शौर्य चक्र भारत का शांति के समय वीरता का पदक है। यह सम्मान सैनिकों और असैनिकों को असाधारण वीरता या प्रकट शूरता या बलिदान के लिए दिया जाता है। यह मरणोपरान्त भी दिया जा सकता है। वरियता में यह कीर्ति चक्र के बाद आता है।[2] Show इन्हें भी देखें[संपादित करें]भारतीय सेना के युद्ध सम्मान
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शौर्य चक्र क्यों दिया जाता है?शौर्य चक्र भारत का शांति के समय वीरता का पदक है। यह सम्मान सैनिकों और असैनिकों को असाधारण वीरता या प्रकट शूरता या बलिदान के लिए दिया जाता है। यह मरणोपरान्त भी दिया जा सकता है। वरियता में यह कीर्ति चक्र के बाद आता है।
सबसे बड़ा चक्र कौन सा होता है?परमवीर चक्र भारत का सर्वोच्च शौर्य सैन्य अलंकरण है जो दुश्मनों की उपस्थिति में उच्च कोटि की शूरवीरता एवं त्याग के लिए प्रदान किया जाता है। ज्यादातर स्थितियों में यह सम्मान मरणोपरांत दिया गया है। इस पुरस्कार की स्थापना 26 जनवरी 1950 को की गयी थी जब भारत गणराज्य घोषित हुआ था।
अशोक चक्र शौर्य पुरस्कार कब स्थापित किया गया?अशोक चक्र पदक सम्मान सेना के जवान, आम नागरिक को जीवित या मरणोपरांत दिया जाता है। १९४७ में स्वतंत्रता के बाद से अब तक ९० लोगों को अशोक चक्र सम्मान दिए गए हैं। इस सम्मान की स्थापना ४ जनवरी १९५२ को हुई थी ।
भारत का सबसे बड़ा वीरता पुरस्कार कौन सा है?परमवीर चक्र भारत का सर्वोच्च-सैन्य पुरस्कार हैं। यह पुरस्कार दुश्मन की उपस्थिति में वीरता का प्रदर्शन करने के लिए दिया जाता है। महावीर चक्र भारत का दूसरा सबसे बड़ा सैन्य पुरस्कार है और इसे दुश्मन की उपस्थिति में, चाहे वह जमीन पर हो, समुद्र में या हवा में, वीरता के कार्यों के लिए सम्मानित किया जाता है।
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