प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए क्या करना चाहिए - prakrti ka santulan banae rakhane ke lie kya karana chaahie

Publish Date: | Fri, 07 Aug 2020 04:08 AM (IST)

भितरवार। नईदुनिया न्यूज

पर्यावरण का संतुलन बनाए रखने और धरती के श्रृंगार के लिए पौधा रोपण करना बहुत आवश्यक है। धरती पर जितने ज्यादा पेड़-पौधे होंगे। वातावरण उतना ही शुद्ध रहेगा और अच्छी बरसात होगी। हर व्यक्ति को एक-एक पौधा अवश्य लगाना चाहिए और उनके संरक्षण की जिम्मेदारी लेना चाहिए। यह बात गुरुवार को शासकीय उत्कृष्ट उमा विद्यालय की प्राचार्या जयमंति मिंज ने उत्कृष्ट विद्यालय और मॉडल हायर सेकंडरी विद्यालय में पौधा रोपण करते हुए कही।

उन्होंने कहा कि पेड़ पौधों का प्रकृति से अटूट बंधन है। हरियाली से स्वच्छ वातावरण बनता है। इससे हमें शुद्ध हवा मिलती है और यह हमारे जीवन का आधार हैं। पौधा रोपण महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि लगाए गए पौधों का संरक्षण करना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि आज इंसान स्वार्थ के लिए दिन-प्रतिदिन हरे भरे पेड़ों को काट रहा है। इससे प्रकृति का संतुलन बिगड़ रहा है। अगर समय रहते जंगलों को नहीं बचाया गया और पौधा रोपण को प्राथमिकता नहीं दी गई तो आने वाले समय में शुद्ध हवा और स्वच्छ वातावरण मिलना मुश्किल हो जाएगा। इसलिए हम इस ओर ध्यान दें और पौधारोपण अवश्य करें। इस अवसर पर स्कूल शिक्षक राजीव तेहनगुरिया, दाताराम, वीरेन्द्र सिंह, हरिमोहन, शांति प्रकाश, हरभजन सिंह, लक्ष्मीनारायण सहित अन्य स्टाफ उपस्थित रहा।

Posted By: Nai Dunia News Network

प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए क्या करना चाहिए - prakrti ka santulan banae rakhane ke lie kya karana chaahie

प्रकृति का संतुलन बनाए रखने के लिए क्या करना चाहिए - prakrti ka santulan banae rakhane ke lie kya karana chaahie

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पर्यावरण में संतुलन बनाए रखने के लिए हमें क्या क्या करना चाहिए?

हमारे पर्यावरण को बचाना हमारा सामाजिक कर्तव्य है।.
इधर-उधर न थूकें।.
खुले सड़क किनारे पेशाब न करें, शौचालय का उपयोग करें।.
खुद को और अपने आसपास को साफ रखने की कोशिश करें।.
सड़क पर कचरा न फेंके, डस्ट बिन का इस्तेमाल करें।.
स्वस्थ भोजन खाएं।.
खाली पेट पानी पीएं।.
सार्वजनिक रूप से धूम्रपान छोड़ें।.
जरूरतमंदों की मदद करें।.

प्रकृति में संतुलन बनाए रखना क्यों आवश्यक है?

भोजन की थाली में दाल, चावल, अचार, सलाद, सब्जी आदि व्यंजन होने से वह शरीर के लिए पौष्टिक माना जाता है। ठीक इसी तरह प्रकृति में जीव-जंतुओं व वनस्पति का संतुलन बना रहने से वह मनुष्य के लिए न केवल जीवन दायनी बन जाती है, बल्कि उनकी आर्थिक उन्नति में भी सहायक है।

प्रकृति में संतुलन कैसे बना रहता है?

प्रकृति में ऑक्सीजन प्रकाश संश्लेषण (Photosynthesis) की क्रिया द्वारा संतुलित रहता है।

हम प्रकृति को कैसे बचा सकते हैं?

निबंध 1 (300 शब्द).
पानी का सीमित उपयोग Ad. ... .
बिजली का सीमित उपयोग प्रकृति के संरक्षण के लिए बिजली के उपयोग को भी सीमित करना आवश्यक है। ... .
ज्यादा से ज्यादा पेड़-पौधे और सब्जियां उगाकर ... .
प्रस्तावना ... .
पानी की खपत कम करके ... .
बिजली का उपयोग कम करके ... .
कागज़ का सीमित उपयोग करके ... .
नई कृषि पद्धतियों का उपयोग करें.