उल्टी किसी को भी आ सकती है। कभी अनपच होने के कारण, तो कभी उलटा-सीधा भोजन करने के कारण। गर्भावस्था में भी महिलाओं को उल्टी आती है। अनेक लोगों को बस, कार या टैक्सी में उल्टियां हो जाती हैं। आमतौर पर जब भी किसी को उल्टी (Ulti) आती है, तो लोग सबसे पहले दवाई से उल्टी का इलाज करने की कोशिश करते हैं, लेकिन क्या आपको पता है कि आयुर्वेद में उल्टी को रोकने के लिए कई घरेलू उपाय (Home Remedies for Vomiting) भी बताए गए हैं। Show
जी हां, अगर आपको भी बराबर उल्टी आती है और आप उल्टी से परेशान हो जाते हैं, तो आपको जरूर जानना चाहिए कि उल्टी रोकने के घरेलू उपाय क्या हैं? Contents
उल्टी क्या है? (What is Vomiting or Ulti?)आप उल्टी को इस तरह समझ सकते हैंः-
उल्टी हो सकती है किसी खास बीमारी का संकेत (Vomiting Indicates Various Diseases)पेट और गेस्ट्रोइंटेस्टिनल विकार से जुड़ी बीमारियों के अलावा कुछ अन्य बीमारियां भी हैं, जो उल्टी का कारण बनती हैं। इनमें से कुछ ये हैः-
उल्टी होने के कारण (Vomiting Causes in Hindi)उल्टी होने के निम्न कारण हो सकते हैंः-
बस या गाड़ी में उल्टी होने के कारण (Causes of Vomiting in Bus or Car)गाड़ियों में उल्टी होने के अनेक कारण होते हैं, जो ये हो सकते हैंः-
गर्भवती महिलाओं को उल्टी आने के कारण (Causes of Vomiting or Ulti in Pregnant Women)गर्भावस्था या गर्भवती स्त्रियों को उल्टी होने के निम्न कारण हो सकते हैंः-
वातज, पित्तज और कफज दोष के कारण उल्टी (Vomiting Due to Wataj, Pittaj, Kafaj Disorder)स्वस्थ व्यक्ति के शरीर में वात, पित्त व कफ तीनों बराबर अवस्था में रहते हैं। जब कोई व्यक्ति कफवर्धक आहार की अधिक मात्रा लेता है तो पाचन शक्ति आहार का पाचन नहीं कर पाती। आहार का पाचन ना होने के कारण वह मुंह से बाहर आ जाता है। इसी प्रकार जब वायुवर्धक आहार-विहार का सेवन किया जाता है, तो यह वायु अन्न के मार्ग में अवरोध उत्पन्न करता है। इसके कारण अन्न का पाचन नहीं होता है, और यह मुंह से बाहर आ जाता है। और पढ़ें : जानिये क्या है वात पित्त और कफ वातज-पित्तज-कफज दोष के कारण होने वाली उल्टी के लक्षण और उपचार (Treatment of Vataj-Pittaj-Kafaj Vomiting in Hindi)उल्टी को रोकने के लिए घरेलू नुस्खे (Indian Home Remedies for Vomiting) के रूप में ये उपाय करने चाहिएः- वात दोष के कारण होने वाली उल्टी के लक्षण
वात दोष के कारण होने वाली उल्टी का उपचार
पित्त विकार के कारण होने वाली उल्टी के लक्षण
पित्त विकार के कारण होने वाली उल्टी का इलाजपित्तज उल्टी (Ulti) में पेय, जूस व मांस रस का सेवन करायें। कफज विकार के कारण होने वाली उल्टी के लक्षण
कफज विकार के कारण उल्टी रोकने के उपायज्यादा उल्टी कराकर शरीर के कफ को बाहर निकालना चाहिए। उल्टी रोकने के घरेलू उपाय (Home Remedies for Vomiting in Hindi)आइये उल्टी रोकने के कुछ प्रमुख घरेलू उपायों के बारे में जानते हैं। तुलसी का प्रयोग कर उल्टी पर रोक (Tulsi: Home Remedies to Stop Vomiting or Ulti in Hindi)
और पढ़ें : तुलसी के फायदे और सेवन विधि पानी से उल्टी की रोकथाम (Water: Home Remedies for Prevent Vomiting or Ulti in Hindi)
और पढ़े – उल्टी रोकने में अमरूद के फायदे उल्टी से आराम पाने के लिए प्याज का उपयोग (Onion: Home Remedy to Control Vomiting in Hindi)
और पढ़ें : प्याज के फायदे और उपयोग काली मिर्च से उल्टी पर रोक (Black Pepper: Home Remedies to Treat Vomiting in Hindi)
और पढ़े – उल्टी रोकने में बड़ी इलायची फायदेमंद चावल से उल्टी का इलाज (Rice: Gharelu Nuskhe to Stop Vomiting in Hindi)100 ग्राम चावल को उबालें। जब चावल उबलकर तैयार हो जाएं, तो उसमें बचे पानी को एक बर्तन में निकाल लें। इस चावल के पानी को लावा या मांड भी कहते हैं। इसमें शहद और चीनी मिलाएं। इसी के बराबर मूंग की दाल का काढ़ा बनाएं, और मिला लें। इसको दिन में दो-तीन बार लेने उल्टी में बहुत लाभ (gharelu nuskhe for vomiting) मिलता है। और पढ़ेंः चावल से होने वाले अनेक फायदे उल्टी को रोकने के लिए लौंग का इस्तेमाल (Cloves: Home Remedies to Prevent Vomiting or Ulti in Hindi)
और पढ़ेंः लौंग के फायदे और नुकसान उल्टी को रोकने का घरेलू इलाज अदरक से (Ginger: Home Remedies to Treat Vomiting or Ulti in Hindi)
और पढ़ें : अदरक के फायदे उल्टी को रोकने का घरेलू उपचार नीम से (Neem: Home Remedies to Stop Vomiting in Hindi)
और पढ़ें : नीम के फायदे कलौंजी का उपयोग कर उल्टी का इलाज (Corset: Home Remedy to Prevent Vomiting in Hindi)आधा चम्मच कलौंजी का तेल, आधा चम्मच अदरक का रस मिलाकर उल्टी वाले रोगी को पिलाएं। इसका प्रयोग सुबह-शाम दोनों वक्त कर सकते हैं। और पढ़ें – उल्टी में कॉफ़ी के फायदेअजवाइन के सेवन से उल्टी का उपचार (Ajwain : Home Remedy to Control Vomiting or Ulti in Hindi)अजवाइन, देसी कपूर और पुदीना के फूल के 10-10 ग्राम की मात्रा को अच्छी तरह मिलाकर, एक कांच की बोतल में डालेंं। इसे धूप में रख दें। थोड़ी देर में वह पिघलकर रस बन जाएगा। इसकी 3-4 बूंदें उल्टी वाले रोगी को दें। इसका दिन में एक या दो बार प्रयोग कर सकते हैं। उल्टी को रोकने में बहुत उपयोगी है। और पढ़ें : अजवाइन के फायदे और उपयोग उल्टी रोकने के लिए धनिया का प्रयोग (Benefits of Dhaniya for Vomiting in Hindi)हरी धनिया का रस निकालें। इसमें थोड़ा-सा सेंधा नमक, और एक नींबू डालकर पीने से उल्टी में तुरंत लाभ होता है। आधा चम्मच धनिया का पाउडर, आधा चम्मच सौंफ का पाउडर एक गिलास पानी में डालें। इसमें थोड़ी-सी चीनी या मिश्री घोल कर पीने से उल्टी आनी बंद हो जाती है। और पढ़ें : धनिया के फायदे और नुकसान अनार के सेवन से उल्टी का इलाज (Anar: Home Remedies to Control Vomiting in Hindi)
और पढ़ेंः अनार के अनगिनत फायदे गिलोय का उपयोग कर उल्टी पर रोक (Giloy: Home Remedy to Stop Vomiting in Hindi)गिलोय के रस में मिश्री मिलाकर दो चम्मच रस पिएं। इसका प्रयोग दिन में तीन बार कर सकते हैं। इससे उल्टी आनी बंद हो जाएगी। गिलोय का काढ़ा बनाकर भी पी सकते हैं। गिलोय बहुत प्रकार से लाभकारी होता है। और पढ़ें: गिलोय के फायदे उल्टी की रोकथाम के लिए टमाटर का उपयोग (Tomato: Home Remedy to Treat Vomiting or Ulti by Tomato in Hindi)एक पका हुआ टमाटर लें। उसमें चार छोटी इलायची, और 5-6 काली मिर्च को कूटकर टमाटर का रस मिला दें। उसको अच्छी तरह से घोलकर उल्टी वाले व्यक्ति को पिला दें। यह नुस्खा उल्टी रोकने में तुरंत लाभ करता है। और पढ़ेंः टमाटर के फायदे और नुकसान एप्पल साइडर विनेगर से उल्टी का इलाज (Apple Cider Vinegar: Home Remedies to Treat Vomiting in Hindi)एप्पल साइडर विनेगर आपको मिचली से कुछ ही मिनटों में आराम दिलाता है। यह उल्टी में काफी जल्दी काम करता है। यह आपके पेट को शांत करके आपके शरीर को डिटोक्सिफाई करता है। इसके एंटी-माइक्रोबियल गुणों के कारण यह फूड फॉइनिंजग बनने से रोकता है।
और पढ़ें – उल्टी रोकने में चिलगोजा के फायदे अलसी के बीज उल्टी रोकने में सहायक (Alsi or Linseed: Home Remedy to Treat Vomiting in Hindi)
और पढ़ें: अलसी के बीज के फायदे उल्टी को रोकने के लिए पुदीना का उपयोग फायदेमंद (Peppermint: Home Remedy for Vomiting Treatment in Hindi)पुदीना का रस निकालें, और उसमें नींबू का रस, और शहद बराबर मात्रा में लेकर मिला लें। इसका दिन में दो-तीन बार प्रयोग करें। पुदीने की पत्तियां भी चबा कर खाने से उल्टी में तुरंत लाभ (Ulti Rokne ka Gharelu Upay) पहुंचता है। और पढ़ेंः पुदीना के फायदे और नुकसान उल्टी के उपचार के लिए सौंफ का इस्तेमाल (Benefits of Fennel in Vomiting Treatment in Hindi)
और पढ़ें : सौंफ के फायदे और उपयोग यात्रा (सफ़र) के दौरान उल्टी रोकने के उपाय (Home Remedies to Stop Vomiting During Travelling)यात्रा के दौरान होने वाली उल्टी को रोकने के लिए ये तरीका अपनाएंः-
और पढें – हरीतकी के फायदे उल्टी में गर्भवावस्था में उल्टी रोकने के उपाय (Home Remedies to Stop Vomiting in Pregnant Women)गर्भवती महिलाओं को उल्टी रोकने के लिए ये उपाय करना चाहिएः- गर्भवती स्त्रियों की उल्टी रोकने के लिए अदरक का इस्तेमाल (Ginger: Home Remedies to Stop Vomiting in Pregnancy in Hindi)अदरक उल्टी को ठीक के सबसे उत्तम तरीकों में से एक है। यह गर्भावस्था की उल्टियों को रोकने के लिए सदियों से उपयोग किया जाता रहा है। यह आपके पाचन-तंत्र के लिए भी अच्छा होता है। अदरक का उपयोग गर्भावस्था के दौरान उल्टी को रोकने में किस प्रकार कर सकते हैं-
गर्भावस्था के दौरान उल्टी रोकने के अन्य घरेलू उपाय (Tips to Stop Vomiting During Pregnancy Naturally)
उल्टी के दौरान आपका खान-पान (Your Diet for Vomiting or Ulti)उल्टी के दौरान आपका खान-पान ऐसा होना चाहिएः-
उल्टी को रोकने के लिए आपकी जीवनशैली (Your Lifestyle for Vomiting)सामान्य स्थितियों में जी मिचलाने या और उल्टी होने पर ये ध्यान रखेंः-
उल्टी में परहेज (Avoid These in Vomiting)
उल्टी क्या है? उल्टी आना कोई बीमारी नहीं, बल्कि शरीर की एक प्रक्रिया है। इसमें पेट में मौजूद सारा पदार्थ पेट से ऊपर की ओर चढ़ता है, और मुंह से बाहर निकलता है। उल्टी आने पर घबराना नहीं चाहिए, बल्कि उल्टी कर लेना चाहिए। ऐसा करने से पेट की सफाई हो जाती है। गाड़ी में उल्टी क्यों आती है? वाहनों में यात्रा करते समय उल्टी करना एक आम बात है। प्रायः बच्चों को यात्रा करते समय उल्टी करते हुए देखा जा सकता है। दरअसल कोई यात्री जब किसी बस या अन्य वाहन में यात्रा की शुरुआत करता है, तो यात्रा करने से पहले ही उसके दिमाग में यात्रा से संबंधित बातें आने लगती हैं। यह एक मनोवैज्ञानिक समस्या है। यात्रा के दौरान उल्टी ना आए, इसके लिए सबसे बेहतर उपाय यह है कि अपने दिमाग को अलग-अलग पर लगाने की कोशिश करें। उल्टी को लेकर भ्रान्तियां या मिथक हैं कि उल्टी होने के समय नींबू सूंघने से उल्टी आनी बंद हो जाती है, क्या यह सच है? लिमोनिन, नींबू में मौजूद तेल में एक ताजा गंध होता है, जो उल्टी को रोकने में मदद करता है। यह तेल इन फलों के छिलके में पाए जाने वाले विशेष ग्रंथिंयों से निकलता है। यह पाया गया है कि यह तेल मस्तिष्क उत्तेजना, चिंता-राहत, सेंडेशन और एंडीडिप्रेसेट गुणों के साथ-साथ सिर के रक्त प्रवाह में वृद्धि करता है। इस कारण यह साबित होता है कि नींबू सूंघने से उल्टी आनी बन्द हो जाती है। अगर किसी व्यक्ति को ऊपर के उपाय से फायदा नहीं मिला तो उसका क्या कारण हो सकता है? अगर उल्टी सिर पर चोट लगने के कारण या पेट में गैस आदि बनने के कारण होती है तो यह प्रयोग असरदार नहीं होगा। इसी तरह पुराने रोग होने के कारण भी उल्टी में यह योग लाभकारी नहीं हो पाता है। एलोपैथिक उपाय की तुलना में आयुर्वेदिक उपाय कितनी जल्दी काम करता है? यह कहना कठिन है कि कौन जल्दी काम करता है, क्योंकि उल्टी के कई कारण होते हैं। इसलिए सबसे पहले कारणों को जानना चाहिए, और इसके बाद उसकी चिकित्सा के बारे में सोचना चाहिए।
उल्टी को तुरंत कैसे रोकें?- नमक और चीनी का पानी पीने से आपको राहत महसूस होगी. - नींबू चूसने से उल्टी रुकने में मदद मिलती है. - एक चम्मच सौंफ को एक कप पानी में 10 मिनट उबालकर पीने से भी उल्टी होना रुक जाती है. - गहरी और लंबी सांसें लें और कुछ अच्छे पलों को सोचने की कोशिश करें.
बार बार उल्टी आने पर क्या खाएं?बार-बार उल्टी करने से डिहाइड्रेशन हो सकता है। इसलिए उल्टी के बाद सबसे पहले शरीर को हाइड्रेट करना है। यह पानी और अन्य हाइड्रेटिंग तरल पदार्थ जैसे नींबू पानी, अदरक एले और सेब का रस पीने से किया जा सकता है। हालांकि, दूध या साइट्रिक फ्रूट जूस का सेवन न करें।
उल्टी आ रही क्या करूं?उल्टी रोकने के टिप्स | Tips to Prevent Vomiting. अदरक खाना उल्टी रोकने में फायदेमंद होता है. ... . नींबू चूसने से उल्टी रुकने में मदद मिलती है.. एक कप गर्म पानी में एक चम्मच लौंग डालकर उबालें और छान कर पी लें. ... . उल्टी जैसा महसूस होने पर पानी या नींबू पानी पिएं. ... . गहरी और लंबी सांसें लें और कुछ अच्छे पलों को सोचने की कोशिश करें.. बार बार उल्टी आना क्या कारण?अपच, गैस्ट्रो-इसोफेजियल रिफ्लक्स डिजीज (जीईआरडी), पेप्टिक अल्सर रोग या इरिटेबल बाउल सिंड्रोम (आईबीएस) जैसे विकार भी मतली और उल्टी का कारण हो सकते हैं, लेकिन ये कभी भी प्राथमिक लक्षण नहीं होते हैं. गैस्ट्रोपैरेसिस के लिए कोई इलाज नहीं है लेकिन कुछ एंटी-इमेटिक दवाएं मतली के लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकती हैं.
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