बूढ़े बांस की क्या पहचान होती है ? - boodhe baans kee kya pahachaan hotee hai ?

One Line Answer

बूढ़े बाँस की क्या पहचान है?

Advertisement Remove all ads

Solution

तीन साल से अधिक आयु का बाँस बूढ़ा माना जाता है। बूढ़ा बाँस सख्त होता है जिसके कारण बहुत जल्दी टूट जाता है।

Concept: गद्य (Prose) (Class 6)

  Is there an error in this question or solution?

Advertisement Remove all ads

Chapter 17: साँस-साँस में बाँस - अतिरिक्त प्रश्न

Q 9Q 8Q 10

APPEARS IN

NCERT Class 6 Hindi - Vasant Part 1

Chapter 17 साँस-साँस में बाँस
अतिरिक्त प्रश्न | Q 9

Advertisement Remove all ads

NCERT Solutions for Class 6th Hindi for पाठ-17 साँस साँस में बांस

1. बाँस को बूढ़ा कब कहा जा सकता है? बूढ़े बाँस में कौन सी विशेषता होती है जो युवा बाँस में नहीं पाई जाती?

उत्तर:- तीन वर्ष से अधिक उम्र वाले बाँस को बूढ़ा बाँस कहा जाता है। बूढ़ा बाँस बड़ा ही सख्त होता है और जल्दी टूट जाता है उसके विपरीत युवा बाँस मुलायम होता है और उसे किसी भी आकार में मोड़ा जा सकता है।

2. बाँस से बनाई जाने वाली चीज़ों में सबसे आश्चर्यजनक चीज़ तुम्हें कौन सी लगी और क्यों?

उत्तर:- बाँस से बनाई जाने वाली चीज़ों में सबसे आश्चर्यजनक चीज़ मुझे मछली पकड़ने वाला जाल (जकाई) लगी। असम में जकाई नामक विशेष जाल से मछली पकड़ी जाती है और इसे बॉस से बनाया जाता है। इसकी शंकू जैसी विशेष बनावट के कारण ये आश्चर्यजनक लगता है।

3. बाँस की बुनाई मानव के इतिहास में कब आरंभ हुई होगी?

उत्तर:- कहा जाता है कि इंसान ने जब हाथ से कलात्मक चीज़ें बनानी शुरू कीं, बाँस की चीज़ें तभी से बन रही हैं। जरूरत के अनुसार इसमें बदलाव हुए हैं और अब भी हो रहे हैं। कहते हैं कि बाँस की बुनाई का रिश्ता उस दौर से है, जब इंसान भोजन इकठ्ठा करता था। शायद भोजन इकठ्ठा करने के लिए ही उसने ऐसी डलियानुमा चीज़ें बनाई होंगी। क्या पता बया जैसी किसी चिडि़या के घोंसले से टोकरी के आकार और बुनावट की तरकीब हाथ लगी हो!

4. बाँस के विभिन्न उपयोगों से संबंधित जानकारी देश के किस भू-भाग के संदर्भ में दी गई है? एटलस में देखो।

उत्तर:- बाँस भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के सात राज्यों अरुणाचल प्रदेश, असम, मेघालय, नागालैण्ड, मणिपुर, मिजोरम, व त्रिपुरा में बहुत पैदा होता है।

5. बॉस के कई उपयोग इस पाठ में बताए गए हैं। लेकिन उसके उपयोग का दायरा बहुत बड़ा है। नीचे दिए शब्दों की मदद से तुम इस दायरे को पहचान सकते हो –

संगीत, मच्छर, फर्नीचर, प्रकाशन, एक नया संदर्भ

उत्तर:- संगीत – बाँसुरी

मच्छर – बाँस की पत्तियाँ

फर्नीचर – घर का सजावटी सामान

प्रकाशन – कागज बनाना

एक नया संदर्भ – अचार, मकान, औज़ार आदि।

6. इस लेख में दैनिक उपयोग की चीज़ें बनाने के लिए बाँस का उल्लेख प्राकृतिक संसाधन के रूप में हुआ है। नीचे दिए गए प्राकृतिक संसाधन से दैनिक उपयोग की कौन-कौन सी चीज़ें बनाई जाती है –

चमड़ा, घास के तिनके, पेड़ की छाल, गोबर, मिट्टी।

उत्तर:-

प्राकृतिक संसाधनदैनिक उपयोग की वस्तुएँ

चमड़ाजूते, पर्स, वस्त्र, बैग, थैले, बेल्ट आदि।

घास के तिनकेजमीन पर बिछाने वाले आसन, टोकरियाँ, चटाईयाँ आदि।

पेड़ की छालअगरबत्ती, कागज आदि।

गोबरउपले, दवाइयाँ, खाद आदि।

मिट्टीबर्तन, मूर्तियाँ आदि।

भाषा की बात

7. ‘बुनावट’ शब्द ‘बुन’ क्रिया में ‘आवट’ प्रत्यय जोड़ने से बनता है। इसी प्रकार नुकीला, दवाब, घिसाई भी मूल शब्द में विभिन्न प्रत्यय जोड़ने से बने हैं। इन चारों शब्दों में प्रत्ययों को पहचानो और उनसे तीन-तीन शब्द और बनाओ। इन शब्दों का वाक्य में भी प्रयोग करो –

बुनावट, नुकीला, दवाब, घिसाई।

उत्तर:-

शब्द

मूलशब्द

प्रत्यय

वाक्य

बुनावट

बुन

आवट

1. सजावट-सीता के घर की सजावट बढ़िया है।

2. घबराहट-गर्मी के कारण मुझे घबराहट हो रही है।

3. लिखावट-राम की लिखावट बड़ी सुंदर है।

नुकीला

नोक

ईला

1. सजीला-दूल्हा बड़ा सजीला लग रहा है।

2. चमकीला-इस साड़ी का रंग बड़ा चमकीला है।

3. रसीला-आम बड़ा ही रसीला है।

दवाब

दब

आव

1. जमाव-यहाँ पर पानी का जमाव हो रहा है।

2. सुझाव-मुझे तुम्हारा सुझाव उत्तम लगा।

3. लगाव-माता-पिता को अपने बच्चों से लगाव होता ही है।

घिसाई

घिस

आई

1. पढ़ाई-खेल के साथ हमें पढ़ाई में भी ध्यान देना चाहिए।

2. लड़ाई-तुम्हें इस तरह लड़ाई करना शोभा नहीं देता है।

3. सिलाई-दर्जी आजकल कपड़ों की ठीक से सिलाई नहीं कर रहा है

विषयसूची

  • 1 बूढ़े बांस की क्या क्या विशेषताएँ होती हैं?
  • 2 कौन सा बास काटा जाता है और क्यों?
  • 3 बूढ़े बाँस और युवा बाँस में क्या अंतर है?
  • 4 दाओ क्या होता है?
  • 5 बाँस की चीजें बनाने के लिए एक से तीन साल का बाँस क्यों काटा जाता है?
  • 6 बाँस से कौन कौन सी चीजें बनाई जाती है?
  • 7 बूढे बाांस में कौन कौन सी ष्टवशेर्षताएां होती हैं?

बूढ़े बांस की क्या क्या विशेषताएँ होती हैं?

इसे सुनेंरोकेंबूढ़े बाँस में कौन सी विशेषता होती है जो युवा बाँस में नहीं पाई जाती? उत्तर:- तीन वर्ष से अधिक उम्र वाले बाँस को बूढ़ा बाँस कहा जाता है। बूढ़ा बाँस बड़ा ही सख्त होता है और जल्दी टूट जाता है उसके विपरीत युवा बाँस मुलायम होता है और उसे किसी भी आकार में मोड़ा जा सकता है।

कौन सा बास काटा जाता है और क्यों?

इसे सुनेंरोकेंबूढ़ा बांस बड़ा ही सत्त् होता है और जल्दी से टूट जाता है उसके विपरीत युवा बांस मुलायम होता है और उसे किसी भी आकार में मोड़ा जा सकता है ‌।

साँस साँस में बाँस पाठ में जादूगर का क्या नाम था?

वहाँ बाँस की चीजें बनाने का चलन भी खूब है। हम यहाँ बाँस की एक-दो चीज़ों को ही जिक्र कर पाए हैं। मसलन आसन जैसी छोटी चीजें बनाने के लिए बाँस को हरेक गठान से काटा जाता है। खपच्चियों से तरह-तरह की टोपियाँ भी बनाई जाती हैं।…Free Resources.

RD Sharma Class 12 SolutionsRD Sharma Class 11
RD Sharma Class 8 RD Sharma Class 7

बूढ़े बाँस और युवा बाँस में क्या अंतर है?

इसे सुनेंरोकेंबांस को बूढ़ा 3 वर्ष से अधिक का होने पर कहा जाता है। 1 से 3 साल की आयु वाले बांस को युवा बांस कहा जाता है। बूढ़ा बांस युवा बांस से अधिक सख्त होता है और इसे आसानी से तोड़ा जा सकता है। युवा बांस मुलायम और लचीला होता है उसे सामान बनाने के लिए आसानी से मोड़ा जा सकता है।

दाओ क्या होता है?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. खपच्चियों के लिए ऐसे बाँसों को चुना जाता है जिनमें गाँठ-गाँठ दूर-दूर होती है। दाओ यानी चौड़े चाँद जैसी फाल वाले चाकू से इन्हें छीलकर खपच्चियाँ तैयार की जाती हैं। खपच्चियों की लंबाई पहले से ही तय कर ली जाती है; जैसे-आसन जैसी छोटी चीजें बनाने के लिए बाँस को हरेक गठान से काटा जाता है।

लोग 1 से 3 साल वाली उम्र के बांस ही काटते थे क्यों?

इसे सुनेंरोकेंएक से तीन साल की उम्र वाले बाँस बूढ़े बाँस कहलाते हैं। ये सख्त होते हैं इसलिए आसानी से टूट जाते हैं। इसके विपरीत युवा बाँस लचीला होता है। ये आसानी से नहीं टूटता।

बाँस की चीजें बनाने के लिए एक से तीन साल का बाँस क्यों काटा जाता है?

इसे सुनेंरोकेंयानी लोगों के पास बहुत सारा खाली वक्त या कहो आसपास के जंगलों से बाँस इकट्ठे करने का सही वक्त। आमतौर पर वे एक से तीन साल की उम्र वाले बाँस काटते हैं। बूढ़े बाँस सख्त होते हैं और टूट भी तो जाते हैं। बाँस से शाखाएँ और पत्तियाँ अलग कर दी जाती हैं।

बाँस से कौन कौन सी चीजें बनाई जाती है?

इसे सुनेंरोकेंबांस की खपच्चियों से अनेक चीजें बनाई जाती हैं । जैसे तरह-तरह की चटाइयां, टोपियां, टोकरियां, बर्तन, बैलगाड़ियां ,फर्नीचर, सजावटी सामान जाल, मकान और खिलौने आदि।

चंगकीचंगलनबा कौन थी?

इसे सुनेंरोकेंएक जादूगर थे-चंगकीचंगलनबा। अपने जीवन में उन्होंने कई बड़े-बड़े करतब दिखलाए। जब वे मरने को हुए तो लोगों से बोले, मुझे दफ़नाए जाने के छठे दिन मेरी कब्र खोदकर देखोगे तो कुछ नया-सा पाओगे। कहा जाता है कहे मुताबिक मौत के छठे दिन उनकी कब्र खोदी गई और उसमें से निकले बाँस की टोकरियों के कई सारे डिज़ाइन।

बूढे बाांस में कौन कौन सी ष्टवशेर्षताएां होती हैं?

इसे सुनेंरोकेंAnswer. तीन वर्ष से अधिक उम्र वाले बाँस को बूढ़ा बाँस कहा जाता है। बूढ़ा बाँस बड़ा ही सख्त होता है और जल्दी टूट जाता है उसके विपरीत युवा बाँस मुलायम होता है और उसे किसी भी आकार में मोड़ा जा सकता है।

बूढ़े बांस की क्या पहचान है?

बूढ़े बाँस की क्या पहचान है? तीन साल से अधिक आयु का बाँस बूढ़ा माना जाता है। बूढ़ा बाँस सख्त होता है जिसके कारण बहुत जल्दी टूट जाता है।

बांस की बुनाई कैसे होती है?

बाँस की बुनाई वैसी ही होती है जैसे कोई और बुनाई। पहले खपच्चियों को आड़ा-तिरछा रखा जाता है, फिर बाने को। बारी-बारी से ताने से ऊपर-नीचे किया जाता है। इससे चेक का डिजाइन बनता है।

सांस सांस में बांस के लेखक का नाम क्या है?

साँस-साँस में बाँस वसंत भाग - 1 (Summary of Van Ke Marg Me Vasant) यह पाठ एलेक्स एम० जॉर्ज द्वारा लिखित निबंध है जो बाँस के बारे में है| बाँस भारत के उत्तर-पूर्वी क्षेत्र के सातों राज्यों में बहुत अधिक मात्रा में पाया जाता है।

युवा बाँस की चीजें आसानी से कैसे बनाते हैं?

बूढ़े बांस सख्त होते हैं और आसानी से टूट भी जाते हैंयुवा बांस के लचीले और मुलायम होने के कारण इसे आसानी से मोड़कर विभिन्न प्रकार की चीजें बनाई जा सकती है।