राम रतन धन पायो में कौन सा रस है? - raam ratan dhan paayo mein kaun sa ras hai?

'पायो जी मैंने राम-रतन धन पायो I वस्तु अमोलक दी मेरे सद्गुरु किरपा करि अपनाओ I'उपर्युक्त पंक्ति में कौन-सा रस है ?   

  1. वीर रस 
  2. करुण रस 
  3. भक्ति रस 
  4. रौद्र रस 

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Answer (Detailed Solution Below)

Option 3 : भक्ति रस 

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10 Questions 40 Marks 10 Mins

'पायो जी मैंने राम-रतन धन पायो I 

वस्तु अमोलक दी मेरे सद्गुरु किरपा करि अपनाओI'

उपर्युक्त पंक्ति में करुण रस है, अन्य विकल्प असंगत है, अत: विकल्प 2 'करुण रस' सही उत्तर होगा। 

राम रतन धन पायो में कौन सा रस है? - raam ratan dhan paayo mein kaun sa ras hai?
Key Points

भक्ति रस

जहाँ ईश्वर के प्रति प्रेम या अनुराग का वर्णन होता है वहाँ भक्ति रस होता है. भक्ति रस का स्थायी भाव देव रति है। 

जैसे -मीरा की लगन लागी, होनी हो सो होई

 

राम रतन धन पायो में कौन सा रस है? - raam ratan dhan paayo mein kaun sa ras hai?
Additional Information

वीर रस

(स्थाई भाव उत्साह है)

उत्साह नामक स्थाई भाव जब विभावादी के संयोग से परिपक्व होकर रस रूप में परिणत हो।
जैसे - वीर तुम बढ़े चलो, धीर तुम बढ़े चलो। सामने पहाड़ हो सिंह की दहाड़ हो। तुम कभी रूको नहीं, तुम कभी झुको नहीं।
करुण रस (स्थाई भाव शोक है)

किसी प्रिय व्यक्ति के विरह से उत्पन्न होने वाली शोकावस्था।
जैसे – सोक विकल सब रोंवही रानी। रूपु सीलु बलु तेज बखानी। करहिं मिलाप अनेक प्रकार। परहिं भूमि तल बारहिं बारा।

रौद्र रस

(इसका स्थाई भाव क्रोध है)

किसी व्यक्ति के द्वारा क्रोध में किए गए अपमान आदि से उत्पन्न हुआ भाव।
जैसे - अविरत बोले वचन कठोर, बेगी देखाउ मूढ नत आजू। उलतऊँ माहि जंह लग तवराजू।
 

राम रतन धन पायो में कौन सा रस है? - raam ratan dhan paayo mein kaun sa ras hai?
Important Points

  • श्रव्य काव्य के पठन अथवा श्रवण एवं दृश्य काव्य के दर्शन तथा श्रवण में जो अलौकिक आनन्द प्राप्त होता है, वही काव्य में रस कहलाता है।
  • रस के जिस भाव से यह अनुभूति होती है कि वह रस है उसे स्थायी भाव होता है।
  • रस, छंद और अलंकार - काव्य रचना के आवश्यक अव्यय हैं।
  • रस का शाब्दिक अर्थ है - आनन्द

Last updated on Sep 22, 2022

The Uttar Pradesh Secondary Education Service Selection Board (UPSESSB) has decided to extend the last date to submit online applications to conduct recruitment for the post of UP TGT (Trained Graduate Teacher). Now the applicants can submit their online application up to 16th July 2022. In this year's recruitment cycle the total vacancy of 3539 has been released. Willing candidates having the required UP TGT Eligibility Criteria can apply for the exam. This is a golden opportunity for candidates who want to get into the teaching profession in the state of Uttar Pradesh.

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो में कौनसा अलंकार है?

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो में कौनसा अलंकार है? उदाहरण सहित स्पष्ट कीजिये।

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो में रूपक अलंकार है। इस काव्य पंक्तियों में कवियत्री यह कह रही है कि राम रत्न रूपी धन प्राप्त हो गया है। इसमें राम नाम के प्रभाव पर धन का आरोप किया गया है इसलिए यहाँ रुपक अलंकार है।

दूसरे शब्दों में कहे तो राम नाम की महिमा और धन (रत्न ) का संबंध इस प्रकार वर्णित किया गया है कि दोनों में कोई अंतर नहीं रह गया है इसी को उपमेय पर उपमान का आरोप कहते है।

इस उदाहरण में जहां जहां पर उपमेय और उपमान आए हैं, वो हमने विद्यार्थियों की सहायता के लिए नीचे लिख दिये हैं:-

उपमेय – उपमान

राम नाम – धन

जहां किन्हीं दो व्यक्ति या वस्तुओं में इतनी समानता हो कि दोनों में अंतर करना मुश्किल हो जाए वहां रूपक अलंकार होता है।

अथवा जहां उपमेय उपमान का रूप धारण कर ले वहां रूपक अलंकार होता है। रूपक अलंकार अर्थालंकार का एक प्रकार है।

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो में रूपक अलंकार से संबन्धित प्रश्न परीक्षा में कई प्रकार से पूछे जाते हैं। जैसे कि – यहाँ पर कौन सा अलंकार है? दी गई पंक्तियों में कौन सा अलंकार है? दिया गया पद्यान्श कौन से अलंकार का उदाहरण है? पद्यांश की पंक्ति में कौन-कौन सा अलंकार है, आदि।

पायो जी मैंने राम रतन धन पायो पंक्तियों में रूपक अलंकार के अलावा और कौन सा अलंकार उपस्थित है?

र वर्ण की आवृति के कारण राम रत्न में अनुप्रास अलंकार।

Important Alankar in Hindi अलंकार के उदाहरण एवं हिन्दी अलंकार पर प्रश्न जो परीक्षा में पूछे जा सकते हैं।

पायोजी मैंने राम रतन धन पायो में कौन सा अलंकार है?...


ज्ञान गंगाहिंदीहिन्दी (भाषा)

Prabhat Verma

primary teacher government of bihar

0:15

चेतावनी: इस टेक्स्ट में गलतियाँ हो सकती हैं। सॉफ्टवेर के द्वारा ऑडियो को टेक्स्ट में बदला गया है। ऑडियो सुन्ना चाहिये।

पायोजी मैंने राम रतन धन पायो में जो है यहां पर स्वर की समानता के बिना भी बड़ों का बार-बार आवृत्ति होती है तो इस जगह अनुप्रास अलंकार का प्रयोग होता है

Romanized Version

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राम रतन धन पायो में कौन सा रस है? - raam ratan dhan paayo mein kaun sa ras hai?
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राम रतन धन पायो में कौन सा रस है? - raam ratan dhan paayo mein kaun sa ras hai?

1 जवाब

राम रतन धन पायो में कौन सा रस है? - raam ratan dhan paayo mein kaun sa ras hai?

ऐसे और सवाल

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मैंने राम रतन धन पायो में कौन सा अलंकार है?

रूपक अलंकार में गुण की अत्यंत समानता दिखाने के लिए उपमेय और उपमान को "अभिन्न" अर्थात "एक" कर दिया जाता है। अर्थात उपमान को उपमेय पर आरोपित कर दिया जाता है। पायो जी मैंने राम रतन धन पायो

पायोजी मैंने राम रतन धन पायो का भावार्थ क्या है?

व्याख्या : इस पद / दोहे में कृष्ण की दीवानी मीरा बाई कहती हैं कि मुझे राम रूपी बड़े धन की प्राप्ति हुई है। मेरे सद्गुरु ने मुझपर कृपा करके ऐसी अमूल्य वस्तु भेट की हैं, उसे मैंने पूरे मन से अपना लिया हैं। उसे पाकर मुझे लगा मुझे ऐसी वस्तु प्राप्त हो गईं हैं, जिसका जन्म-जन्मान्तर से इन्तजार था।