दिल्ली में कितने प्रकार के राशन कार्ड है? - dillee mein kitane prakaar ke raashan kaard hai?

Ration Card Eligibility : देशभर में गरीबों के लिए केंद्र एवं राज्य सरकारें  (Central and State Government) मिलकर काम कर रही हैं. गरीबों के कल्याण के लिए सरकार की ओर से कई सारी योजनाएं चलाई जा रही हैं. फ्री राशन योजना में गरीबों को सरकार की तरफ से मुफ्त एवं कम दाम पर राशन कार्ड के जरिये गेहूं और चावल मुहैया कराया जा रहा है. Department of Food, Supplies and Consumer Supplies के जरिए राशन कार्ड में ये सुविधा दी जा रही है. इसका उद्देश्य देश के नागरिकों को रियायती कीमतों पर अनाज देना है.

क्या है राशन कार्ड 
राशन कार्ड (Ration Card) एक ऐसा दस्तावेज है, जिसका उपयोग केंद्र एवं राज्य सरकारें नागरिकों को आवश्यक दैनिक सामग्री को रियायती दर पर खरीदने में सहायता करने के लिए करती हैं. इससे आपको कई तरह की सरकारी सुविधाएं लेने में सहायता मिलती है. यह आपका पहचान प्रमाण के रूप में भी कार्य करता है, जिससे भारत के सभी गरीब और असहाय परिवार इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं.

गरीबों के लिए है सुविधा 
हर राज्य सरकार की ओर से अलग-अलग राशन कार्ड जारी करती हैं. राजधानी दिल्ली में भी गरीबों को राशन कार्ड जारी किया जाता है. देश में 4 प्रकार के राशन कार्ड वितरित किए जाते हैं. ऐसे में हम आपको बताएंगे कि कौन-सा राशन कार्ड किन कैटेगरी के लोगों को जारी किया जाता है. यहां आप देख सकते हैं- 

नीला/लाल/हरा/पीला राशन कार्ड
ये राशन कार्ड गरीबी रेखा से नीचे के लोगों को दिए जाते हैं. यह राशन कार्ड उन्हें रियायती दरों पर खाद्य पदार्थ खरीदने में मदद करता है. BPL (गरीबी रेखा से नीचे) परिवारों को आर्थिक लागत के 50 फीसदी पर प्रति परिवार प्रति माह 10 किग्रा से 20 किग्रा खाद्यान्न दिया जाता है. गेहूं, चावल, चीनी सहित अन्य आइटम दिए जाते है. 

सफेद कार्ड
यदि आप गरीबी रेखा से ऊपर हैं तो सफेद राशन कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं. सफेद रंग का मतलब है कि वह व्यक्ति भारत का नागरिक है जो गरीबी रेखा से ऊपर है. राज्य सरकारें चावल, गेहूं, चीनी और मिट्टी के तेल के लिए एक निश्चित मात्रा के लिए रियायती दर पर दिया जाता है. साथ ही एपीएल परिवारों को प्रति परिवार प्रति माह 10 किलो से 20 किलो अनाज आर्थिक लागत के आधार पर दिया जाता है. 

अंत्योदय अन्न योजना
बिना निश्चित आय वाले व्यक्तियों को यह कार्ड प्राप्त होता है. इसमें बेरोजगार लोग, महिलाएं और बुजुर्ग शामिल हैं. ये कार्डधारक प्रति परिवार प्रति माह 35 किलोग्राम खाद्यान्न प्राप्त कर सकते हैं. उन्हें चावल के लिए 3 रुपये, गेहूं के लिए 2 रुपये और मोटे अनाज के लिए 1 रुपये की रियायती कीमत पर खाद्यान्न प्राप्त होता है.

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राशन कार्ड (Ration card) सरकार की तरफ से जारी अहम दस्तावेजों में से एक है। कई सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने के लिए भी यह जरूरी है। ड्राइविंग लाइसेंस (Driving license), पासपोर्ट (passport), लाइफ इंश्योरेंस (Life Insurance) सहित कई जरूरतों के लिए इसका इस्तेमाल एड्रेस प्रूफ और आइडेंटिटी प्रूफ के रूप में भी होता है। आधार (Aadhar) के आने से पहले इसकी काफी ज्यादा अहमियत थी। यह करीब हर परिवार के पास होता था। आज इसका मुख्य इस्तेमाल सरकारी योजनाओं का लाभ उठाने में होता है।

कौन जारी करता है राशन कार्ड
राशन कार्ड राज्य सरकार की तरफ से जारी किया जाता है। इसलिए अलग-अलग राज्यों के राशन कार्ड में आपको अंतर दिख सकता है। इस पर मिलने वाले फायदे (benefit) भी राज्यों में एक जैसे नहीं हैं।

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कितने तरह के होते हैं राशन कार्ड
सरकार ने चार तरह के राशन कार्डों को मान्यता दी है। इनकी पहचान चार अलग-अलग रंग से होती है। इनमें नीला (blue), गुलाबी (Pink), सफेद (white) और पीला (yellow) राशन कार्ड शामिल हैं। हर रंग के राशन कार्ड पर मिलने वाली सुविधाएं अलग हैं। इन्हें अलग-अलग आय वर्ग के लोगों को जारी किया जाता है।

नीले राशन कार्ड के फायदे
यह राशन कार्ड गरीबी रेखा (poverty line) से नीचे रहने वाले परिवारों को जारी किया जाता है। कुछ राज्यों में इसका रंग हरा या पीला हो सकता है। ग्रामीण इलाकों में सालाना 6400 रुपये तक की आमदनी वाले परिवार को यह राशन कार्ड जारी किया जाता है। शहरी इलाकों में अधिकतम 11,850 रुपये सालाना आमदनी वाला परिवार यह राशन कार्ड बनवा सकता है। इस राशन कार्ड पर सब्सिडी वाला अनाज के साथ ही केरोसिन दिया जाता है। हर राज्य में अनाज की मात्रा अलग-अलग है।

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गुलाबी रंग के राशन कार्ड के फायदे
यह राशन कार्ड उन परिवारों को दिया जाता है, जिनकी कुल सालान आय गरीबी रेखा की सीमा से ज्यादा होती है। ग्रामीण इलाकों में 6400 रुपये सालाना से ज्यादा आमदनी वाले परिवार को यह कार्ड जारी किया जाता है। शहरी क्षेत्रों में सालाना 11,850 रुपये से ज्यादा आमदनी वाले परिवार यह कार्ड बनवा सकते हैं। इस कार्ड पर सब्सिडी वाला अनाज मिलता है। इस कार्ड पर मुखिया की फोटो लगी होती है।

सफेद रंग के राशन कार्ड के फायदे
यह कार्ड उन परिवारों को जारी किया जाता है, जो आर्थिक रूप से समृद्ध (rich) होते हैं। ऐसे परिवारों को सब्सिडी (subsidy) वाले खाद्यान्न की जरूरत नहीं होती है। इस कार्ड का इस्तेमाल ज्यादातर आइडेंटिटी (पहचान) और एड्रेस प्रूफ के रूप में होता है।

अंत्योदय अन्न योजना कार्ड
यह राशन कार्ड सबसे गरीब परिवारों को जारी किया जाता है। ऐसे परिवारों की आय का कोई नियमित (regular) स्रोत नहीं होता है। कभी उनकी कमाई होती है तो कभी नहीं होती है। इस श्रेणी में मजदूर, बुजुर्ग और बेरोजगार आते हैं। इस कार्ड पर भी सब्सिडी पर अनाज मिलता है। हर राज्य में अनाज की मात्रा अलग-अलग हो सकती है।

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राशन कार्ड कितने रंग के होते हैं?

जैसे – गुलाबी, पीला, हरा, सफेद आदि। अलग – अलग रंग के राशन कार्ड धारकों को लाभ भी अलग – अलग ही मिलता है। लेकिन अधिकांश लोगों को नहीं पता कि किस रंग के राशन कार्ड में क्या – क्या मिलता है। इनके फायदें क्या होते है।

दिल्ली में राशन कार्ड कितने प्रकार के होते हैं?

वर्तमान में तीन प्रकार के राशन कार्ड होते हैं:.
अंत्योदय राशन कार्ड , यह सबसे गरीब लोगों को दिया जाता है।.
गरीबी रेखा से नीचे (बीपीएल) कार्ड।.
गरीबी रेखा से ऊपर (एपीएल) कार्ड।.

सबसे गरीब राशन कार्ड कौन सा है?

Detailed Solution.
अंत्योदय कार्ड गरीबों में सबसे गरीब के लिए.
बीपीएल कार्ड गरीबी रेखा से नीचे वालों के लिए.
एपीएल कार्ड अन्य सभी के लिए.

सफेद राशन कार्ड को क्या कहते हैं?

व्हाइट राशन कार्ड (White Ration Card) भारत के उन नागरिकों को जारी किया जाता है जो गरीबी रेखा से ऊपर हैं. भारत में 11,000 रुपये से कम आय वाले लोगों को सफेद राशन कार्ड या डी कार्ड जारी किए जाते हैं. यह कार्ड उन परिवारों को भी जारी किया जाता है जिनकी वार्षिक आय 1 लाख रुपये और उससे अधिक है.