रसोई घर में संदूषण के मुख्य स्रोत क्या है? - rasoee ghar mein sandooshan ke mukhy srot kya hai?

विषयसूची

  • 1 रसोईघर में भोजन स्वच्छता का क्या महत्त्व है वर्णन करें?
  • 2 रसोईघर कितने प्रकार के होते हैं?
  • 3 घर में तवा कैसे रखना चाहिए?
  • 4 चूल्हे का मुंह कौन सी दिशा में होना चाहिए?

रसोईघर में भोजन स्वच्छता का क्या महत्त्व है वर्णन करें?

इसे सुनेंरोकेंस्वच्छ भोजन मानवीय जीवन के लिए बहुत आवश्यक है। रसोईघर की सफाई का अर्थ है -कीटाणु रोगाणु व जीवाणु-रहित रसोईघर। स्वच्छ भोजन खाने से हमारा स्वास्थ्य ठीक बना रहता है और कोई बिमारी होने की संभावना नहीं रहती है। इससे विपरीत संदूषित भोजन कई रोगों का संवहन करता है।

इसे सुनेंरोकेंखाद्य और रसोई की स्वच्छता भोजन को प्रदूषण से बचाने, विषाक्त भोजन से बचने और बीमारी को फैलने से रोकने के लिए रसोई में स्वच्छता का ध्यान रखें। रसोई बनाने की जगह और बरतन को साफ रखें। बासी या प्रदूषित भोजन न करें। खाना पकाने और परोसने से पहले हाथ धोयें।

रसोई घर में संदूषण के मुख्य स्रोत क्या है?

इसे सुनेंरोकेंकच्ची सब्जियों, फलों तथा मांस को धोना। नमकीन पानी में घनी सब्जियों के नन्हें कीड़े और लार्वा मर जाते हैं। धुले हुए पानी को पूरी तरह से बहा दें, खाद्य पदार्थ को पकाने से पहले उन्हें ताजे पाने से धोएं। मांस को धोते वक्त सावधानी रखें- सही तरह से न धोने पर साल्मोनेला तथा ई. कोलाई का विष पैदा होता है।

आमतौर पर रसोईघर को कितने प्रकार से व्यवस्थित किया जा सकता है?

इसे सुनेंरोकेंएक आधुनिक मध्यवर्गीय आवासीय रसोई में आमतौर पर एक स्टोव, गर्म और ठंडे पानी के साथ एक सिंक, एक रेफ्रिजरेटर, और वर्कटॉप्स और रसोई अलमारियाँ एक मॉड्यूलर डिजाइन के अनुसार व्यवस्थित होती हैं। कई घरों में एक माइक्रोवेव ओवन, एक डिशवॉशर और अन्य बिजली के उपकरण भी होते हैं।

रसोईघर कितने प्रकार के होते हैं?

आपके मॉड्यूलर किचन के लिए शीर्ष 6 प्रकार के किचन लेआउट

  • रसोई के प्रकार: निर्बाध सिंगल-वॉल किचन
  • कुशल समानांतर या गैली प्रकार की रसोई
  • रसोई के एल-आकार के प्रकार
  • रसोई का प्रकार: उच्च भंडारण क्षमता के लिए यू-आकार
  • पेनिनसुला या नाश्ता काउंटर प्रकार की रसोई
  • रसोई के बहुआयामी द्वीप प्रकार
  • रसोई में बर्तन कैसे रखें?

    इसे सुनेंरोकेंरसोई घर में रखे जाने वाले बर्तन, खासतौर पर पीतल, तांबे, कांसे या स्टील के बर्तनों को घर की पश्चिम दिशा में ही रखें। अगर आपने किचन में चांदी के बर्तन रखें हैं तो उनके लिए उत्तर-पश्चिम दिशा खास मानी जाती है। वास्तु की मानें तो सही दिशाओं में बर्तन रखने से घरवालों के बीच में आपसी प्यार और सम्मान सदा बना रहता है।

    किचन कितने प्रकार के होते हैं?

    मॉड्यूलर किचन कितने प्रकार की होती है | How many type of Modular Kitchen in Hindi

    • एल आकार मॉड्यूलर किचन ( L-Type Modular Kitchen)
    • सीधी मॉड्यूलर किचन ( Straight Modular Kitchen)
    • यू-आकार मॉड्यूलर किचन ( U-Type Modular Kitchen)
    • समानांतर मॉड्यूलर किचन (Parallel Shaped Kitchen)
    • आईलैंड मॉड्यूलर किचन (Island Modular Kitchen)

    घर में तवा कैसे रखना चाहिए?

    इसे सुनेंरोकेंतवा और कढ़ाई जहां खाना बनता है, उसके दाएं तरफ रखना चाहिए। तवे को कभी भी गैस के ऊपर रखकर नहीं छोड़ना चाहिए। चूल्हे पर काम खत्म होने के बाद तवा भी हटा दें। गर्म तवे पर कभी भी पानी न डालें, क्योंकि इससे निकलने वाली आवाज आपके जीवन में मुश्किलों का कारण बन सकती है।

    रसोई घर के वास्तु दोष को कैसे दूर करें?

    1. 3.1 रसोईघर मेन गेट से ना जुड़ा हो
    2. 3.2 बाथरूम और किचन एक सीध में ना हो
    3. 3.3 आग-पानी जैसी सुविधा वास्तु के हिसाब से हो
    4. 3.4 बिना स्नान रसोई में प्रवेश ना करें
    5. 3.5 इलेक्ट्रॉनिक सामान में ध्यान रखें
    6. 3.6 टंकी और कुएं के पास रसोई ना बनाये

    रसोई घर की सफाई क्यों आवश्यक है?

    इसे सुनेंरोकेंबार-बार उठने-बैठने की बचत होने के कारण गृहिणी को अपेक्षाकृत कम श्रम करना पड़ता है। सिंक में बर्तन धोने से तथा स्लैब्स चिकने पत्थर के बने होने से रसोईघर में सफाई की उत्तम व्यवस्था रहती है। खाना पकाने की गैस के उपयोग से रसोईघर में धुआँ नहीं उत्पन्न होता है; अत: बर्तन आदि कम काले होते हैं।

    चूल्हे का मुंह कौन सी दिशा में होना चाहिए?

    इसे सुनेंरोकेंकहा जाता है कि जब भी किचन में खाना बनाएं तो पूर्व दिशा की तरफ खाना बनाने वाले का मुंह होना चाहिए. इसीलिए जरुरी है कि किचन में गैस चूल्हा पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए. अगर इस दिशा में चूल्हा रखा जाता है तो इससे अग्नि से होने वाले हादसों में भी कमी आती है. और किचन में काम करने के दौरान व्यक्ति सेफ रहता है.

    कैसे जाने घर में वास्तु दोष है?

    इसे सुनेंरोकेंवास्तुदोष में एक सीध में कई दरवाजे होने पर इसे बड़ा वास्तु दोष माना जाता है। अगर आपके घर में ऐसा वास्तु दोष है तो सबसे पहले दरवाजे पर विंड चाइम लगवाना चाहिए। वास्तु में घर की रसोई के लिए सबसे उपयुक्त दिशा आग्नेय कोण की दिशा मानी जाती है।

    रसोईघर में संदूषण के मुख्य स्रोत क्या है?

    एक आधुनिक मध्यवर्गीय आवासीय रसोई में आमतौर पर एक स्टोव, गर्म और ठंडे पानी के साथ एक सिंक, एक रेफ्रिजरेटर, और वर्कटॉप्स और रसोई अलमारियाँ एक मॉड्यूलर डिजाइन के अनुसार व्यवस्थित होती हैं। कई घरों में एक माइक्रोवेव ओवन, एक डिशवॉशर और अन्य बिजली के उपकरण भी होते हैं।

    रसोई घर में स्वच्छता का क्या महत्व है वर्णन करें?

    रसोई घर का एक अहम स्थान होता है। यह ऐसा स्थान होता है जहां परिवार के लिए भोजन तैयार किया जाता है और साथ ही कच्चे और पके हुए भोजन को भंडारित किया जाता है (फ्रिज, कबर्ड), धोया जाता (सिंक) है और फेंका जाता है (बिंस)। इन्हीं कार्यों के कारण रसोई घर में कीटाणुओं और जीवाणुओं की सबसे अधिक संख्या पनपती है।

    रसोई घर में क्या क्या चीजें होती हैं?

    वास्तु शास्त्र के अनुसार, रसोई में रखी कुछ खास चीजें किसी दूसरे को देने से बचना चाहिए. ऐसा करने से घर की बरकत खत्म होती है. आइए ज्योतिषाचार्या प्रीतिका मजूमदार से जानते हैं कि रसोई की वो कौन सी चीजें हैं जिन्हें दान देकर आप खुद मुश्किल में पड़ सकते हैं.

    रसोई घर में कौन कौन से बर्तन है?

    - रसोईघर में में स्टील या लोहे के बर्तन के बजाय पीतल, तांबे, कांसे और चांदी के बर्तन होना चाहिए। - लोहे के बर्तन खाना पकाने के लिए सबसे सही पात्र माने जाते हैं।