दोस्ती कैसे लोगों के साथ करनी चाहिए? - dostee kaise logon ke saath karanee chaahie?

हिंदी न्यूज़ धर्मचाणक्य नीति : ऐसे लोगों से भूलकर भी न करें मित्रता, ये लोग होते हैं दोस्त के नाम पर दुश्मनचाणक्य नीति : ऐसे लोगों से भूलकर भी न करें मित्रता, ये लोग होते हैं दोस्त के नाम पर दुश्मनChanakya Niti (चाणक्य नीति) : किसी भी व्यक्ति के जीवन में दोस्तों का बहुत अधिक महत्वपूर्ण योगदान होता है। जिस व्यक्ति की दोस्ती अच्छी होती है, उसका जीवन सुखमय रहता है। अच्छे दोस्त व्यक्ति का...

दोस्ती कैसे लोगों के साथ करनी चाहिए? - dostee kaise logon ke saath karanee chaahie?

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Yogesh Joshiलाइव हिन्दुस्तान टीम,नई दिल्लीFri, 10 Dec 2021 05:42 AM

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Chanakya Niti (चाणक्य नीति) : किसी भी व्यक्ति के जीवन में दोस्तों का बहुत अधिक महत्वपूर्ण योगदान होता है। जिस व्यक्ति की दोस्ती अच्छी होती है, उसका जीवन सुखमय रहता है। अच्छे दोस्त व्यक्ति का भाग्य तक बदल सकते हैं। आचार्य चाणक्य का नाम भारत के महानतम लोगों में शामिल है। आचार्य चाणक्य की नीतियों का पालन करने वाला व्यक्ति जीवन में कभी भी असफल नहीं हो सकता है। आचार्य चाणक्य के अनुसार दुनिया में कुछ ऐसे लोग भी हैं, जिनसे भूलकर भी दोस्ती नहीं करनी चाहिए। ऐसे लोगों से दोस्ती करने से व्यक्ति का जीवन बर्बाद हो जाता है। ऐसे दोस्त दुश्मन के समान होते हैं। आइए जानते हैं किन लोगों से भूलकर भी दोस्ती नहीं करनी चाहिए...

लालची लोगों से न करें दोस्ती

  • आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को लालची लोगों से दोस्ती नहीं करनी चाहिए। ऐसे लोगों से दूर ही रहना चाहिए। लालची व्यक्ति कभी भी आपका अपना नहीं हो सकता है। ऐसे व्यक्ति मतलबी होते हैं। ये लोग मतलब निकल जाने के बाद साथ छोड़ देते हैं। 

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बुरे वक्त पर जो साथ न दें

  • आचार्य चाणक्य के अनुसार सच्चा मित्र वही होता है जो बुरे वक्त में साथ देता है। ऐसे व्यक्ति से हमेशा दूर रहना चाहिए जो बुरे वक्त में साथ न दें। आपके अच्छे वक्त में तो हर कोई आपका साथ देगा लेकिन बुरे वक्त में सच्चा मित्र ही आपका साथ देगा। ऐसे लोगों से तुरंत दूरी बना लें जो बुरे वक्त में आपका साथ नहीं देते हैं।

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गलत आदतों वाले लोगों से न करें दोस्ती

  • आचार्य चाणक्य के अनुसार व्यक्ति को हमेशा गलत आदतों वाले लोगों से दूर रहना चाहिए। ऐसे लोगों से दोस्ती करने से जीवन बर्बाद हो सकता है। जीवन को सफल बनाने के लिए अच्छी संगत का होना बहुत जरूरी है।

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इसे सुनेंरोकें1. बराबर वालों से करें दोस्ती- आचार्य चाणक्य कहते हैं कि दोस्ती (Friendship) हमेशा बराबर वालों से करनी चाहिए. अगर आप अपने से ऊपर या नीचे के स्तर वाले व्यक्ति से दोस्ती करते हैं तो आपके रिश्ते में कभी न कभी दरार आने की आशंका बनी रहती है. इसलिए बेहतर है कि दोस्ती करने से पहले ही इन बातों का ध्यान रखा जाए.

कैसे मित्रों का साथ हमारे लिए लाभकारी है?

इसे सुनेंरोकेंदोस्त एक-दूसरे को भावनात्मक सहायता प्रदान करने के लिए हैं। जब हम कमज़ोर महसूस करते हैं तब वे हमें खुश करते हैं, पढ़ाई में हमारी सहायता करते हैं, खरीदारी के लिए हमारे साथ लंबी दूरी तय करते हैं और विभिन्न मजेदार गतिविधियों में हमारे साथ शामिल होते हैं। मित्र हमारे जीवन का एक अनिवार्य हिस्सा हैं।

हमें कैसे मित्रों से दूर रहना चाहिए स्पष्ट करें?

इसे सुनेंरोकें1. भूलकर भी ऐसे मित्र का साथ नहीं देना चाहिए जो सामने से आपकी प्रशंसा करता है, मधुर व्यवहार करता है और आपके मन को खुश करने वाली बातें करता है, लेकिन मौका देखकर आपके पीछे बुराइयां करता है और आपके काम बिगाड़ देता है. ऐसे मित्र दुश्मन से भी ज्यादा खतरनाक होते हैं. इसलिए ऐसे मित्रों से दूर रहना चाहिए.

सचे मित्र की पहचान कैसे करोगे?

इसे सुनेंरोकेंसच्चे मित्र की पहचान विपत्ति के समय ही होती है। जो मित्र विपत्ति में आपका साथ दे वही सच्चा मित्र है। जो मित्र आपकी खुशी में शामिल होता है और दुख आने पर आपसे दूर हो जाता है तो वह आपका सच्चा मित्र नहीं है। ऐसा मित्र शत्रु से भी ज्यादा खतरनाक है।

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एक अच्छे मित्र में कौन कौन से गुण होना चाहिए?

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  • आपकी गलतियों को बताएं
  • दूसरों के सामने आपके अवगुण न दिखाएं
  • सभी के सामने आपके गुणों की तारीफ़ करें
  • मुश्किल समय में धन देकर करें मदद
  • अच्छे कामों के लिए आपको प्रेरित करें
  • बुरे समय में आपका साथ न छोड़ें

अच्छा दोस्त कौन कौन से हैं?

इसे सुनेंरोकें-एक सच्चा दोस्त वह होता है, जो आपकी तमाम कमज़ोरियां जानने के बावजूद कभी भी गुस्से में आकर उसे जताकर आपको शर्मिंदा न करे। -सच्चा दोस्त तब भी आपका दर्द समझ जाता है, जब आप दुनिया को यह दिखाने की कोशिश कर रहे होते हैं कि सबकुछ ठीकठाक है। -सच्चा दोस्त गलती करने पर फौरन सलाह देता है और आपके पीछे हमेशा आपका बचाव करता है।

दोस्ती कैसे बनाएं?

कैसे बनाएं दोस्ती को मजबूत

  1. दोस्ती खुशनुमा हो: क्या सोच रहे हैं कि ये कौन सी बात है लेकिन सच है. दोस्ती में हमेशा कंप्लेन मत करिए.
  2. ईमानदार रहिए: जीहां हर अच्छे, बुरे में दोस्त के साथ ईमानदार रहिए.
  3. अंडरस्टैंडिंग बनाएं और साफ बोलें: अपने दोस्त को अच्छी तरह समझने की कोशिश करें तभी आप उसे अपने को समझने में मदद कर सकेंगे.

इंसान का सबसे बड़ा दोस्त कौन है?

इसे सुनेंरोकेंमनुष्य का सबसे बड़ा दोस्त उसकी अंतरात्मा होती है । यह वह चिज है जो इन्सान को हर स्थिति में सजग, तथा सन्मार्ग पर ही रखाता है ।

भारत का सबसे अच्छा दोस्त कौन है?

इसे सुनेंरोकेंआइए जानते हैं उन देशों के बारे में जो हमारे भारत के मित्र देश के रूप में जाने जाते हैं। इजराइल वह देश है जो भारत का सबसे अच्छा दोस्त है। जब भी हमारे देश को किसी तरह की मदद की जरूरत पड़ी है, उस दौरान इजराइल ने हमेशा अपना साथ दिया है। भारतीय प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी भी कई बार इजराइल के दौरे पर जा चुके हैं।

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गूगल मेरे दोस्त का नाम क्या है?

इसे सुनेंरोकेंइसके बाद गूगल असिस्टेंट आपको बोलेगा की आपके दोस्त का नाम क्या है तो आपको अपने दोस्त का नाम बोलना है जैसे की राजू ,संदीप ,जसदीप,रवि जो भी आपके दोस्त का नाम है तो गूगल असिस्टेंट आपके दोस्त का नाम अपने सर्वर में फीड कर लेगा । जब भी आप अपने दोस्त का नाम गूगल असिस्टेंट से पूछेंगे तो आपको गूगल असिस्टेंट सही नाम बता देगा ।

कैसे मित्रों का साथ हमारे लिए लाभकारी नहीं है?

इसे सुनेंरोकेंकभी भी विपरीत स्वभाव वाले लोग आपके सच्चे मित्र साबित नहीं हो सकते क्योंकि सांप, बकरी और बाघ की कभी आपस में दोस्ती नहीं हो सकती. 3. किसी भी दोस्त पर आंख बंद करके विश्वास न करें क्योंकि अगर आपके संबन्धों में खटास आ गई तो सबसे पहले आपका दोस्त ही आपके राज को दूसरों के सामने उजागर करेगा.

कैसे प्यार में दोस्ती को बदलने के लिए?

कैसे दोस्ती को प्यार में बदलें?

  1. भावनाओं को दें तवज्जो वो लड़कियां जिन्हें लड़के क़रीबी दोस्त समझते हैं, उन्हें अक्सर ‘अच्छी लड़की’ का तमगा दे देते हैं.
  2. उनसे चिपकी न रहें
  3. साथ कम समय गुज़ारें
  4. प्रतिस्पर्धा तैयार करें
  5. उनसे मदद मांगें
  6. स्पर्श की शक्ति का इस्तेमाल करें
  7. काम की सलाह

दोस्ती कितने प्रकार की होती है?

इसे सुनेंरोकेंदोस्ती के कई रंग और रूप हैं… कभी टांग खींचती है दोस्ती, तो कभी आखिर तक साथ देती है… कभी खट्टी-मीठी नमकीन है, तो कभी सतरंगी रंगों से सजी दुनिया सी…।

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सच्चे मित्र की पहचान क्या है?

विश्वासपात्र मित्र जीवन का अवसाद है कैसे?

इसे सुनेंरोकेंजिस तरह औषधि का कार्य किसी रोग के का निदान करना होता है। औषधि किसी भी तरह के व्याधि में उस व्याधि को दूर कर राहत प्रदान करती है, उसी तरह विश्वासपात्र मित्र भी मनुष्य के जीवन में कोई संकट आने पर, कोई विपत्ति आने पर सहायता एवं सहयोग करके मनुष्य को उस संकट एवं विपत्ति से उबारता है।

दोस्ती और प्यार में क्या फर्क है?

इसे सुनेंरोकें1- दोस्ती में कोई वजह नहीं होती है, और प्रेम एक वजह बन कर रह जाता है क्योंकि दोस्ती को समझने की जरुरत नहीं होती है जबकि प्रेम में समझना बहुत आवश्यक हो जाता है। 2- प्रेम आत्मा है और दोस्ती शरीर और जब इन दोनों का मिलन होता है तो मजबूत रिश्तों का निर्माण होता है।

सच्ची दोस्ती क्या होती है?

इसे सुनेंरोकेंएक सच्चा दोस्त वो है जिसपर आप विश्वास कर सकते हैं, और जो कभी आपकी किसी भी कमज़ोरी को आपके ख़िलाफ़ इस्तेमाल नहीं करेगा. क्योंकि सच्चे दोस्त को हम सब बताते हैं. चाहे वो लव लाइफ़ से जुड़ी बात हो या किसी की बुराई या फिर अपनी ही कोई कमज़ोरी. सबकुछ जानने के बाद भी वो कभी दूसरों से नहीं बोलता है.

सबसे अच्छी फ्रेंड कौन है?

इसे सुनेंरोकेंएक बेस्‍ट फ्रेंड ही होता है, जिसे आप या वो रात के 12 बजे हों या सुबह के 4 कभी भी फोन कर सकते हैं। इसके अलावा कभी भी बिना झिझक के मदद मांगना और मदद करना अच्‍छी दोस्‍ती के संकेत हैं। इसलिए यदि आपके ऐसे दोस्‍त है, जो कभी हमेशा आपकी मदद के लिए तैयार रहते हैं, तो आप बहुत भाग्यशाली हैं।

मित्रता कैसे लोगों से करनी चाहिए?

बराबर वालों से करें दोस्ती- आचार्य चाणक्य कहते हैं कि दोस्ती (Friendship) हमेशा बराबर वालों से करनी चाहिए. अगर आप अपने से ऊपर या नीचे के स्तर वाले व्यक्ति से दोस्ती करते हैं तो आपके रिश्ते में कभी न कभी दरार आने की आशंका बनी रहती है. इसलिए बेहतर है कि दोस्ती करने से पहले ही इन बातों का ध्यान रखा जाए.

मित्रता कैसे लोगों से नहीं करनी चाहिए?

बुरे चरित्र वाला दोस्त आचार्य चाणक्य के अनुसार जो लोग बिना किसी वजह के दूसरों को नुकसान पहुंचाता हों. ऐसे लोगों से कभी मित्रता नहीं करनी चाहिए. कहते हैं व्यक्ति की संगति का असर आपके चरित्र पर भी पड़ता है. इसलिए कभी भी बुरे चरित्र वाले व्यक्ति को कभी भी दोस्त नहीं बनना चाहिए.

सामने वाले व्यक्ति को कैसे पहचाने?

सामने वाले की बॉडी लैंग्वेज पढ़े। यह कला काफी काम आती है। लोगों की बॉडी लैंग्वेज पढ़के हम समझ सकते हैं कि व्यक्ति कैसा है। बस हमें देखना है, कि सामने वाला व्यक्ति किस प्रकार बात कर रहा है, उसके द्वारा हाथों का इस्तेमाल, आंखों का मूवमेंट, वह कैसे चल रहा है और उसका अंदाज।