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प्राचीन कालीन भारतीय सिक्कों का इतिहास क्या है?भारत में धातु के सिक्के सर्वप्रथम गौतमबुद्ध के समय में प्रचलन में आये, जिसका समय 500 ई० पू० के लगभग माना जाता है। बुद्ध के समय पाये गये सिक्के' आहत सिक्के' (Punch Marked) कहलाये। इन सिक्कों पर पेड़, मछली, साँड़, हाथी, अर्द्धचंद्र आदि की आकृति बनी होती थी। ये सिक्के अधिकांशतः चाँदी के तथा कुछ ताँबे के बने होते थे।
प्राचीन कालीन भारतीय सिक्कों का क्या महत्व है?सिक्के पिछले राज्यों और शासकों के सामाजिक-राजनीतिक, सांस्कृतिक और प्रशासनिक पहलुओं को समझने में मदद करते हैं। वे तारीखों को निर्धारित करने के लिए पुरातत्व में भी काफी मदद करते हैं। धार्मिक इतिहास के क्षेत्र में, भारतीय सिक्के समान रूप से पर्याप्त भूमिका निभाते हैं।
सिक्कों का प्रचलन भारत में कब हुआ?भारत में जब आया सिक्का
साल 1950 में पहला सिक्का ढाला गया था. भारत साल 1947 में आजाद हुआ लेकिन ब्रिटिश सिक्के साल 1950 तक देश में चलन में थे, उसी समय भारत में सिक्कों का प्रचलन हुआ था. 1 रुपया 16 आना या 64 पैसे का मिलकर बनता था. 1 आना मतलब 4 पैसा होता था.
प्राचीन भारत का सबसे पुराना सिक्का कौन था?दोस्तों हमारे भारत का सबसे पुराना सिक्का पंच चिन्हित सिक्का है इसको पुराण करशापान या पान भी कहा जाता है ! इस सिक्के को छठी शब्ताब्दी में बनाया गया था !
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