प्रस्तुत पाठ सलीम अली की पर्यावरण के प्रति चिंता को भी व्यक्त करता है। पर्यावरण को बचाने के लिए आप कैसे योगदान दे सकते हैं? Show पर्यावरण को बचाने के लिए हम निम्नलिखित योगदान दे सकते हैं - 337 Views आशय स्पष्ट कीजिए- लेखक कहना चाहता है की सलीम अली की मृत्यु के बाद वैसा प्रकृति-प्रेमी और कोई नहीं हो सकता। सलीम अली रूपी पक्षी मौत की गोद में सो चुका है। अतः अब अगर कोई अपने दिल की धड़कन उसके दिल में भर भी दे और अपने शरीर की हलचल उसके शरीर में डाल भी दे, तो भी वह पक्षी फिर-से वैसा नहीं हो सकता कयोंकि उसके सपने अपने ही शरीर और अपनी ही धड़कन से उपजे थे। आशय यह है कि मृत व्यक्ति को कोई जीवित नहीं कर सकता। हम चाहे कुछ भी कर लें पर उसमें कोई हरकत नहीं ला सकते। 410 Views किस घटना ने सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल दिया और उन्हें पक्षी प्रेमी बना दिया? एक बार बचपन में सालिम अली की एयरगन से एक गौरैया घायल होकर गिर पड़ी । इस घटना ने सालिम अली के जीवन की दिशा को बदल दिया। सलिम ने मामा से जानकारी माँगनी चाही तो मामा ने उस नैचुरल हिस्ट्री सोसायटी (बी.एन.एच.एस) जाने के लिए कहा। वहाँ से उन्हें गौरैया की पूरी जानकारी मिली। वे गौरैया की देखभाल, सुरक्षा और खोजबीन में जुट गए। उसके बाद उनकी रूचि पूरे पक्षी-संसार की ओर मुड़ गयी। वे पक्षी-प्रेमी बन गए। पक्षी विज्ञान को ही अपना करीअर बना लिया। 783 Views सालिम अली ने पूर्व प्रधानमंत्री के सामने पर्याबरण से संबंधित किन संभावित खतरों का चित्र खींचा होगा कि जिससे उनकी आँखें नम हो गई थीं? एक दिन सालिम अली प्रधानमंत्री चौधरी चरणसिंह से मिले। सालिम अली ने पूर्व प्रधानमंत्री चौधरी चरणसिंह के सामने केरल की साइलेंट-वैली संबन्धी खतरों की बात उठाई होगी। उस समय केरल पर रेगिस्तानी हवा के झोंको का खतरा मंडरा रहा था। वहाँ का पर्यावरण दूषित हो रहा था। प्रधानमन्त्री को वातावरण की सुरक्षा का ध्यान था। पर्यावरण के दूषित होने के खतरे के बारे में सोचकर उनकी आँखे नम हो गई। 458 Views आशय स्पष्ट कीजिए- अंग्रेजी के कवि लारेंस प्रकृति के प्रेमी थे। लॉरेंस का जीवन बहुत सीधा-सादा था, प्रकृति के प्रति उनके मन में जिज्ञासा थीं। उन्हीं की भाँति सलीम अली भी स्वयं को प्रकृति के लिए समर्पित कर चुके थे। सलिम अली का व्यक्तित्व भी प्रकृति की तरह सहज-सरल ओर निश्छल हो चुका था। 582 Views लॉरेंस की पत्नी फ्रीदा ने ऐसा क्यों कहा होगा की 'मेरी छत पर बैठने वाली गोरैया लॉरेंस के बारे में ढेर सारी बातें जानती है?' लॉरेंस की पत्नी फ्रीदा जानती थी की लॉरेंस को गोरैया से बहुत प्रेम था। वे अपना काफी समय गोरैया के साथ बिताते थे। गोरैया भी उनके साथ अन्तरंग साथी जैसा व्यवहार करती थी। उनके इसी पक्षी-प्रेम को उदघाटित करने के लिए उन्होंने यह वाक्य कहा। 422 Views पर्यावरण को बचाने के लिए हम क्या कर सकते हैं?पर्यावरण को बचाने के उपाय
ऊर्जा बचाने वाले ट्यूब लाइट और बल्ब आदि उत्पादो का उपयोग करना। पेपर और लकड़ी का कम उपयोग करना जितना ज्यादे हो सके ई-बुक और ई-पेपर का इस्तेमाल करना। जीवाश्म ईंधन का उपयोग कम से कम करना कही आने-जाने के लिए पैदल, कार पूल या सार्वजनिक परिवाहन जैसे उपायो का उपयोग करना।
पर्यावरण को बचाने के लिए कैसे योगदान दे सकते हैं?पर्यावरण को बचाने के लिए हम निम्नलिखित योगदान दे सकते हैं. 1) हम लोगों को पेड़ काटने से सबको रोकना होगा और पेड़ लगाने के लिए प्रेरित करना होगा. 2) वायु को शुद्ध करने के लिए हमें पेड़ पौधे लगाना चाहिए. 3) प्लास्टिक की बनी वस्तुओं का हमें कम से कम उपयोग करना चाहिए.
सालिम अली पर्यावरण के प्रति चिंतित रहते थे पर्यावरण को बचाने के लिए आप कैसे योगदान दे सकते हैं?(1) वायु को शुद्ध रखने के लिए हमें पेड़-पौधे लगाने चाहिए। (2) हमें यह ध्यान रखना चाहिए कि हमारे आसपास का स्थान साफ़-सुथरा रहे। इसके लिए हमें कूड़ेदान का प्रयोग करना चाहिए। (3) जल को प्रदूषित नहीं होने देना चाहिए।
सालिम अली ने पर्यावरण की सुरक्षा के लिए क्या कि या?उत्तर: सालिम अली तत्कालीन प्रधानमंत्री चौधरी चरण सिंह के पास केरल की “साइलेंट वैली” को रेगिस्तानी हवा के झोंकों से बचाने का अनुरोध लेकर गए। उन्होंने प्रकृति और पर्यावरण को प्रदूषित होने से बचाने, पक्षियों की रक्षा, वनों की अंधाधुंध कटाई आदि बातें उठाई होंगी।
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