Show
मार्केसस द्वीप समूह में फतु-इवा में वर्षावन, एक अबाधित प्राकृतिक संसाधन का एक उदाहरण है। वन मनुष्यों के लिए लकड़ी, भोजन, पानी और वनस्पतियों और जीवों की जनजातियों और जानवरों के लिए आश्रय प्रदान करता है। जीवों के बीच पोषक चक्र खाद्य शृंखला बनाते हैं और प्रजातियों की जैव विविधता को बढ़ावा देते हैं। प्राकृतिक संसाधन वे संसाधन हैं जो प्रकृति से लिए गए हैं और कुछ संशोधनों के साथ उपयोग किए जाते हैं। इसमें वाणिज्यिक और औद्योगिक उपयोग, सौंदर्य मूल्य, वैज्ञानिक रुचि और सांस्कृतिक मूल्य जैसी मूल्यवान विशेषताओं के स्रोत शामिल हैं। पृथ्वी पर, इसमें सौर प्रकाश, वायुमंडल, जल, भूमि, सभी खनिज के साथ-साथ सभी वनस्पति और पशु जीवन अंतर्गत हैं। प्राकृतिक संसाधन मानवता की प्राकृतिक विरासत का हिस्सा हो सकते हैं या प्रकृति के भंडार में संरक्षित हो सकते हैं। विशेष क्षेत्रों (जैसे फतु-इवा में वर्षावन) में प्रायः उनके पारिस्थितिक तंत्र में जैव विविधता और भूविविधता होती है। प्राकृतिक संसाधनों को विभिन्न तरीकों से वर्गीकृत किया जा सकता है। प्राकृतिक संसाधन ऐसे सामग्री और घटक हैं (ऐसा कुछ जिसका उपयोग किया जा सकता है) जो पर्यावरण के भीतर पाया जा सकता है। प्रत्येक मानव निर्मित उत्पाद प्राकृतिक संसाधनों (अपने मौलिक स्तर पर) से बना होता है। प्रकार[संपादित करें]प्राकृतिक संसाधनों के वर्गीकरण के विभिन्न मानदंड हैं। इनमें उत्पत्ति का स्रोत, विकास का अवस्था, नवीकरणीयता और स्वामित्व शामिल हैं। उत्पत्ति[संपादित करें]
विकास का अवस्था[संपादित करें]
नवीकरणीयता[संपादित करें]
स्वामित्व[संपादित करें]
इन्हें भी देखें[संपादित करें]
सन्दर्भ[संपादित करें]बाहरी कड़ियाँ[संपादित करें]प्राकृतिक संसाधनों के वर्गीकरण का क्या आधार है?प्राकृतिक संसाधनों का वर्गीकरण (Classification of Natural Resources): संसाधन अनेक प्रकार के होते हैं, जिनका वर्गीकरण विशेषज्ञों ने अध्ययन की सुविधा हेतु विविध प्रकार से किया है । इन वर्गीकरणों का आधार अधिकार क्षेत्र, पुन: पूर्ति, वितरण क्षेत्र एवं उपयोगिता है ।
प्राकृतिक संसाधन का क्या अर्थ है?प्राकृतिक संसाधन वे संसाधन हैं जो प्रकृति से लिए गए हैं और कुछ संशोधनों के साथ उपयोग किए जाते हैं। इसमें वाणिज्यिक और औद्योगिक उपयोग, सौंदर्य मूल्य, वैज्ञानिक रुचि और सांस्कृतिक मूल्य जैसी मूल्यवान विशेषताओं के स्रोत शामिल हैं।
प्राकृतिक संसाधन क्या है उनके प्रकार बताइए?ऐसे संसाधन जो उपयोग करने के लिये परोक्ष रूप से प्रकृति से प्राप्त होते हों, प्राकृतिक संसाधन कहलाते हैं, जिनमें वायु, पानी जो वर्षा, झीलों, नदियों और कुओं द्वारा मृदा, भूमि, वन, जैवविविधता, खनिज, जीवाश्मीय ईंधन इत्यादि शामिल हैं। इस प्रकार प्राकृतिक संसाधन हमें पर्यावरण से प्राप्त होते हैं।
प्राकृतिक संसाधन के महत्व क्या है?प्राकृतिक संसाधन प्रकृति से मिली वह सम्पदा है जिसे मनुष्य तथा जीव– जन्तुओं के कल्याण एवं सुखमय जीवन हेतु अलौकिक शक्ति (ईश्वर) ने बनाया है तथा हमें उपलब्ध कराया है। अब यह हम पर निर्भर करता है कि हम इसका किस तरह उपयोग करें, क्योंकि यह जीवन को चलाने हेतु जरूरी तंत्र के क्रियाशील अवयव हैं ।
|