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वीर भारती का जन्म 25 दिसंबर 1926 को इलाहाबाद के अंतर सूर्या मोहल्ले में हुआ था धन्यवाद veer bharati ka janam 25 december 1926 ko allahabad ke antar shurya mohalle mein hua tha dhanyavad वीर भारती का जन्म 25 दिसंबर 1926 को इलाहाबाद के अंतर सूर्या मोहल्ले में हुआ था धन्यवाद 3 153This Question Also Answers: Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App! चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये। आपका प्रश्न धर्मवीर भारती का जन्म कब और कहां हुआ था धर्मवीर भारती जी का जन्म 25 दिसंबर 1926 इलाहाबाद में हुआ था उनका प्रमुख नाटक है अंधा युग aapka prashna dharmveer bharati ka janam kab aur kahaan hua tha dharmveer bharati ji ka janam 25 december 1926 allahabad mein hua tha unka pramukh natak hai andha yug आपका प्रश्न धर्मवीर भारती का जन्म कब और कहां हुआ था धर्मवीर भारती जी का जन्म 25 दिसंबर 192 6 202 This Question Also Answers: Vokal App bridges the knowledge gap in India in Indian languages by getting the best minds to answer questions of the common man. The Vokal App is available in 11 Indian languages. Users ask questions on 100s of topics related to love, life, career, politics, religion, sports, personal care etc. We have 1000s of experts from different walks of life answering questions on the Vokal App. People can also ask questions directly to experts apart from posting a question to the entire answering community. If you are an expert or are great at something, we invite you to join this knowledge sharing revolution and help India grow. Download the Vokal App! डॉ धर्मवीर भारती का जीवन परिचय, प्रमुख रचनाएं, उपन्यास | Dharmveer Bharti ka Jeevan Parichay डॉ धर्मवीर भारती का जीवन परिचय, प्रमुख रचनाएं, उपन्यास | Dharmveer Bharti ka Jeevan Parichay Telegram डॉ धर्मवीर भारती का जीवन परिचय, Dharmveer Bharti ka Jeevan Parichay, Dharamvir bharti biography in Hindi, धर्मवीर भारती का जीवन परिचय हिंदी में, धर्मवीर भारती का योगदान, धर्मवीर भारती की कहानियां, धर्मवीर भारती की प्रमुख रचनाएं, धर्मवीर भारती कौन हैं? धर्मवीर भारती आधुनिक हिन्दी साहित्य के जाने माने कवि, लेखक, नाटककार तथा सामाजिक चिंतक थे। प्रसिद्ध कवि धर्मवीर भारती का जीवन परिचय से ज्ञात होता है की वे बहुमुखी प्रतिभा के घनी थे। इन्होंने अपनी लेखनी से हिन्दी साहित्य के हर आयाम को छुआ। इन्होंने हिन्दी साहित्य में काव्य रचना, कहानी, निबंध, उपन्यास, नाटक और संपादन सभी क्षेत्रों में अपने प्रतिभा का परिचय दिया। इन्होंने अपनी रचनाओं में सामाजिक समस्यायों को बड़े ही जीवन्त रूप में वर्णन किया है। उनके द्वारा लिखित प्रसिद्ध उपन्यास ‘गुनाहों का देवता’ उनकी अमरकृति कही जाती है। धर्मवीर भारती ने कई पत्र पत्रिकाओं का सम्पादन किया। उन्होंने अपने समय के सबसे प्रसिद्ध साप्ताहिक पत्रिका धर्मयुग का सम्पादन किया। भारत सरकार ने हिन्दी जगत में उनके अमूल्य योगदान को देखते हुए देश के बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री प्रदान किया। धर्मवीर भारती की जीवनी संक्षेप में – Dharamvir Bharti Biography in Hindiपूरा नाम– धर्मवीर भारतीजन्म– 25 दिसंबर 1926जन्म स्थान– प्रयागराज, उत्तर प्रदेशमृत्यु – 4 सितंबर, 1997(मुम्बई, महाराष्ट्र)पत्नी – कांता कोहली, पुष्पलता शर्मा (पुष्पा भारती)पत्नी – कांता कोहली, पुष्पलता शर्मा (पुष्पा भारती)मुख्य रचनाएँ -‘गुनाहों का देवता’, ‘सूरज का सातवाँ घोड़ा’ आदिडॉ धर्मवीर भारती का जीवन परिचय – Dharmveer Bharti ka Jeevan Parichayहिन्दी साहित्य जगत के प्रसिद्ध लेखक धर्मवीर भारती का जन्म 25 दिसम्बर 1926 ईस्वी में उत्तरप्रदेश के प्रयागराज में हुआ था। धर्मवीर भारती जी के माता का नाम चंदा देवी तथा पिता का नाम चिरंजीव लाल वर्मा था। उनके माता पिता बड़े ही धर्म प्रायण थे। इस कारण धार्मिकता का प्रभाव भारती जी को अपने घर से ही विरासत में प्राप्त हुआ था। धर्मवीर भारती का शिक्षा दीक्षा धर्मवीर भारती जी की प्रारम्भिक शिक्षा प्रयागराज में हुई थी। प्रयागराज के डीएवी कालेज से आरंभिक शिक्षा हासिल करने के बाद उच्च शिक्षा के लिए उनका नामांकन प्रयागराज विश्व विद्यालय में हुआ। जहाँ से उन्होंने धीरेन्द वर्मा के मार्गदर्शन में पीएचडी की डिग्री प्राप्त की। धर्मवीर भारती की पत्नी , बच्चेडॉ धर्मवीर भारती जी का विवाह 1954 में हुआ था। धर्मवीर भारती की पत्नी का नाम कान्ता भारती था। उनकी दूसरी पत्नी का नाम पुष्पा भारती था। उनके पुत्री का नाम परमिता और प्रज्ञा भारती और पुत्र का नाम किंशुक भारती है। धर्मवीर भारती का साहित्यिक परिचयहिन्दी साहित्य में भारती जी का उल्लेखनीय योगदान माना जाता है। बहुमुखी प्रतिभा के धनी धर्मवीर भारती ने हिन्दी साहित्य के कविता, कहानी, नाटक और उपन्यास की रचना की। इनकी रचनाओं में प्रेम, वियोग, सौन्दर्य का मनोरम ढंग से वर्णन मिलित है। उनके द्वारा लिखी गई रचनायें हिन्दी साहित्य के महान उपलब्धि कही जा सकती है। धर्मवीर भारती की रचनायें सरल और सुबोध भाषा में रागयुक्त प्रचलित है। धर्मवीर भारती की भाषा शैलीप्रख्यात लेखक धर्मवीर भारती अपनी रचना में भाषा शैली का खास ध्यान रखा है। इनकी रचनाओं में भावात्मक, वर्णात्मक और आलचनात्मक शैली की प्रधानता है। इन्होंने अपनी रचनाओं में परिमार्जित खड़ी बोली के माध्यम से गागर में सागर भरने जैसा कार्य किया है। खड़ी बोली के अलावा इनकी रचनाओं में मुहावरों, देशसज और विदेसज शब्दों का भी प्रयोग बड़े ही भावपूर्ण तरीके के किया गया है। धर्मवीर भारती की प्रमुख रचनाएंवैसे तो उन्होंने अनेकों रचनाएं की। लेकिन धर्मवीर भारती की दो रचनाओं जिनसे उन्हें हिन्दी साहित्य जगत में अलग पहचान मिली। “गुनाहों का देवता”। इनकी प्रमुख रचना में काव्य संग्रह, निबंध, उपन्यास, नाटक और कहानी शामिल है। उनके उल्लेखनीय कृतियाँ में ‘गुनाहों का देवता’, ‘अनुप्रिया’, ‘सात गीतवर्ष’, ‘सूरज का सातवाँ घोड़ा’, ‘मानस मूल्य’, ‘ठण्डा लोहा’, ‘अन्धायुग’, ‘ठेले पर हिमालय’, ‘परयान्ति’, ‘देशान्तर’, ‘कनुप्रिया’ और ‘कहनी-अनकहनी’ का नाम लिया जा सकता है। नीली झील धर्मवीर भारती की प्रसिद्ध एकांकी है। धर्मवीर भारती का प्रसिद्ध उपन्यासभारती जी ने कई प्रसिद्ध उपन्यास की रचना की। इनमें गुनाहों के देवता और कनुप्रिया धर्मवीर भारती का प्रसिद्ध उपन्यास है।
धर्मवीर भारती की कहानियांडॉ धर्मवीर भारती ने अनेकों कहानियां लिखी। उनके कहानी संग्रह में ‘मुर्दों का गाँव’, ‘स्वर्ग और पृथ्वी’, ‘चाँद और टूटे हुए लोग’, ‘बंद गली का आखिरी मकान,’ ‘ साँस की कलम से आदि प्रमुख हैं। धर्मवीर भारती की काव्यगत विशेषताएँमहान कवि व लेखक भारती जी ने अनेकों काव्य की रचना की। उनके काव्य में ठंडा लोहा, सात गीत, कनुप्रिया, सपना अभी भी, आद्यन्त आदि प्रमुख हैं। उनके काव्य रचना में छायावाद, स्वछनदतावाद और प्रयोगवाद के दर्शन होते हैं। उनकी काव्य रचना में प्रकृति का बड़ा ही मनोरम तरीके से वर्णन मिलता है। अल्प शब्दों में विस्तृत भावपक्ष की अभिव्यक्ति धर्मवीर भारती की काव्यगत विशेषताएँ कही जा सकती है। धर्मवीर भारती का व्यक्तित्व और कृतित्वजैसा की हम जानते हैं की धर्मवीर भारती बहुआयामी प्रतिभा के धनी थे। उन्होंने अपनी रचना परिमार्जित खड़ी बोली में करते हुए सरल व सुबोध भाषा में लोगों तक पहुचने का काम किया है। धर्मवीर भारती के व्यक्तित्य एवं कृतित्व की झलक उनकी रचनाओं में साफ दृष्टिगोचर होता है। धर्मवीर भारती का योगदानहिन्दी साहित्य जगत में धर्मवीर भारती जी का महती योगदान रहा। वे बहुमुखी प्रतिभा सम्पन्न थे। उन्होंने हिन्दी साहित्य के हर पहलू को छुआ और अपने प्रतिभा का परिचय दिया। उन्होंने उपन्यास, निबंध और काव्य के साथ-साथ सम्पादन में भी अहम योगदान दिया। वे कुछ दिनों तक हिन्दुस्तानी अकादमी में अध्यापक के रूप में अपनी सेवा प्रदान किए। बाद में उन्होंने प्रयागराज विश्व विध्यालय में भी अध्यापक के रूप में योगदान दिया। सम्पादन में उनका योगदान में वे संगम पत्रिका के सह-संपादक भी रहे। उन्होंने पत्रिका ‘हिंदी साहित्य कोश’, ‘आलोचना’ आदि का भी सम्पादन किया। बाद में बंबई के प्रसिद्ध पत्रिका ‘धर्मयुग’ का सम्पादन किया। सम्मान व पुरस्कारहिन्दी साहित्य में उल्लेखनीय योगदान के लिए उन्हें कई सम्मान व पुरस्कार प्रदान किए गए। उन्हें प्रदान किए गए पुरस्कार निम्न हैं : –
धर्मवीर भारती का निधनहिन्दी के प्रख्यात कवि, लेखक, उपन्यास तथा निबंधकार धर्मवीर भारती का निधन 4 सितम्बर 1997 को 70 वर्ष की उम्र में मुम्बई में हुआ। उन्होंने अपनी लेखनी के माध्यम से हिन्दी साहित्य जगत की जीवनपर्यंत सेवा की। F.A.Q धर्मवीर भारती का जन्म कब हुआ था?धर्मवीर भारती का जन्म 25 दिसम्बर 1926 को हुआ था। धर्मवीर भारती का जन्म स्थान कौन सा है?धर्मवीर भारती का जन्म स्थान भारत के उत्तरप्रदेश के प्रयागराज है। धर्मवीर भारती को 1972 को कौनसा पुरस्कार मिला?डॉ. धर्मवीर भारती को वर्ष 1972 में भारत के बड़े नागरिक सम्मान पद्मश्री से नवाजा गया। धर्मवीर भारती जी का प्रथम उपन्यास कौन सा है?धर्मवीर भारती जी का प्रथम उपन्यास ‘गुनाहों का देवता’ है। इस उपन्यास ने भारती जी को अत्यंत लोकप्रिय बना दिया। कवि धर्मवीर भारती को नायिका कब सुंदर लगती हैं? कवि धर्मवीर भारती को नायिका कब सुंदर लगती है उनके इस पंक्ति से सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है। तुम कितनी सुन्दर लगती हो, जब तुम हो जाती हो उदास ! ज्यों किसी गुलाबी दुनिया में सूने खंडहर के आसपास मदभरी चांदनी जगती हो ! मुंह पर ढंक लेती हो आंचल, ज्यों डूब रहे रवि पर बादल, या दिन-भर उड़कर थकी किरन, सो जाती हो पांखें समेट, आंचल में अलस उदासी बन ! दो भूले-भटके सान्ध्य-विहग, पुतली में कर लेते निवास ! तुम कितनी सुन्दर लगती हो, जब तुम हो जाती हो उदास ! खारे आंसू से धुले गाल, रूखे हलके अधखुले बाल, बालों में अजब सुनहरापन, झरती ज्यों रेशम की किरनें, संझा की बदरी से छन-छन ! मिसरी के होठों पर सूखी किन अरमानों की विकल प्यास ! तुम कितनी सुन्दर लगती हो जब तुम हो जाती हो उदास ! कौन रचना डॉ धर्मवीर भारती के जीवन में मील का पत्थर साबित हुई? कहते हैं की उनकी प्रसिद्ध कृति ‘कनुप्रिया’ और गुनाहों का देवता धर्मवीर भारती जी के लिए ‘मील का पत्थर’ साबित हुई। धर्मवीर भारती के किस उपन्यास को राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार विजेता फिल्म में अपनाया गया था? प्रख्यात लेखक धर्मवीर भारती के प्रसिद्ध उपन्यास ‘सूरज का सातवां घोड़ा’ जिस पर फिल्म बनी थी। उसे ‘राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार’ प्रदान किया गया था। धर्मवीर भारती जी का जन्म कब हुआ था?25 दिसंबर 1926धर्मवीर भारती / जन्म तारीखnull
धर्मवीर भारती की माता का नाम क्या था?चन्दा देवीधर्मवीर भारती / मांnull
धर्मवीर भारती के पिता का नाम क्या था?चिरंजी लालधर्मवीर भारती / पिताnull
धर्मवीर भारती की मृत्यु कब और कहां हुई?सन 1972 ईस्वी में भारत सरकार ने इन्हें “पद्मश्री” की उपाधि से सुशोभित किया. भारती जी की रचनाओं में काव्य, कथा तथा नाटक का समावेश मिलता है. इनकी कविताएं राग-युक्त तथा सरल भाषा में प्रचलित है। हिंदी साहित्य का यह अनूठा लेखक 4 सितंबर 1997 ईस्वी को इस संसार से विदा हो गया।
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