हेलो फ्रेंड रोशनी है धोनी प्रदूषण से आप क्या समझते हैं इसके दुष्परिणामों का उल्लेख करें तो सबसे पहले हम देखेंगे ध्वनि प्रदूषण क्या है ध्वनि प्रदूषण ठीक है यानी कि हमारा नॉइस पोलूशन नॉइस जिसे हम कहते हैं शोर ठीक है जब मनुष्य 30 से 40 डेसिबल की ध्वनि से ज्यादा तीव्रता की ध्वनि सुनता है 30 से 40 डेसिबल यानी की डीपी ठीक है इससे ज्यादा तीव्रता की बनी जब उत्पन्न होती है तो वह आता है चोर के अंतर्गत यानी कि नॉइस और इसी शहर की वजह से जो प्रदूषण होता है जो कि कानों को बिल्कुल अप्रिय रहता है उसे ही ध्वनि प्रदूषण कहते हैं यानी की एक सीमा से ऊपर ध्वनि का उत्पन्न होना या ध्वनि को उत्पन्न करना ध्वनि प्रदूषण के अंतर्गत आता है ठीक है यह तब देखने को मिलता है जब शादियों में डीजे बजाया जाए Show
डीजे बजाने पर टिके या फिर किसी कारखाने में जो मशीन है वो खराब हो चुकी है या कारखाने के जो यंत्र हैं उनमें अत्यधिक आवाज आती है तो वहां आसपास रहने वाले लोगों को जो है इससे परेशानी होती है ठीक है इसके अलावा बेवजह बेवजह ध्वनि उत्पन्न करने से ठीक है तू कुछ कारण होते प्रदूषण के या फिर जहां पर ट्रैफिक लगता है ट्रैफिक जहां पर जाम हो जाता है वहां पर भी वाहनों के हॉर्न का जो है ध्वनि कई सारी उत्पन्न होती है अब हमें बताने हैं इसके दुष्प्रभाव तो आइए वह भी जान लेते हैं तो दोस्तों दुष्प्रभाव होते हैं सबसे पहले तो लोगों की सामान शक्ति जो मनुष्य या जियो की श्रवण शक्ति होती है वह धीरे-धीरे कम होती जाती है क्या शिन होती जाती है ठीक है इससे जो है रक्तचाप भी बढ़ता है लगातार व्यक्ति यदि ध्वनि प्रदूषण में रहता है तो उससे उसका रक्तचाप भी पड़ता है और ह्रदय संबंधी रोग भी उसे हो सकते हैं ठीक है इसके अलावा अनिद्रा की शिकायत व्यक्ति में हो जाती है किसकी अनिद्रा आशा करता हूं कुछ प्रश्न का उत्तर समझ आया होगा वीडियो को देखने के बाद Free History of Indian Constitution 15 Questions 15 Marks 9 Mins Latest MP Police Constable Updates Last updated on Sep 22, 2022 The Madhya Pradesh Police has released the revised schedule for the Preliminary Eligibility Test (PET) of the Madhya Pradesh Police Constable exam on 20th May 2022. The exam was cancelled in view of the extreme heatwave conditions in Madhya Pradesh. The PET is now scheduled for 6 June onwards. A total of 4000 vacancies are to be filled by the MP Police Constable Recruitment 2022. The candidates should go through the MP Police Constable Syllabus and Exam Pattern to have an idea of the requirements of the exam. Stay updated with People Development & Environment questions & answers with Testbook. Know more about Environmental Issues and ace the concept of Pollution and Noise Pollution अत्यधिक ध्वनि प्रदूषण कारण बन सकता है:(A) श्रवण क्षीणता का (adsbygoogle = window.adsbygoogle || []).push({}); (B) अनिद्रा का (C) रक्तचाप में वृद्धि का (D) श्वसन रोग का (E) कार्य कुशलता में कमी का नीचे दिए गए विकल्पों में से सबसे उपयुक्त उत्तर चुनिए:
Answer (Detailed Solution Below)Option 4 : केवल (A), (B), (C) और (E) Free Teaching Aptitude Mock Test 10 Questions 20 Marks 12 Mins ध्वनि प्रदूषण को किसी भी अवांछित या विक्षुब्ध ध्वनि माना जाता है जो मनुष्यों और जीवों के स्वास्थ्य और कल्याण को प्रभावित करता है। तीव्र ध्वनि से उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, नींद की कमी और तनाव भी हो सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, ध्वनि प्रदूषण मानव स्वास्थ्य को हानि पहुंचाता है: -
ध्वनि प्रदूषण से पशु स्वास्थ्य को हानियां: -
इसलिए, हम कह सकते हैं कि अत्यधिक ध्वनि प्रदूषण का कारण हो सकता है: -
विकल्प (D) श्वसन रोग वायु प्रदूषण के कारण होता है, न कि ध्वनि प्रदूषण के कारण। Last updated on Sep 21, 2022 The UGC (University Grants Commission) has released the UGC NET Admit Card. The admit card has been released for the exam which is scheduled to be held on 14th October 2022. Candidates can download their admit cards through the official portal. The UGC NET CBT exam will consist of two papers - Paper I and Paper II. Paper I will be conducted of 50 questions and Paper II will be held for 100 questions. Stay updated with People Development & Environment questions & answers with Testbook. Know more about Environmental Issues and ace the concept of Pollution and Noise Pollution ध्वनि प्रदूषण का मुख्य कारण क्या है?Solution : अवांछित तथा तेज आवाज या शोर ही ध्वनि प्रदूषण कहलाता है । टी. वी. , रेडियो ,कूलर , स्कूटर , कार ,बस , ट्रेन , जहाज , घरेलू उपकरण , रॉकेट , हवाई जहाज , तोप , लाउडस्पीकर आदि प्रदूषण के मुख्य स्रोत है । <br> ध्वनि प्रदूषण के प्रभाव - <br> (i) इससे सुनने की क्षमता में कमी आती है ।
सबसे अधिक ध्वनि प्रदूषण क्या पैदा करता है?इसमें यातायात के दौरान उत्पन्न होने वाला शोर मुख्य कारण है। जनसंख्या और विकास के साथ ही यातायात और वाहनों की संख्या में भी वृद्धि होती जिसके कारण यातायात के दौरान होने वाला ध्वनि प्रदूषण भी बढ़ने लगता है। अत्यधिक शोर से सुनने की शक्ति भी चले जाने का खतरा होता है।
ध्वनि प्रदूषण के कितने प्रकार होते हैं?Solution : प्रदूषण निम्नलिखित प्रकार के होते है - <br> (i) वायु प्रदूषण - वायुमंडल के विभिन्न घटकों के भौतिक , रासायनिक तथा जैविक गुणों में होने वाले वे अवांछनीय परिवर्तन जो जैव मंडल को किसी न किसी रूप में दुष्प्रभावित करते है , वायु प्रदूषण कहलाते है ।
ध्वनि प्रदूषण को रोकने के लिए क्या करें?Solution : ध्वनि प्रदूषण से बचने के उपाय- ध्वनि प्रदूषण से निम्नलिखित उपायों द्वारा बचा जा सकता है- <br> (i) ऐसे उपकरणों का निर्माण करना जो शोर या ध्वनि की तीव्रता को कम करे। (ii) ध्वनि अवशोषको का प्रयोग करना चाहिए।
|