Posted by Sonu Kumar , Posted 1157 days ago Show
राष्ट्रीय आय की परिभाषा दें इसकी गणना की प्रमुख विधियाँ कौन -कौन सी है।राष्ट्रीय आय का अर्थ किसी देश में एक वर्ष में उत्पादित वस्तुओ एवं सेवाओं के कुल मूल्य से आगया जाता है। अर्थत वर्ष भर में किसी देश में अर्जित आय की कुल मात्रा को राष्ट्रीय आय कहते है। इसे तीन प्रकार से गणना करते है 1 उत्पादन गणना
विधि - राष्ट्रीय आय की गणना अनेक प्रकार से की जाती है। चुकी राष्ट्र के व्यक्तियों की आय उत्पादन के माध्यम से अथवा मौद्रिक आय के माध्यम प्राप्त होता है इसलिए इसकी गणना जब उत्पादन के योग के द्वारा किया जाता है तो उसे उत्पादन गणना विधि कहते है 2. आय गणना विधि - आय द्वारा व्यक्ति अपने उपभोग के लिए व्यय करता है इसलिए राष्ट्रीय आय की गणन की जाती है तो उस गणन बिधि को आय गणन विधि कहते है 3 वैयय गणना विधि - आय द्वारा व्यक्ति अपने उपभोग के लिए व्वयय करता है इसलिए
राष्ट्रीय आय लोगो के व्यय के माप किया जाता है राष्ट्रीय आय की इस गणना को व्यय विधि कहते है Upvote(0) Downvote Comment View(4111) राष्ट्रीय आय की परिभाषा दें इसकी गणना की प्रमुख विधि कौन कौन है?आय विधि — आय विधि के अन्तर्गत राष्ट्रीय आय की गणना करते समय किसी दिये गये वर्ष में मजदूरी एवं वेतन लगान एवं किराया ब्याज, लाभ, लाभांश एवं रायल्टी के समग्र योग को ज्ञात कर लिया जाता है। जिसमें समग्र योग आय को सकल राष्ट्रीय आय (GNI) कहते हैं।
राष्ट्रीय आय की परिभाषा क्या है?किसी देश की उत्पादन व्यवस्था से अंतिम उपभोक्ता के हाथों में जाने वाली वस्तुओं या देश के पूँजीगत साधनों के विशुद्ध जोड़ को ही राष्ट्रीय आय कहते हैं। किसी देश के नागरिकों का सकल घरेलू एवं विदेशी आउटपुट सकल राष्ट्रीय आय कहलाता है।
राष्ट्रीय आय को मापने की विधियां कितनी है?प्रकार राष्ट्रीय आय के मापनमें दोहरी गणना के समस्या से बचा जा सकता है। उत्पादन का मूल्य उत्पादन मे अवश्यशामिल किया जाना चाहिए। विधि में राष्ट्रीय आय उस समय मापी जाती है जब उत्पादनईकाईयाँ आय को साधन के स्वामीयों में बाटती है इसके मापने केनिम्नलिखित चरण हैं।
राष्ट्रीय आय मापन की कौन कौन सी विधियाँ हैं एवं इसके मापन में कौन कौन सी कठिनाइयाँ हैं स्पष्ट कीजिए?राष्ट्रीय आय का मापन (Measurement of National Income in Hindi) करने के लिए अलग अलग विधियों को अपनाया जाता है। राष्ट्रीय आय की गणना के सबसे महत्वपूर्ण तरीके मूल्य वर्धित विधि, आय विधि और व्यय विधि हैं। इसलिए यह एक वर्ष की अवधि में किसी भी देश में होने वाली सभी आर्थिक गतिविधियों का परिणाम है।
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