लामा से आम तौर पर साल में एक-दो बार ऊन निकाला जाता है, जो करीब हर बार लगभग 6 पाउंड ऊन का उत्पादन होता है. 4. ऊँट (Camel)कई ऐसे देश है जहां पर ऊँट के बालों से ऊन निकाले जाते है जैसे कि ऊंट के बाल इनर मंगोलिया और चीन के अन्य क्षेत्रों में सबसे अधिक ऊन पैदा होते हैं. इसके अलावा उत्तरी अफ्रीका, मध्य आसान और मध्य एशिया के मूल निवासी ऊंट अपने ऊन के लिए भी प्रसिद्ध हैं. आपकों बता दे, ऊंट के बाल आमतौर पर साल में एक बार जरूर कतरे जाते हैं, जिससे हर साल लगभग 20 पाउंड ऊन का उत्पादन किया जा सकता है. ऊंटों से पैदा हुए ऊन का उपयोग स्कार्फ, दस्ताने और जैकेट सहित कई बेहतरीन कपड़े बनाने के लिए किए जाता है. और वही मंगोलिया देश के लोग अपने घर बनाने के लिए करते हैं, जिन्हें युर्ट्स कहा जाता है. 5. खरगोश (Rabbit)खरगोश के बालों से भी ऊन का उत्पादन होता है. सभी खरगोश की प्रजातियों में अंगोरा खरगोश और उनके बौने रिश्तेदार जर्सी वूली को उनके ऊन के लिए पाला जाता है. ऐसा माना जाता है कि अंगोरा खरगोश प्रति वर्ष लगभग 3 पाउंड बाल पैदा कर सकता है. वही खरगोशों को अपने बालों को पुनः प्राप्त करने के लिए लगभग हर तीन महीने में कंघी की जाती है. इनसे प्राप्त हुए ऊन का उपयोग स्वेटर, दस्ताने और स्कार्फ बनाने के लिए किया जाता है. 6. कस्तूरी बैल (Musk Ox)कस्तूरी बैल से भी ऊन निकाले जाते हैं. ये जानवर मुख्यतः उत्तरी जलवायु वाले स्थानों में पाए जाते हैं जैसे कि कनाडा, ग्रीनलैंड और अलास्का. कस्तूरी बैल के बालों से एक नरम आंतरिक ऊन का उत्पादन किया जाता है जिसे किविउत कहते है. यह बैल हर साल लगभग 5 पाउंड किवीट का उत्पादन करता है. किविउत, भेड़ के ऊन की तुलना में गर्म और कश्मीरी की तरह नरम होता है. इसका उपयोग स्कार्फ, टोपी, दस्ताने और अन्य बेहतरीन वस्त्र बनाने के लिए किया जाता है. 7. याक (Yak)याक एक लंबे बालों वाले पालतू पशु है, जिसके बालों से भी ऊन का उत्पादन किया जाता है. यह आपकों हिमालय के ठण्डे क्षेत्रों में पाए जाते हैं. याक के ऊन से बनी शॉल हिमाचल प्रदेश के कई शहरों में देखने को मिल जाता है. 5 ऊन देने वाले जानवर
ऊन से क्या क्या चीजें बनाये जाते है ?ऊन से मुख्यतः कपड़े बनाए जाते हैं जैसे कि जैकेट, कोट, कंबल, शॉल, सूट, पैंट, शर्ट, अंडरवियर, टोपी, मोजे, स्कार्फ, बैकपैक्स, पर्स, आदि. ऊन उत्पादन में भारत का कौन सा स्थान है?भारत ऊन का सातवाँ सबसे बड़ा उत्पादक है और यह कुल वैश्विक उत्पादन का लगभग 2 से 3% हिस्सा है. कश्मीरी बकरी के मुलायम पर से बनाई जाने वाली शॉल क्या कहलाती है?कश्मीरी बकरी की त्वचा के निकट मुलायम बाल (फ़र) होते हैं, इनसे बेहतरीन शॉल बनाई जाती हैं, जिन्हें पश्मीना शॉल के नाम से जाना जाता हैं. ऊन हम कहाँ से प्राप्त करते हैं?ऊन हमें विभिन्न जन्तुओं के शरीर घने बालों से प्राप्त होती है जैसे कि भेड़, बकरी, लामा, याक, आदि. निष्कर्ष, इस लेख में आपने ऊन देने वाले जानवरों के नाम (Un Dene Wale Janwar) के बारे में जाना और साथ ही उससे जुड़ी हुई कुछ महत्त्वपूर्ण बातों के बारे में भी जाना और समझा. हम उम्मीद करते हैं इस लेख में दी गई ऊन देने वाले सभी जानवरों के बारे में जानकारी आपको पसंद आई होगी और कुछ नई चीज़े जानने और समझने को मिला होगा. यह भी पढ़ें :
क्या आपको ये आर्टिकल पसंद आया ?ऊन कौन कौन से जंतु से प्राप्त होती है?रेशम कीटों से रेशम तथा भेड़, बकरी एवं याक से ऊन प्राप्त की जाती है । अत: रेशम और ऊन जांतव रेशे हैं। ऊँट, लामा और ऐल्पेका के बालों को भी ऊन प्राप्त करने के लिए संसाधित किया जाता है। भारत में, अधिकतर भेड़ों को ऊन प्राप्त करने के लिए पाला जाता है ।
ऊन प्रदान करने वाले जंतु कौन से है याक ऊँट लामा उपरोक्त सभी?क्या और भी कोई जन्तु हैं जिनके बालों से ऊन के रेशे प्राप्त किए जा सकते है ? भेंड भेंड़, पहाड़ी बकरी, ऊँट, याक, लामा, ऐल्पेका आदि और कुछ अन्य जंतुओं के शरीर बाल से ढके होते हैं। इन जंतुओं के बालों से ऊन प्राप्त की जाती है । लामा चित्र 11.1 कुछ जन्तु जिनसे ऊन प्राप्त होती है ।
क्या अल्पाका से ऊन प्राप्त किया जा सकता है?लामा (Lama)
दक्षिण अमेरिका में पाए जाने वाले जानवर लामा की कुछ प्रजातियाँ जैसे अल्पाका, विकुना और गुआनाकोस आदि से ऊन निकाले जाते हैं। इनमें से अल्पाका ऊन उत्पादन के लिए सबसे आम हैं। लामाओं से आम तौर पर साल में एक बार ऊन निकाला जाता है और इससे ज्यादातर मोटे ऊन का उत्पादन होता है।
कौन कौन से जानवरों के बालों से हम वस्त्र बनाते हैं?कौन-कौन से जानवरों के बालों से हम वस्त्र बनाते हैं?. |