साहब इतनी सी बात पर भावुक क्यों हो उठे? - saahab itanee see baat par bhaavuk kyon ho uthe?


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साहब इतनी सी बात पर भावुक क्यों हो उठे? - saahab itanee see baat par bhaavuk kyon ho uthe?

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कक्षा 10

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वार्षिक परीक्षा में पूछे गए प्रश्न उनके आदर्श उतर

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हालदार साहब ने ड्राइवर को पहले...

लिखित उत्तर

Solution : हालदार साहब के लिए सुभाष की मूर्ति पर चश्मा लगाना .इतनी-सी. बात नहीं थी। यह उनके लिए बहुत बड़ी बात थी। यह बात उनके मन में आशा जगाती थी कि कस्बे-कस्बे में देशभक्ति जीवित है। देश की पीढ़ी में देशप्रेम जीवित है। इस खुशी और आशा से वे भी भावुक हो उठे।

साहब इतनी सी बात पर भावुक क्यों हो उठे? - saahab itanee see baat par bhaavuk kyon ho uthe?

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ग हालदार साहब इतनी सी बात पर भावुक क्यों हो उठे ?`?

उत्तर - हालदार साहब इतनी सी बात पर भावुक हो उठे क्योंकि नेताजी की मूर्ति को छोटे बच्चों के द्वारा पहनाया जाना इस बात का सबूत है कि हमारे देश के बड़े ही नहीं बल्कि बच्चे भी महापुरुषों व शहीदों का सम्मान करते हैं । घर गृहस्थी जवान - जिंदगी सब कुछ होम देनेवालों पर भी हँसती हैं और अपने लिए बिकने के मौके ढूंढ़ती है ।

अंत में हालदार साहब भावुक क्यों हो गए *?

(ग) हालदार साहब इतनी-सी बात पर भावुक क्यों हो उठे? उत्तर: (क) कैप्टन एक देश प्रेमी था, नेताजी जैसे देशभक्त के लिए उसके मन में सम्मान की भावना थी। उसके मर जाने के बाद हालदार साहब को लगा कि अब समाज में किसी के भी मन में नेताजी या देशभक्तों के प्रति सम्मान की भावना नहीं है।

हालदार साहब को कौन सी बात अच्छी नहीं लगी और क्यों?

हालदार साहब को पानवाले की कौन-सी बात अच्छी नहीं लगी और क्यों ? उत्तरः कैप्टन के बारे में पूछने पर उसने कहा कि कैप्टन तो लँगड़ा है, वह भला फौज में क्या जाएगा! वह तो पागल है! पानवाले द्वारा एक देशभक्त का मज़ाक उड़ाया जाना हालदार साहब को अच्छा नहीं लगा क्योंकि कैप्टन देशभक्तों का सम्मान करता था।

हालदार साहब को कौन सी बात समझ में आई?

हालदार साहब स्वयं देशभक्त थे Page 3 और नेताजी जैसे देशभक्त के लिए उसके मन में सम्मान की भावना थी । यही सब सोचकर हालदार साहब पहले मायूस हो गए थे। मूर्ति पर लगे सरकंडे का चश्मा इस बात का प्रतीक है कि आज भी देश की आने वाली पीढ़ी के मन में देशभक्तों के लि ए सम्मान की भावना है।